कृषि वानिकी योजना में किसान नहीं दिखा रहे रुचि
मुजफ्फरपुर में कृषि वानिकी योजना में किसानों की रुचि कम है। जिले में अब तक केवल 556 किसान इस योजना में शामिल हुए हैं। जबकि 50 प्रतिशत से कम किसानों ने तीन वर्षों में 50 फीसदी पौधे जीवित रखे हैं। विभाग...

मुजफ्फरपुर, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। कृषि वानिकी योजना में किसान रुचि नहीं दिखा रहे हैं। जिले में दो सत्र मिलाकर कुल 556 किसान ही योजना में शामिल हो सके हैं। जबकि तिरहुत वन प्रमंडल अरण्य विहार शेरपुर की ओर से किसानों को इसके लिए जागरूक किया जा रहा है। हालत यह है कि 50 प्रतिशत से कम ऐसे किसान हैं, जिन्होंने 50 फीसदी पौधे तीन वर्ष में बचा पाए हैं। विभाग के द्वारा लागत से सात गुणा राशि प्रोत्साहन राशि के रूप में उनके खाते में भेज दिया गया है। तिरहुत वन प्रमंल पदाधिकारी नरिंदर पाल सिंह ने बताया कि जिले में हरियाली बढ़ाने की अपार संभावना है।
इसके लिए किसान को आगे आना होगा। अभी तक दो सत्र की प्रोत्साहन राशि विभाग ने किसानों के खाते में भेज दिया है। सरकार की हरियाली मिशन के तहत विभाग कृषि वानिकी योजना चला रहा है। यह किसानों के लिए वरदान साबित हो सकती है। योजना के लाभ के लिए अपने नाम की जमाबंदी जरूरी इस योजना में शामिल होने के लिए किसानों के पास अपने नाम की जमाबंदी या भूस्वामी प्रमाण होना चाहिए। किसान विभाग में आवेदन कर इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए किसानों को अपने बैंक पासबुक का छाया प्रति, जमाबंदी रसीद का छाया प्रति, आधार कार्ड का छाया प्रति और जितना पौधा लगाना है, उन्हें प्रति पौधा दस रुपये के हिसाब से जमा करना होगा। इसके बाद वे पौधे प्राप्त कर सकते हैं। तीन वर्ष तक 50 फीसदी पौधे भी बच गए तो उन्हें एक पौधे पर 70 रुपये विभाग वापस करेगा। दो सत्र में वितरित पौधे और तीन वर्ष बाद जीवित पौधों की संख्या सत्र रोपित पौधों की संख्या किसान की संख्या जीवित पौधे की संख्या प्रोत्साहन राशि 2020-21 1,04,141 493 33,549 20,12,940 2021-22 21,258 72 12,414 9,05,970
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