रोइंग क्लब-छतौनी सड़क पर सैकड़ों गड्ढे व स्लैब टूटे, रोशनी भी पर्याप्त नहीं
मोतिहारी में रोइंग क्लब से छतौनी तक की सड़क की हालत बेहद खराब है। यह सड़क महत्वपूर्ण संस्थानों को जोड़ती है और ट्रैफिक जाम का कारण बन रही है। गड्ढों के कारण दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं, और रात के समय...

मोतिहारी शहर की जीवन रेखा में से एक, रोइंग क्लब से छतौनी को जोड़ने वाली सड़क इन दिनों अपनी बदहाली के कारण चर्चा का विषय बनी हुई है। इस सड़क के महत्व को इस बात से समझा जा सकता है कि यह शहर के कई महत्वपूर्ण संस्थानों जैसे प्रभावती गुप्ता गर्ल्स स्कूल, श्रीकृष्ण सिंह महिला कॉलेज, सदर प्रखंड व अंचल कार्यालय, नेहरू स्टेडियम, केन्द्रीय विद्यालय व एक प्रमुख निजी अस्पताल को जोड़ती है। नतीजतन, इस मार्ग पर दिनभर वाहनों और पैदल यात्रियों का तांता लगा रहता है। लेकिन, विडंबना यह है कि इतनी महत्वपूर्ण होने के बावजूद, यह सड़क अपनी जर्जर स्थिति के कारण अब राहगीरों के लिए परेशानी और खतरे का सबब बन गई है।
मरीन ड्राइव का प्रभाव और बढ़ता ट्रैफिक लोड:हाल ही में चालू हुए मोतीझील के किनारे मरीन ड्राइव ने शहर के यातायात को सुगम बनाने का काम किया है। लेकिन इसका एक अप्रत्याशित परिणाम यह हुआ है कि रोइंग क्लब से छतौनी जाने वाली इस सड़क पर ट्रैफिक का दबाव अप्रत्याशित रूप से बढ़ गया है। पहले, कई वाहन चालक शहर के अन्य मार्गों का उपयोग करते थे, लेकिन अब मरीनड्राइव से सीधे इस सड़क पर आने के कारण ट्रैफिक लोड काफी बढ़ गया है। सुबह और शाम के समय तो स्थिति और भी विकट हो जाती है, जब स्कूल-कॉलेज के छात्र, कार्यालय जाने वाले लोग और अस्पताल आने-जाने वाले मरीजों का हुजूम इस संकरी और टूटी हुई सड़क पर एक साथ होता है। ट्रैफिक जाम और धीमी गति से चलना अब इस सड़क पर आम बात हो गई है, जिससे लोगों का बहुमूल्य समय बर्बाद हो रहा है और मानसिक तनाव भी बढ़ रहा है। सड़क की स्थिति दयनीय : यहां बारिश के मौसम में तो स्थिति और भी भयानक हो जाती है, जब गड्ढों में पानी भर जाने से उनकी गहराई का अंदाजा लगाना मुश्किल हो जाता है। इससे छोटे वाहन चालकों, विशेषकर दोपहिया वाहनों के लिए, इन गड्ढों से बचना एक चुनौती बन जाता है। कई बार तो वाहनों का संतुलन बिगड़ने से दुर्घटनाएं भी हो जाती हैं। सड़क के किनारे बनी नालियों के स्लैब भी जगह-जगह से टूटे हुए हैं। हनुमान मंदिर चौराहा के पास पीएचईडी के पाइप लाइन सप्लाई चेम्बर का स्लैब तो पूरी तरह से टूट चुका है, जिससे एक बड़ा और खतरनाक गड्ढा बन गया है। यह गड्ढा इतना खतरनाक है कि प्रतिदिन इसमें कोई न कोई वाहन फंस जाता है। दिनेश प्रसाद राय, प्रमोद नारायण ठाकुर, शिवशंकर ठाकुर, सोनू कुमार, धर्मवीर, नवलेश ठाकुर, अर्जुन प्रसाद श्रीवास्तव व ललन पाण्डेय बताते हैं कि पिछले एक महीने के अंदर इस चेम्बर में गिरकर एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो चुके हैं। टूटे हुए स्लैब के कारण वाहन चालकों को अतिरिक्त परेशानी और आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। यह स्थिति पैदल चलने वालों के लिए भी कम खतरनाक नहीं है, खासकर रात के समय जब दृश्यता कम होती है। दुर्घटनाओं