बड़ा बरियारपुर में स्ट्रीट लाइट की कमी टूटे नाले व जलजमाव से बढ़ी मुसीबत
मोतिहारी नगर निगम के वार्ड नंबर 45 का बड़ा बरियारपुर मोहल्ला चार साल बाद भी शहरी सुविधाओं से वंचित है। सड़कों की जर्जर स्थिति, जल निकासी की कमी और खराब स्ट्रीट लाइटिंग जैसी समस्याएं हैं। पेयजल की...

मोतिहारी नगर निगम के वार्ड नंबर 45 का बड़ा बरियारपुर मोहल्ला नगर निगम में शामिल होने के चार साल बाद भी शहरी सुविधाओं से कोसों दूर है। यह वार्ड करीब चार साल पहले बरियारपुर पंचायत से निकलकर मोतिहारी नगर निगम का हिस्सा बना। इस बदलाव के साथ ही वार्ड के लोगों में उम्मीद जगी थी कि अब उन्हें शहरी सुविधाओं का लाभ मिलेगा, लेकिन उनकी उम्मीदें निराशा में बदल गईं। आज भी यहां की अधिकतर सड़कें जर्जर हैं, गलियां कच्ची हैं और जल निकासी की व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है। पंचायती राज के समय का बना नाला जीर्णोद्धार की प्रतीक्षा में है, इसके स्लैब टूट गए हैं, और गंदगी सड़कों पर पसरी रहती है।
गलियों में नहीं बनी पक्की सड़क: वार्ड 45 में सड़कों की स्थिति बेहद खराब है। गद्दी चौक से आश्रम तरफ जाने वाली पीडब्ल्यूडी की सड़क खस्ताहाल स्थिति में है। इस पर चलना दूभर हो गया है। यह एक महत्वपूर्ण मार्ग है, लेकिन इसकी बदहाली के कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रेयाजुल अंसारी, प्रमोद सिंह, जगदीश शर्मा, रामाकांत पंडित व अनिल कुमार आदि का कहना है कि मोहल्ले की अधिकांश गलियों की सड़कें आज भी कच्ची हैं। थोड़ी सी बारिश में ही दलदल बन जाता है। नए बसे मोहल्लों में तो पक्की सड़क और नाले का नामोनिशान नहीं है। बरसात के समय में इन इलाकों की स्थिति इतनी नारकीय हो जाती है कि लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो जाता है। कीचड़ और जलजमाव के कारण बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। टूटे नाले से जलनिकासी में समस्या : राजू मियां, विमल प्रसाद, मो.शाहिल, रामचन्द्र प्रसाद व जगदीश साह कहते हैं कि वार्ड 45 में जलनिकासी की व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। पंचायती राज के समय के बने नाले पूरी तरह से जीर्ण-शीर्ण हो चुके हैं। इन नालों के स्लैब टूटे पड़े हैं। इससे दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है। बारिश के पानी की निकासी नहीं होने के कारण यह सड़कों पर जलजमाव हो जाता है, इससे मच्छरों का प्रकोप बढ़ता है और संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। खुले नालों से दुर्गंध आती है, इससे आसपास के वातावरण में बदबू फैलती है और लोगों का जीना मुहाल हो जाता है। जलनिकासी की व्यवस्था नहीं होेने के कारण बरसात के मौसम में वार्ड में बाढ़ जैसी स्थिति बन जाती है और लोगों के घरों में पानी घुसना एक आम बात है। स्ट्रीट लाइट की कमी, गलियों में पसरा रहता है अंधेरा: हीरालाल साह, राजेश्वर शर्मा, अवधेश ठाकुर, रौशन कुमार, मंजूर आलम व किशुन साह कहते हैं कि वार्ड 45 की सड़कों व गलियों में स्ट्रीट लाइट का अभाव है। बरियारपुर एनएच से निकलकर चर्च होते हुए आरसी वाटिका के पास पुनः एनएच में मिलने वाली पुरानी छतौनी रोड के बिजली पोल पर लगे अधिकतर स्ट्रीट लाइट खराब हो चुके हैं। इससे शाम होते ही यह सड़क अंधेरे में डूब जाती है। इससे भी बदतर स्थिति मोहल्ले की गलियों की है, जहां अब तक स्ट्रीट लाइट लग ही नहीं पाया है। चोरी, झपटमारी और अन्य आपराधिक घटनाओं का डर हमेशा बना रहता है। छठ पर्व के मौके पर वार्ड पार्षद द्वारा 125 बिजली के पोल पर बल्ब लगवाए गए थे, लेकिन इनकी रोशनी पर्याप्त नहीं है। लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है।
