मध्याह्न भोजन पर संकट, चावल की भारी कमी
गर्मी की छुट्टियों के बाद लखनौर प्रखंड में स्कूलों के खुलने के साथ ही मध्याह्न भोजन योजना गंभीर संकट का सामना कर रही है। कई स्कूलों में चावल की कमी है, जिससे छात्रों को पोषण प्रभावित हो रहा है।...
झंझारपुर,निज संवाददाता। गर्मी की छुट्टियों के बाद लखनौर प्रखंड में स्कूलों के फिर से खुलने के साथ ही मध्याह्न भोजन योजना एक गंभीर संकट का सामना कर रही है। कई स्कूलों में चावल की भारी कमी बताई जा रही है, जिससे छात्रों को मिलने वाला पोषण बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों से मंगलवार को चावल उपलब्ध कराने की मांग की गई है। जिन स्कूलों में चावल की कमी बताई गई है, उनमें उत्क्रमित मिडिल स्कूल सोनरे, प्राथमिक मकतब कछुआ, प्राथमिक स्कूल मक्कड़ी मुसहरी, प्राथमिक विद्यालय चंद्रबनी, प्राथमिक मकतब बोदराही, नया प्राथमिक स्कूल बलभद्रपुर खटवे टोले, प्राथमिक स्कूल राहिका, संस्कृत स्कूल मधुरा, पीएस खैरी, पीएस कछुआ हरिजन, और मिडिल स्कूल तमूरिया शामिल हैं।
प्राथमिक मकतब उमरी के प्रभारी रौशन आरा कहती है कि दो दिन से आस पड़ोस से चावल मांग कर लाना पड़ता है। ताकि बच्चों का भोजन प्रभावित नहीं हो। लेकिन कब तक मांग कर काम चलाएंगे। कुछ स्कूलों के शिक्षकों और प्राचार्यों ने तत्काल चावल भेजने का अनुरोध किया है ताकि मध्याह्न भोजन योजना को सुचारु रूप से चलाया जा सके।चावल की कमी के कारण बच्चों के मिड डे मील के रूप में मिलने वाले निवाले पर ग्रहण खड़ा हो गया है। अधिकारियों को इस गंभीर समस्या पर तत्काल ध्यान देना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी स्कूलों में चावल की पर्याप्त आपूर्ति हो। इधर, लखनौर के प्रखंड शिक्षा अधिकारी महेश प्रसाद ने बताया कि कुछ स्कूलों से चावल नहीं रहने की सूचना दी गई है। स्कूलों में अबिलम्ब चावल आपूर्ति के लिए प्रभारी, मध्याहन भोजन योजना को निर्देशित किया गया है।
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