का बढ़ता ग्राफ: दिलीप तिवारी, श्रीराम प्रसाद, शैलेन्द्र तिवारी, मनोहर कुमार, गणेश भगत, रंजीत कुमार, राधिका देवी व उमेश बैठा कहते है कि सड़क की खराब स्थिति, विशेषकर टूटे हुए चेम्बर के कारण इस मार्ग पर दुर्घटनाओं का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। प्रतिदिन छोटे-मोटे हादसे में राहगीर जख्मी हो रहे हैं। कार और ऑटो-रिक्शा चालकों को भी लगातार गड्ढों से बचते हुए चलना पड़ता है। स्ट्रीट लाइट की कमी से रात को आन-जाने में लगता है डर : दिनेश प्रसाद राय व शिवशंकर ठाकुर कहते हैं कि दिन की भीड़भाड़ के बाद, रात में यह सड़क और भी खतरनाक हो जाती है। इस महत्वपूर्ण सड़क पर स्ट्रीट लाइटों की घोर कमी है। जहां-तहां कुछ पुरानी लाइटें लगी भी हैं, तो वे या तो खराब हैं या उनकी रोशनी इतनी कम है कि उनसे कोई फायदा नहीं होता। अंधेरे के कारण न केवल राहगीरों को सड़क पर मौजूद गड्ढों और बाधाओं को देखने में परेशानी होती है, बल्कि असामाजिक तत्वों का भी बोलबाला बढ़ जाता है। रात के समय अकेले यात्रा करने वाले लोगों में भय का माहौल बना रहता है। चोरी और छिनतई की घटनाओं का डर भी लोगों को सताता है। शिकायतें: 1. ट्रैफिक बढ़ने से रोइंग क्लब-छतौनी सड़क पर अनगिनत गड्ढे बन गए हैं। इससे आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। 2. हनुमान मंदिर चौराहे पर पीएचईडी पाइपलाइन चैंबर का स्लैब टूटा है, जिसमें हर दिन गाड़ियां फंस रही हैं। लोग जख्मी हो रहे हैं। 3. शास्त्री नगर मोहल्ले की ओर जानेवाली सड़क के दोनों ओर नालियों के स्लैब टूटे पड़े हैं, जिससे परेशानी हो रही है। 4. इस महत्वपूर्ण सड़क पर रात के समय स्ट्रीट लाइट नहीं होने से अंधेरा रहता है, जिससे राहगीरों में असुरक्षा बनी रहती है। 5. गर्ल्स स्कूल, महिला कॉलेज, सदर प्रखंड जैसे अन्य महत्वपूर्ण संस्थान इसी सड़क पर होने के कारण ट्रैफिक जाम रहता है । सुझाव: 1. रोइंग क्लब से छतौनी एनएच व महिला कॉलेज होते हुए एनएच तक की सड़क का चौड़ीकरण किया जाए। 2. हनुमान मंदिर चौराहे पर टूटे पीएचईडी चैंबर का स्लैब व शास्त्री नगर की ओर जानेवाली नालियों के टूटे स्लैब की मरम्मत हो। 3. पूरी सड़क पर पर्याप्त संख्या में स्ट्रीट लाइट लगाई जाए और खराब लाइट को ठीक किया जाए। 4. मरम्मत के बाद सड़क का नियमित रखरखाव और निरीक्षण सुनिश्चित किया जाए, ताकि जर्जर स्थिति दोबारा न उत्पन्न हो। 5. बढ़ती ट्रैफिक समस्या को देखते हुए इस मार्ग पर यातायात प्रबंधन में सुधार किया जाए। ट्रैफिक पुलिस की तैनाती हो। बोले जिम्मेदार: शहर के डॉ.श्रीकृष्ण सिन्हा महिला कॉलेज रोड में हनुमान मंदिर चौराहा के पास चेम्बर के स्लैब टूटे होने की जानकारी मिली है। इसकी जांच कराकर स्लैब का अविलंब निर्माण कराया जाएगा। रोड में ट्रैफिक लोड बढ़ने के कारण चैम्बर का स्लैब क्षतिग्रस्त हो गया है। नगर निगम क्षेत्र में जहां भी नाले का स्लैब क्षतिग्रस्त है वहां उसे दुरुस्त किया जा रहा है। स्ट्रीट लाइट को भी दुरुस्त करने का निर्देश है। रोइंग क्लब से छतौनी तक सड़क चौड़ीकरण का कार्य आरसीडी के माध्यम से किया जाना है। सौरभ सुमन यादव,नगर आयुक्त, मोतिहारी
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