पेयजल का संकट, सफाई भी बदहाल जलजमाव से तीन माह रहते हलकान
मधुबनी नगर निगम के वार्ड 25 के तुरहा टोल की स्थिति दयनीय बनी हुई है। दो वर्षों से यहां कोई विकास कार्य नहीं हुआ है। लोग बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं, जलजमाव और सफाई की कमी से परेशान हैं। नगर निगम की...
मधुबनी । मधुबनी नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले वार्ड संख्या 25 के तुरहा टोल की स्थिति आज भी दयनीय बनी हुई है। लगभग दो वर्ष पूर्व यह वार्ड नगर निगम में शामिल किया गया। तबसे आज तक इस वार्ड में सुविधाओं के नाम पर कोई काम नहीं हुआ। यहां के लोग आज भी बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं। इलाके के निवासी नागेंद्र राउत, आदित्य, पवन, मनोज श्रीवास्तव और अर्जुन साह ने बताया कि क्षेत्र में साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था नहीं है। पेयजल की भारी किल्लत है। नाला निर्माण नहीं होने की वजह से हर साल बरसात के मौसम में जलजमाव एक गंभीर समस्या बन जाती है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि हल्की बारिश के बाद ही सड़कों पर इतना पानी भर जाता है कि पैदल चलना मुश्किल हो जाता है। सबसे ज्यादा परेशानी स्कूल जाने वाले बच्चों, कामकाजी लोगों, बुजुर्गों और महिलाओं को होती है। कई बार लोग गंदे पानी में फिसलकर गिर जाते हैं। जलजमाव के कारण बीमारियों का खतरा भी मंडराता रहता है। मच्छरों की भरमार, बदबू और संक्रमण फैलने की आशंका हर वर्ष बरसात में क्षेत्र को अपने चपेट में लेती है। तुरहा टोल के लोग बताते हैं कि हर बार शिकायत के बाद नगर निगम अधिकारी सिर्फ आश्वासन देकर लौट जाते हैं। समस्या जस की तस बनी हुई है। लोगों का कहना है कि पिछले दो वर्षों में कोई ठोस कार्य नहीं हुआ है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि नगर निगम का ध्यान इस वार्ड की ओर नहीं है। बारिश के दिनों में लोग मुख्य सड़कों की जगह वैकल्पिक रास्तों का सहारा लेते हैं, जो लबा और असुविधाजनक हैं। यह स्थिति खासकर महिलाओं और स्कूली बच्चों के लिए चिंता का विषय बनी हुई है। बुजुर्गों के लिए गंदे पानी से भरी सड़क पार करना किसी चुनौती से कम नहीं है। स्थानीय लोगों ने यह भी बताया कि जब से क्षेत्र नगर निगम के अंतर्गत आया है, तब से उन पर टैक्स का अतिरिक्त बोझ पड़ गया है। नगर निगम क्षेत्र में रहने के नाम पर कागजी सुविधाओं के लिए हर वर्ष अलग से टैक्स देना पड़ता है, जबकि ज़मीनी हकीकत यह है कि कोई भी मूलभूत सुविधा लोगों को नहीं मिल रही है। बिना सुविधा के टैक्स देना आम लोगों के लिए मुश्किल है। तुरहा टोल के लोगों का कहना है कि नगर निगम चुनाव के बाद वे विकास की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन हालात पहले से भी बदतर हो गए हैं। वार्ड संख्या 25 के हालात नगर निगम की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर रहे हैं। साफ-सफाई, पेयजल, जलनिकासी जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित इस क्षेत्र के लोगों में आक्रोश फैल रहा है। लोग सवाल कर रहे कि टैक्स वसूली में सक्रिय नगर निगम समस्याओं के समाधान में क्यों असहाय नजर आता है। नाला की निरंतर सफाई नहीं होने से परेशानी:मधुबनी नगर निगम के अधिकारी भले ही रोजाना शहर में सफाई होने के दावे करते रहें, लेकिन वार्ड 25 के नारियल बाजार तुरहा टोल समेत कई मोहल्लों की जमीनी हकीकत इन दावों की सच्चाई पर बड़ा सवालिया निशान लगाती है। इन गलियों में हर रोज गंदा पानी जमा रहता है, कूड़ा-कचरा सड़कों पर बिखरा होता है और बदबू से वातावरण इतना प्रदूषित हो जाता है कि लोग घर से बाहर निकलने से कतराते हैं। यह समस्या केवल एक-दो दिन की नहीं, बल्कि महीनों तक बनी रहती है। विशेषकर बारिश के मौसम में स्थिति और भी भयावह हो जाती है। जलजमाव के चलते सड़के कीचड़ में तब्दील हो जाती हैं और खुले में पड़ा कूड़ा संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ा देता है। ऐसी स्थिति में मोहल्लेवासियों को मजबूरी में अपने ही घरों में कैद रहना पड़ता है, क्योंकि बाहर निकलना स्वास्थ्य के लिए खतरा बन जाता है। नगर निगम का दावा है कि सफाई नियमित रूप से की जाती है, लेकिन वास्तविकता यह है कि न तो सफाई कर्मी समय पर आते हैं, न ही कचरा उठाने की कोई सुचारु व्यवस्था है। नागरिकों ने कई बार शिकायतें दर्ज कराईं, लेकिन हर बार उन्हें सिर्फ आश्वासन मिला। अब तो जिले के वरीय पदाधिकारी को संज्ञान लेना चाहिए। कूड़ा व गंदे पानी से संक्रमण का खतरा नगर निगम के अधिकारी चाहे जितना दावा कर लें कि मधुबनी शहर में प्रतिदिन सफाई हो रही है, लेकिन वार्ड संख्या 6 की गरीबनाथ मंदिर गली की हालत इन दावों की पोल खोल कर रख देती है। यहां की जमीनी सच्चाई यह है कि गली में जगह-जगह गंदा पानी भरा रहता है, कूड़ा-कचरा सड़कों पर बिखरा पड़ा होता है और बदबू से लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो जाता है। यह स्थिति सिर्फ एक-दो दिन की नहीं, बल्कि महीनों तक बनी रहती है। खासकर बारिश के मौसम में तो हालात और भी भयावह हो जाते हैं। गली की सड़कें जलजमाव के कारण कीचड़ में बदल जाती हैं और आसपास फैले कूड़े-कचरे से संक्रमण और बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में लोगों की मांग है कि निगम प्रशासन नियमित सफाई की व्यवस्था को दुरुस्त करें, ताकि लोगों को स्वच्छ वातावरण मिल सके।
बोले जिम्मेदार शहर के समग्र विकास को ध्यान में रखते हुए नगर निगम द्वारा निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। नागरिक सुविधाओं को सुदृढ़ करने की दिशा में कार्य हो रहा है। नाला कार्य को शीघ्र आरंभ करने की योजना बनाई गई है। टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। कार्य शीघ्र शुरू होने की उम्मीद है। विशेष रूप से नारियल बाजार तुरहा टोल में लंबे समय से जलजमाव की समस्या ने जनजीवन को प्रभावित किया है। प्रत्येक वर्ष बरसात के मौसम में यह क्षेत्र एक अस्थायी जलाशय में तब्दील हो जाता है, जिससे आम नागरिकों को आवागमन में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। साफ सफाई को लेकर हर वार्ड में निरंतर साफ सफाई के लिए कर्मी की नियुक्ति की गई है। शिकायत मिलने पर तुरंत ही संबंधित अधिकारी से बात कर वार्ड में साफ सफाई की व्यवस्था कर दी जाती है। -अनिल कुमार चौधरी, नगर आयुक्त मधुबनी
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