पीएफआई मामला : तमिलनाडु के रोसलेन सहित पांच का सत्यापन करा रही पुलिस
मुजफ्फरपुर में पीएफआई के फुलवारीशरीफ माड्यूल से जुड़े पांच लोगों का पुलिस सत्यापन चल रहा है। ये नाम एनआईए द्वारा दर्ज एफआईआर में आए हैं। बेलाल की गिरफ्तारी के बाद पीएफआई कैंप से जुड़ी जानकारी मिली,...

मुजफ्फरपुर, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। प्रतिबंधित संगठन पीएफआई के फुलवारीशरीफ माड्यूल से जुड़े तमिलनाडु के रोसलेन, दरभंगा के मो. सनाउल्लाह, मधुबनी के मो. तौसिफ, अंसारुल हक और बिहारशरीफ के शमीम अख्तर का पुलिस सत्यापन करा रही है। ये सभी नाम एनआईए के इंस्पेक्टर विकास कुमार की ओर से पांच फरवरी 2023 को बरुराज थाने में दर्ज एफआईआर में आए हैं। संगठन विस्तार से जुड़े इन लोगों के नाम मामले के आरोपित मो. बेलाल उर्फ इरशाद ने एनआईए को बताए थे। उसने एनआईए को बताया था कि 2020 में रोसलेन व अन्य के संपर्क में आने के बाद ही वह पीएफआई से जुड़ा। एनआईए ने एफआईआर में इन पांचों को आरोपितों के कॉलम में नहीं रखा था।
हालांकि, तभी से इनका सत्यापन कराया जा रहा है। मामले की आईओ सह डीएसपी पश्चिमी सुचित्रा कुमारी ने बताया कि फिलहाल सत्यापन कार्य पूरा नहीं हुआ है। बेलाल की गिरफ्तारी के बाद मिली कैंप संचालन की जानकारी : पूर्वी चंपारण के हरपुर किशुनी गांव के बेलाल उर्फ इरशाद ने गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में एनआईए को बरुराज थाना के परसौनी में पीएफआई कैंप चलने की जानकारी दी थी। इसी आधार पर पांच फरवरी 2023 को परसौनी गांव में मो. कादिर के घर पर छापेमारी की गई। उसके घर से पीएफआई के पर्चे, बैनर, तलवार व अन्य आपत्तिजनक सामान जब्त किए गए थे। पूछताछ के आधार पर बेलाल के अलावा पूर्वी चंपारण के चकिया थाना के कुंअवा निवासी रेयाज मौरिफ उर्फ बबलू, मेहसी थाना के मोगलपुर के याकूब खान उर्फ सुलतान, कस्बा गांव के मो. अफरोज और परसौनी के मो.कादिर आरोपित बनाए गए। पांचों जेल में बंद हैं। इनके विरुद्ध विशेष कोर्ट में चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। रेयाज मौरिफ और मो.कादिर के विरुद्ध राज्य के विधि विभाग से अभियोजन चलाने की स्वीकृति मिल चुकी है। वहीं, अन्य तीन के विरुद्ध अब तक अभियोजन चलाने की स्वीकृति नहीं मिली है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।