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आंगनबाड़ी भवन के लिए जमीन नहीं खोज पा रहा आईसीडीएस

मुंगेर में आईसीडीएस के तहत 3 से 6 वर्ष के बच्चों को स्कूल पूर्व शिक्षा देने के लिए आंगनबाड़ी केन्द्र किराए के मकानों में चल रहे हैं। 1598 केन्द्रों में से केवल 230 आईसीडीएस के खुद के भवन में हैं। कई...

Newswrap हिन्दुस्तान, मुंगेरSat, 28 June 2025 01:22 AM
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आंगनबाड़ी भवन के लिए जमीन नहीं खोज पा रहा आईसीडीएस

मुंगेर, निज संवाददाता । जन्म के बाद 3 से 6 वर्ष के नौनिहाल बच्चों को स्कूल पूर्व शिक्षा में दक्ष करने के उद्देश्य से आईसीडीएस के अधीन संचालित अधिकांश आंगनबाड़ी केन्द्र किराया के मकान में चल रहे हैं। आंगनबाड़ी केन्द्र भवन के लिए बाल विकास परियोजना जमीन चिन्हित नहीं कर पा रहा है। जबकि आईसीडीएस को जमीन की खोज कर चयन करते हुए केन्द्र भवन निर्माण के लिए डीडीसी को प्रस्ताव भेजना है। परंतु आईसीडीएस द्वारा जमीन की खोज नहीं कर पाने के कारण अधिकांश आंगनबाड़ी किराया के मकान में संचालित हो रहे हैं। कई आंगनबाड़ी केन्द्र तो जीर्ण-शीर्ण झोपड़ी नुमा कमरे में संचालित हो रहे हैं।

जिले में कुल 1598 आंगनबाड़ी केन्द्र संचालित है। इसमें से मात्र 230 केन्द्र ही आईसीडीएस के खुद के भवन में संचालित हो रहा है। जबकि 188 केन्द्र सामुदायिक भवन या पंचायत सरकार भवन में तथा 141 केन्द्र सरकारी विद्यालय में संचालित है। शेष 1039 आंगनबाड़ी किराया के मकान में संचालित है। किराया के मकान में संचालित कई केन्द्रों में बच्चों के लिए शौचालय और पेयजल तक का प्रबंध नहीं है। शहरी क्षेत्र में 125 तथा ग्रामीण क्षेत्र में 916 केन्द्र किराया के मकान में चल रहे हैं। शहरी क्षेत्र में संचालित केन्द्रों का किराया प्रति माह 06 हजार रुपया तथा ग्रामीण क्षेत्र का किराया प्रति माह 02 हजार रुपया प्रति केन्द्र निर्धारित है। ऐसे में शहरी क्षेत्र में प्रति माह 7 लाख 50 हजार रुपया तथा ग्रामीण क्षेत्र में प्रति माह 11 लाख 32 हजार रुपया सिर्फ आंगनबाड़ी के मकान का किराया भुगतान किया जा रहा है। इतनी राशि व्यय होने के बावजूद आंगनबाड़ी भवन नहंीं बन पा रहा है। ---- अंचल से एनओसी के बावजूद नहीं बन रहा भवन आईसीडीएस की प्रखंड परियोजना कार्यालय द्वारा जिले भर में 198 स्थानों पर आंगनबाड़ी केन्द्र के लिए कई वर्ष पूर्व जगह चिन्हित कर अंचलाधिकारी से एनओसी लेकर मनरेगा से आंगनबाड़ी भवन निर्माण के लिए डीडीसी को संचिका भेजी जा चुकी है। परंतु अंचलाधिकारी से स्थल का एनओसी लेने के बावजूद आंगनबाड़ी केन्द्र भवन का निर्माण नहीं हो पाया है। ---- 32 नए आंगनबाड़ी भवन का हुआ है शिलान्यास मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 05 फरवरी को प्रगति यात्रा पर मुंगेर पहुंचे थे। सदर प्रखंड अंतर्गत नौवागढ़ी स्कूल मैदान में आयोजित उद्घाटन शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा 32 नए आंगनबाड़ी केन्द्र भवन के निर्माण का शिलान्यास किया गया था। इन सभी आंगनबाड़ी केन्द्र का निर्माण मनरेगा से होना था। परंतु अब तक शिलान्यास हुए एक भी भवन का निर्माण नहीं हो पाया है। ---- कई केन्द्र में नहीं है सेविका व सहायिका जिले के कई आंगनबाड़ी केन्द्र में कार्यरत सेविका व सहायिका की मौत या सेवानिवृत हो चुकी है जबकि कई मिनी केन्द्र को अतिरिक्त केन्द्र में परिवर्तित किया गया है। इस कारण 60 केन्द्र में सेविका तथा 196 केन्द्र में सहायिका नहीं है। वर्ष 2022 से नियुक्ति बंद रहने के कारण विभाग द्वारा पड़ोस के केन्द्र की सेविका व सहायिका को रिक्त केन्द्र में मर्ज कर केन्द्र का संचालन कराया जा रहा है। ---- बोली डीपीओ जिले में 198 स्थानों पर मनरेगा से आंगनबाड़ी केन्द्र भवन निर्माण के लिए जगह चयनित कर अंचलाधिकारी से एनओसी लेकर डीडीसी को संचिका भेजी जा चुकी है। संबंधित प्रखंड के मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी को योजना में शामिल कर ऐसे स्थानों पर केन्द्र का निर्माण कराया जाना है। - रेखा कुमारी, डीपीओ, आईसीडीएस, मुंगेर।

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