रेड सिग्नल के बावजूद चलने लगी मिथिला एक्सप्रेस, बड़ा ट्रेन हादसा टला; लोको पायलट सस्पेंड
बापूधाम मोतिहारी रेलवे स्टेशन पर पहुंची रक्सौल-हावड़ा मिथिला एक्सप्रेस के लोको पायलट और सह लोको पायलट ने रेड सिग्नल के बावजूद ट्रेन को आगे बढ़ा दिया। इससे बड़ा रेल हादसा होते-होते टल गया। इस घटना के बाद दोनों ड्राइवरों को निलंबित कर दिया गया।

बिहार के बापूधाम मोतिहारी रेलवे स्टेशन के पास बुधवार को बड़ा रेल हादसा टल गया। ट्रेन संख्या 13022 रक्सौल-हावड़ा डाउन मिथिला एक्सप्रेस रेड सिग्नल (लाल बत्ती) की अनदेखी कर आगे बढ़ गई। मामले में मंडल रेल प्रशासन ने ट्रेन के लोको पायलट और को-पायलट को निलंबित कर दिया है। इस कारण करीब दो घंटे तक ट्रेन रुकी रही। इससे यात्रियों को काफी परेशानी हुई। मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम समस्तीपुर से पहुंची है। दोनों चालकों से पूछताछ की जा रही है।
जानकारी के अनुसार, बुधवार को सुबह 11:45 बजे डाउन मिथिला एक्सप्रेस बापूधाम मोतिहारी स्टेशन के पास पहुंच रही थी। एमएस कॉलेज गुमटी संख्या 161 के खुले होने के कारण ट्रेन को प्लेटफार्म पर प्रवेश के लिए ग्रीन सिग्नल नहीं मिला था और होम सिग्नल रेड था।
इसके बावजूद, ड्राइवर ने रेड सिग्नल की अनदेखी कर ट्रेन को आगे बढ़ा दिया। रेड सिग्नल पार करते ही गलती का अहसास होने पर चालक दल ने तुरंत ट्रेन रोकी और उसे होम सिग्नल पर ले गए। इसके बाद रेल प्रबंधन में हड़कंप मच गया। मोतिहारी रेल प्रबंधन ने इसकी सूचना कंट्रोल को दी।
दोनों ड्राइवर का हेल्थ चेकअप, फिर सस्पेंड
कंट्रोल के निर्देश पर दोपहर 12:35 बजे ट्रेन को प्लेटफार्म नंबर एक पर लाया गया। इसके बाद लोको पायलट और को-पायलट को मेमो देकर ट्रेन से उतारा गया तथा दोनों का रेल अस्पताल में स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया और जांच के लिए ब्लड सैंपल लिए गए।
रेल प्रशासन ने लापरवाही के आरोप में ट्रेन के लोको पायलट निजामुद्दीन एवं को-पायलट कौशल कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। बाद में जीवधारा स्टेशन से बुलाकर मोतिहारी डीसी के चालक दल को मिथिला एक्सप्रेस की कमान सौंपकर दोपहर 01:35 बजे ट्रेन को हावड़ा के लिए रवाना किया गया।
समस्तीपुर से पहुंची जांच टीम
घटना की गंभीरता को देखते हुए समस्तीपुर से तीन सदस्यीय टीम मोतिहारी पहुंची है, जो पूरे मामले की जांच कर रही है। टीम में समस्तीपुर के मंडल संरक्षा सलाहकार, मंडल मेकेनिकल इंजीनियर एवं मुजफ्फरपुर के चीफ लोको इंस्पेक्टर शामिल हैं। टीम ने लोको पायलट एवं को-पायलट, ऑन ड्यूटी स्टेशन मास्टर, सिग्नल विभाग और गेटमैन से घटना की जानकारी ली है।