बैंक खाता हो सुरक्षित,समय पर मिले पुलिस की मदद और साइबर सुरक्षा
साइबर अपराधी आम लोगों की गाढ़ी कमाई को एक पल में उड़ा रहे हैं। लोग विभिन्न कारणों से अपने खातों में पैसे रखते हैं, लेकिन ठगी के शिकार हो जाते हैं। जागरूकता की कमी और त्वरित सहायता न मिलने से समस्या...
रोज आमलोगों की गाढ़ी कमाई साइबर अपराधी उड़े ले रहे हैं। कोई बेटी की शादी के लिए खाते में पैसा रखता है तो कोई रिटायरमेंट का तो कोई व्यवसाय, खेती, पढाई के लिए। साइबर अपराधी उनके जीवनभर की कमाई एक पल में उड़ा लेते हैं। ये अपराधी आमलोगों को तरह-तरह का लालच दिखाकर उनकी निजी जानकारी प्राप्त कर लेते हैं और इसके बाद उनके जीवनभर की जुटाई गई पूंजी गायब कर देते हैं। बुजुर्ग, महिलाओं, व्यवसायियों व नौकरी पेशा लोगों को भय दिखाकर पूंजी को चपत लगा देते हैं। इस सेंधमारी में पीड़ितों को जल्द मदद नहीं मिल पाती है। ज्यादातर लोग तो जागरूकता के अभाव में ठगी का शिकार हो जाते हैं।
जारूकता के लिए कोई विशेष पहल नहीं हो रही है। शहर के लोगों का कहना है कि साइबर ठगी के मामले में लोगों को तुरंत मदद नहीं मिल पाती है। इससे लोगों ठगी के साथ वे परेशानी का भी सामाना करते हैं। बोले हिन्दुस्तान के तहत शहरवासियों ने बढ़े साइबर अपराध को लेकर अपनी शंकाएं जाहिर की। शहर के बिरेंद्र जालान ने बताया कि साइबर फ्रॉड से बचने के लिए बैंकों की ओर से कोई ठोस सिक्योरिटी सिस्टम नहीं बनाया गया है। दूसरी ओर लोगों में सजगता की भी कमी है। नियमित रूप से मोहल्लों और स्कूलों में साइबर फ्रॉड से बचने के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाना चाहिए। मामले में त्वरित कार्रवाई और रिकवरी की व्यवस्था होनी चाहिए। खाते से जुड़े मोबाइल नंबर को सार्वजनिक नहीं करें: अंगद कुमार सिंह, चंदू मिश्रा, अरविंद सर्राफ, अरुण कुमार श्रीवास्तव आदि ने बताया कि सभी बैंक खाता में मोबाइल नंबर जुड़ा रहता है। ऐसे में वित्तीय ठगी का खतरा बढ़ जाता है। अक्सर लोग बैंक के नाम से फ्रॉड का फोन आने पर ठगी का शिकार हो जाते हैं। बैंक से जुड़े मोबाइल नंबर सार्वजनिक नहीं होने की व्यवस्था होनी चाहिए। इससे साइबर अपराधियों के मनसूबों पर पानी फेरा जा सकता है। सुधीर कुमार गुप्ता, डॉ. कमलेश कुमार, सतीश टंडन, बिंटी शर्मा, संध्या चौधरी आदि ने बताया कि साइबर अपराध से बचने को लेकर समय-समय पर जागरूकता शिविर का आयोजन होना चाहिए। शहरी क्षेत्र के लोगों में हाल के दिनों में जागरूकता आई है लेकिन देहाती क्षेत्र में अभी भी जागरूकता की कमी है। इसके लिए प्रखंड स्तर पर जिला प्रशासन जागरूकता शिविर लगाकर आमलोगों को जागरूक करें। आमलोग भी संदिग्धों की जानकारी पुलिस को दें : रवि कृष्ण लोहिया, रामभजन, निशा गुप्ता आदि ने बताया कि आमलोगों की भी जिम्मेदारी है कि समाज के किसी भी व्यक्ति को ठगी का शिकार होने से बचाये। इसके लिए आमलोग भी संदिग्धों की जानकारी पुलिस को दें। किसी भी तरह का फर्जी कॉल आने पर पुलिस को जानकारी देकर दूसरे के कमाई को गायब