22 साल बाद पहली बार शुरू होगा मतदाता पुनरीक्षण, मृत, स्थानांरित और फेक वोटर नाम कटेंगे
बिहार में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मतदाता पुनरीक्षण अभियान शुरू किया जा रहा है। इस अभियान में 18 वर्ष के युवाओं के नाम जोड़े जाएंगे और मृत तथा अनुपस्थित मतदाताओं के नाम हटाए जाएंगे। 29 जून से बीएलओ...

जमालपुर। निज प्रतिनिधि बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। चुनाव के पूर्व मतदाताओं की वोटर सुधारने और उनकी विशेष गहन मतदाता सूची में पुनरीक्षण अभियान की शुरुआत करीब 22 सालों के बाद फिर से शुरू होगा। इस मतदाता पुनरीक्षण अभियान में ना सिर्फ 18 वर्ष की आयु वाले युवाओं का नाम सूचीबद्ध किया जाएगा, बल्कि मृत, स्थानांतरित या लंबे समय से अनुपस्थित मतदाताओं के नाम भी सूची से हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इसके लिए चुनाव आयोग, पटना ने सूबे के सभी जिलों के प्रशासनिक अधिकारियों को बैठक करने और प्रखंड के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के बीएलओ को जिम्मा सौंपने का आदेश दिया है।
हालांकि इसकी शुरूआत 25 जून से ही शुरू कर दिया गया है। लेकिन जमालपुर प्रखंड में आज यानि 28 जून को बीएलओ की बैठक व प्रशिक्षण होगी। तथा कल यानि 29 जून से बीएलओ जमालपुर प्रखंड के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में एक एक मतदाता के घर जाएंगे और मतदाता पुनरीक्षण कार्य में जुटेंगे। गौरतलब है कि बीते 2003 में मतदाता पुनरीक्षण अभियान चलाया गया था। इसके बाद मतदाता पहचान पत्र में कई लोग जुड़े, कई की मृत्यु हो गयी तो कई लोग स्थानांतरित या लंबे समय से चुनाव में अनुपस्थिति दर्ज की गयी। इसी का लाभ उठाकर कुछ लोगों ने ऐसे फेक वोटरों का खूब इस्तेमाल ग्राम, वार्ड, विधान और लोकसभा चुनाव जैसे में किया। जमालपुर प्रखंड के 157 बीएलओ की जिम्मे नप 36 वार्ड और 10 पंचायत जमालपुर प्रखंड अंतर्गत शहरी क्षेत्र में नगर परिषद जमालपुर की कुल वार्ड 36 और ग्रामीण क्षेत्र में कुल 10 पंचायत है। शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में कुल 157 बीएलओ की जिम्मेदारी होगी, वो मतदाता पुनरीक्षण अभियान को सफल बनाने के लिए घर घर जाएं और नए फार्म के तहत मतदाताओं का अपडेट लें। ताकि आगामी 30 सितंबर 2025 तक इसका प्रकाशन किया जा सके। इधर, जमालपुर विधान सभा क्षेत्र की बात करें जमालपुर, धरहरा, खड़गपुर मिलाकर कुल वोटरों की संख्या 1 लाख 57 हजार 356 है। जबकि इसमें पुरूष 82 हजार 698 और महिला 74 हजार 654 महिला तथा 4 थर्ड जेंडर है। एक ही परिवार सदस्यों को एक ही केंद्र में नाम रखने का है आदेश ऐसा देखा गया है कि विधानसभा व लोकसभा चुनाव में एक ही परिवार सदस्यों का दो या तीन केंद्रों में नाम प्रकाशित रहने से परिवार सदस्यों को परेशानी उठानी पड़ती है। इसबार चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि मतदाता पुनरीक्षण अभियान में इसका विशेष ख्याल रखा जाय। तथा एक ही परिवार सदस्यों का नाम उनके घर से दो किलोमीटर के अंदर ही रखा जाय। और हर एक मतदान केंद्र पर 12 सौ से अधिक न रखा जाय। इसके अलावा वे अपने-अपने क्षेत्रों में घर-घर जाकर 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके नए मतदाताओं का नाम प्राथमिकता से जोड़ें। साथ ही, मृत, स्थानांतरित या लंबे समय से अनुपस्थित मतदाताओं के नाम सूची से हटाने की प्रक्रिया भी करें। प्रत्येक बीएलओ को मतदान केंद्र के आसपास के 10 लोगों के नाम व मोबाइल नंबर निर्वाचन कार्यालय को उपलब्ध कराना होगा, ताकि संपर्क में आसानी हो सके। मतदाता पुनरीक्षण अभियान में कोताही नहीं होगी बर्दाश्त जमालपुर प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रभात रंजन ने बताया कि मतदाता पुनरीक्षण अभियान की शुरूआत के लिए आज सभी बीएलओ को प्रशिक्षित किया जाएगा। वहीं कल यानि 29 जून से अपने अपने क्षेत्र के वार्ड व गांव-मोहल्ले में जाएंगे। एक एक घर में जाकर मदताओं की भौतिक सत्यापन करेंगे। ताकि मतदाता सूची में किसी प्रकार की त्रुटि न रह जाए। अगर अभियान में सुस्ती दिखायी तो उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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