प्रस्तुति : प्रियरंजन/विजय कुमार सिंह
पेयजल का संकट, नल-जल योजना हो चुकी है पूरी तरह फेल
मो.रेयाजुल अंसारी, जगदीश शर्मा, विमल प्रसाद व हीरालाल साह कहते हैं कि बड़ा बरियारपुर वार्ड 45 के निवासियों को शुद्ध पेयजल भी मयस्सर नहीं है। पंचायती राज के समय की नलजल योजना पूरी तरह से फेल हो चुकी है। क्षतिग्रस्त पाइपलाइने, टूटे हुए पानी के टैंक और खराब पड़े मोटर मरम्मत की प्रतीक्षा में हैं। इस योजना के बंद होने से लोगों को पीने के पानी के लिए भटकना पड़ता है। मजबूरी में लोग बोरिंग या निजी स्रोतों से पानी का इंतजाम करते हैं, इसकी गुणवत्ता सही नहीं है। शहरी जलापूर्ति योजना से भी वार्ड में अब तक पाइपलाइन नहीं बिछाई गई है, इससे यह समस्या और गंभीर हो गई है।
वार्ड में नाला युक्त चार पीसीसी सड़क का निर्माण कार्य कराया गया है। गद्दी चौक से आश्रम तक आरसीसी नाला का निर्माण प्रस्तावित है। वार्ड में चार पीसीसी सड़क व नाला निर्माण का कार्य प्रस्तावित है। स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए नगर निगम की कई बैठक में प्रस्ताव रखा गया है। छठ पर्व के मौके पर पूरे वार्ड में 125 बिजली के खंभों पर बल्ब लगवाई गयी थी। पाइप लाइन से पेयजल आपूर्ति के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। नए वार्ड में आवश्यकता के अनुरूप फंड नहीं मिलने से विकास की गति धीमी है।
-सुजाता देवी, वार्ड पार्षद,वार्ड 45, मोतिहारी नगर निगम
सुझाव
1. जर्जर सड़कों और नालों की मरम्मत हो। नई बस्तियों में पक्की सड़कें बनाई जाये तथा स्लैब युक्त नालों का निर्माण हो।
2. पूरे वार्ड में पर्याप्त संख्या में स्ट्रीट लाइटें लगाई जाएं, ताकि सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। रात में रोशनी रहेगी तो लोग भयमुक्त रहेंगे।
3. शहरी जलापूर्ति योजना के तहत पूरे वार्ड में पाइपलाइन बिछाकर हर घर तक शुद्ध पेयजल की पहुंच सुनिश्चित की जाए।
4. वार्ड में सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण करायी जाए, इससे खुले में शौच की समस्या समाप्त होनी चाहिए।
5. विकास कार्यों की योजना बनाने और उनके कार्यान्वयन की नियमित निगरानी के लिए स्थानीय समितियों का गठन किया जाए।
शिकायतें
1. शहरीकरण के चार साल बाद भी वार्ड में सड़कें टूटी हैं। कई सड़कें कच्ची हैं, इससे बरसात में आवागमन में समस्या होती है।
2. पुराने नाले टूटे पड़े हैं, जलनिकासी नहीं होती। इससे बारिश का पानी जमा होकर गंदगी और बीमारियों को बढ़ावा देता है।
3. अधिकांश स्ट्रीट लाइटें खराब हैं या लगी ही नहीं हैं। शाम होते ही वार्ड अंधेरे में डूब जाता है, रात में असुरक्षा का माहौल रहता है।
4. वार्ड में नलजल योजना पूरी तरह से फेल है। शुद्ध पेयजल के लिए निजी स्रोतों पर निर्भर रहना पड़ता है।
5.नगर निगम की उदासीनता से वार्ड में विकास कार्य ठप हैं और मूलभूत सुविधाओं की कमी बनी रहती है।
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