होने से बचाया जा सकता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस गांव-गांव और शहर के मोहल्लों में कैंप लागाए तो ये जरूर बताए कि स्मार्ट फोन में कौन से एप रखें और कौन सा नहीं रखें। स्थानीय अरुण श्रीवास्तव बताते हैं कि अक्सर मोबाइल पर यू-ट्यूब ,फेसबुक आदि के कई मैसेज आते हैं। जिससे फ्राॅड की आशंका बढ़ जाती है। जानकारी के अभाव में लोग लिंक क्लिक कर देते हैं। ऐसा न हो इसके लिए मोबाइल कंपनियां सुविधा दे।
प्रस्तुति : प्रियरंजन/विजय कुमार सिंह
किसी भी तरह के लालच में पड़े तो लुट जाएगी जीवनभर की कमाई
संध्या चौधरी, बिंटी शर्मा, अंगद कुमार सिंह, अजय कुमार आजाद, धर्मवर्धन प्रसाद आदि ने बताया कि साइबर अपराधी विभिन्न तरह का लालच देते हैं। इसमें विज्ञापन देकर रुपए को दोगुना करने, खरीदारी के बाद इनाम मिलने, आधे कीमत पर समान मिलने आदि का लालच देते हैं। इसके अलावा पुत्र-पुत्री के सड़क दुर्घटना में घायल होने, मनी लॉड्रिंग केस में नाम होने, बच्चों के होटल में संदिग्ध गतिविधि में शामिल होने, मादक पदार्थ के साथ सगे-संबंधियों के पकड़े जाने आदि का भय साइबर अपराधी दिखाते हैं। इस तरह के भय को दिखाकर रोज करोड़ों रुपए की ठगी हो रही है।
लगातार साइबर अपराधियों पर कार्रवाई की जा रही है। हाल ही में जिले में बड़ा साइबर फ्रॉड गिरोह पकड़ा गया है। आमलोगों को साइबर अपराध का शिकार होने से बचने के लिए जागरुकता अभियान भी चलाया जा रहा है। किसी भी तरह के अनजाने नंबरों से आने वाले कॉल से डरें नहीं। अपना बैंक खाता किसी दूसरे को इस्तेमाल के लिए नहीं दें। अगर आप साइबर ठगी का शिकार हो जा रहे हैं तो तुरंत 1930 पर कॉल कर शिकायत दर्ज कराएं।
अभिनव पराशर, डीएसपी,साइबर थाना, मोतिहारी
सुझाव
1.साइबर अपराध रोकने के लिए जनजागरूकता पर विशेष ध्यान देने की है जरूरत है। पुलिस को इसमें सक्रिय होना चाहिए।
2. युवा वर्ग का झुकाव तेजी से साइबर अपराध की ओर हो रहा है। इसे रोकने के लिए उन्हें जागरूक करना विशेष जरूरी है।
3. बैंक, इनकम टैक्स , बिजली विभाग से कभी नहीं आता है कॉल। ऐसे में ऐसे कॉल से सावधान रहने की जरूरत है।
4. एक ही खाते में अपनी जमा पूंजी नहीं रखें। अन्यथा साइबर अपराधी आपकी पूरी रकम गायब कर सकते हैं।
5. खाता से जुड़े मोबाइल नंबर को सार्वजनिक नहीं करें। उक्त नंबर से ही साइबर अपराधी करते हैं ठगी।
शिकायतें
1. आम लोगों की गाढ़ी कमाई को साइबर अपराधी उड़ा ले रहे हैं। इससे उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
2. तरह-तरह का लालच दिखाकर साइबर अपराधी निजी जानकारी प्राप्त कर जमा पूंजी गायब कर देते हैं।
3. बुजुर्ग, महिलाओं, व्यवसायियों व नौकरीपेशा लोगों को भय दिखा पूंजी की लगा देते हैं चपत।
4. बैंक, इनकट टैक्स, बिजली विभाग सहित अन्य विभागों के नाम पर रोजाना फर्जी कॉल करते हैं।
5. साइबर अपराध रोकने के लिए जनजागरूकता की भी है कमी। सरकारी नंबर 1930 पर शिकायत के लिए कॉल नहीं लग पाते।
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