बीआरएबीयू : सहायक प्राध्यापकों के प्रमाणपत्रों की होगी जांच
मुजफ्फरपुर के बीआरएबीयू में सहायक प्राध्यापकों के अनुभव और दिव्यांगता प्रमाणपत्रों की जांच की जाएगी। विवि प्रशासन ने विवि सेवा आयोग से शिक्षकों की सूची मांगी है। पिछले महीने एक शिक्षक को फर्जी...

मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। बीआरएबीयू में अनुभव प्रमाणपत्र और दिव्यांगता प्रमाणपत्र पर नियुक्त सहायक प्राध्यापकों की जांच की जायेगी। आठ महीने बाद विवि प्रशासन ने जांच की पहल की है। इस बीच बिहार विवि में एक कमेटी बनाई गई थी, लेकिन कमेटी ने अबतक इस मामले में कोई पहल नहीं की। विवि प्रशासन ने विवि सेवा आयोग से अनुभव प्रमाणपत्र और दिव्यांगता प्रमाणपत्र पर नियुक्त शिक्षकों की सूची मांगने का फैसला किया है। जल्द इस बारे में आयेाग को पत्र भेजा जायेगा। रजिस्ट्रार प्रो. समीर कुमार शर्मा ने बताया कि शिक्षकों के अनुभव प्रमाणपत्र और दिव्यांगता प्रमाणपत्रों की जांच की जायेगी। बिहार विवि में पिछले महीने फर्जी प्रमाणपत्र पर नियुक्त एक शिक्षक को विवि सेवा आयोग के निर्देश पर बर्खास्त कर दिया गया था।
आठ महीने पहले विवि सेवा आयोग ने सभी विवि को निर्देश दिया था कि वह अपने यहां अनुभव प्रमाणपत्र और दिव्यांगता प्रमाणपत्र पर नियुक्त सहायक प्राध्यापकों की जांच करे। इसके बाद विवि सेवा आयोग ने बीआरएबीयू को कहा कि वह खुद ऐसे शिक्षकों की सूची भेजेगा, जिनकी नियुक्ति अनुभव प्रमाणपत्र और दिव्यांगता प्रमाणपत्र पर हुई है। लेकिन आयोग से यह पत्र नहीं आया। विवि प्रशासन अब फिर इसकी सूची मांगने के लिए आयोग को पत्र लिखने जा रहा है। बीआरएबीयू में दिव्यांगता और अनुभव प्रमाणपत्र के संदिग्ध होने के कई मामले सामने आये हैं। एक महिला शिक्षक पर आरोप है कि उसने मूक बधिर होने के प्रमाणपत्र पर नौकरी पायी और वह कक्षा में बोलकर विद्यार्थियों को पढ़ा रही है।
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