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रामायण मंदिर में सबसे ऊंचा शिवलिंग इसी साल आने की संभावना

कल्याणपुर के कैथवलिया में निर्माणाधीन विराट रामायण मंदिर में विश्व का सबसे ऊंचा सहस्त्रा लिंगम शिवलिंग इस साल के अंत तक आने की उम्मीद है। यह शिवलिंग 1008 छोटे शिवलिंगों का एक सेट होगा। इसकी स्थापना के...

Newswrap हिन्दुस्तान, मोतिहारीSun, 22 June 2025 12:38 AM
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रामायण मंदिर में सबसे ऊंचा शिवलिंग इसी साल आने की संभावना

कल्याणपुर,निसं। केसरिया चकिया रोड स्थित कैथवलिया के जानकी पुरम में निर्माणाधीन विराट रामायण मंदिर परिसर में विश्व के सबसे ऊंचे सहस्त्रा लिंगम शिवलिंग के इस साल के अंत तक आने की संभावना है। इसकी जानकारी देते हुए धार्मिक न्यास परिषद के सदस्य सायण कुणाल ने बताया कि दक्षिण भारत स्थित तामिलनाडु के महाबलीपुरम में सहस्त्रा लिंगम शिवलिंग का फिनिशिंग का कार्य चल रहा है। एक ही ग्रेनाइट पत्थर में 1008 शिवलिंग होंगे। इस शिवलिंग के पत्थर को कार्यशाला में लाने के लिए 156 चक्का ट्रक से लाया गया। जहां कुशल शिल्पकारों द्वारा इसे तराशा जा रहा है। शिवलिंग लगभग 200 मिट्रिक टन वजनी होगा।

यह चौदहवीं शताब्दी के तर्ज पर बन रहा है। यहां आने के बाद शिवलिंग की स्थापना के लिए दो मंजिला छत का निर्माण होगा। जल चढ़ाने के लिए अरघा बनाया जायेगा। इसके बाद भक्तों द्वारा शिवलिंग पर जलाभिषेक किया जा सकेगा। जलाभिषेक के लिए जाने के लिए लिफ्ट, एस्केलेटर यानी चलती सीढ़ी का निर्माण किया जाएगा। विराट रामायण मंदिर के निर्माण समिति के अध्यक्ष ललन सिंह ने बताया कि जिस ट्रक या बड़ा टेलर से शिवलिंग लाया जायेगा वह 5 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चलेगी। वह ट्रक प्रतिदिन 45 किलोमीटर की दूरी ही तय करेगा। मंदिर से होकर गुजरने वाली यह सड़क राम जानकी मार्ग के रुप में प्रस्तावित है, जिस सड़क की चौड़ाई 30 मीटर होगी। मंदिर परिसर में 800 फीट लंबा व 400 फीट चौड़ा तलाब का भी निर्माण कराया जायेगा। जिससे शिव गंगा के नाम से जाना जायेगा। इस मंदिर का निर्माण कार्य वर्ष 2027 तक पूर्ण होने की संभावना है। यह मंदिर 1080 लंबा, 540 फीट चौड़ा व 270 फीट का सबसे ऊंचा शिखर सम्मेलन होगा। यह मंदिर अयोध्या के राम मंदिर से तीन गुना बड़ा होगा। शिवलिंग लाने को लेकर मंदिर के प्रोजेक्ट इंचार्ज जैनेन्द्र कुमार ने बताया कि कि शिवलिंग बड़े टेलर से उतर प्रदेश के रास्ते मशरक, महमदपुर, एन एच 27 होते हुए केसरिया के रास्ते होते हुए कैथवलिया विराट रामायण परिसर में लाया। उसके बाद शिवलिंग को एक प्लेटफार्म पर रखा जायेगा। विराट रामायण मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष ललन सिंह ने बताया कि शिवलिंग के आते ही निमार्ण कार्य में तेजी आएगी।

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