उदाकिशुनगंज: अनुमंडलीय अस्पताल के चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए लोगों ने मचाया हंगामा।
उदाकिशुनगंज अनुमंडलीय अस्पताल में एक बालक की सर्पदंश से मौत हो गई। परिवार के मुताबिक, चिकित्सक की लापरवाही के कारण इलाज में देरी हुई। हंगामे के बाद एसडीएम ने लापरवाह चिकित्सक पर कार्रवाई और परिजनों को...

उदाकिशुनगंज एक प्रतिनिधि। उदाकिशुनगंज अनुमंडलीय अस्पताल में शुक्रवार को सर्पदंश से एक बालक की मौत हो गई। इसमें चिकित्सक की लापरवाही सामने आया है। बालक की मौत के बाद स्वजन साथ गांव वालों ने जमकर हंगामा मचाया। हंगामा की वजह से वहां मौजूद अन्य चिकित्सा कर्मी भाग खड़े हुए। सूचना पर पहुंचे एसडीएम एसजेड हसन ने लापरवाह चिकित्सक पर कार्रवाई करने और मृत के परिजन को मुआवजा देने का भरोसा दिलाया। उसके बाद लोगों का ग़ुस्सा शांत हुआ। चिकित्सक की लापरवाही सामने आने के बाद अस्पताल के उपाधीक्षक डा. पीपी राजन कर्तव्य पर तैनात डाक्टर के बचाव के पक्ष में सामने आए।
वहीं इस मामले को लेकर मृत बालक के चाचा मु. वाजुल हक ने डियुटि से गायब चिकित्सक डा. संतोष कुमार और अस्पताल प्रबंधक संजीव कुमार वर्मा के खिलाफ थाना में आवेदन दिया है। जिसमें स्वास्थ्य अधिकारी पर कार्रवाई की मांग की गई है। मृत बालक का नाम शेफ अली (7) हैं। वह उदाकिशुनगंज प्रखंड क्षेत्र के जौतेली पंचायत अंतर्गत रहुआ वार्ड संख्या एक के सोनू अंसारी का पुत्र था। परिजन ने बताया कि बच्चा घर के आंगन में खेल रहा था। जहां सर्प ने काट लिया। स्वजन के मुताबिक बिना वक्त गंवाए बच्चे को लेकर अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचे। यहां पर चिकित्सक मौजूद नहीं थे। परिजन ने बताया कि अस्पताल पहुंचने के करीब आधे घंटे के बाद बिना चिकित्सक के सलाह के जीएनएम ने बच्चे को सूई लगाया और स्लाइन चढ़ाना शुरू किया। इस दौरान बच्चे की मौत हो गई। परिजन के मुताबिक इलाज के अभाव में बालक की मौत हो गई। उसके बाद परिजन हंगामा मचाने लगे। खबर सुनकर मृतक बालक के गांव से भी लोग पहुंच गए। जहां हंगामा मचाया गया। इस दौरान अस्पताल परिसर में तोड़फोड़ और हंगामा किया जाने लगा। करीब दो घंटे तक हंगामा चलता रहा। इस दौरान अस्पताल के अन्य चिकित्सक और कर्मी भाग निकले। बाद में करीब 10 बजे डियूटि वाले डाक्टर भी पहुंचे। बताया जाता है कि शुक्रवार को सुबह आठ से दोपहर दो बजे तक डा. संतोष कुमार और डा. सरिता कुमारी की डियूटि थे। अस्पताल के उपाधीक्षक डा. पीपी राजन ने कहा कि डा. सरिता कुमारी के संबंध में बताया गया कि वह छुट्टी पर थे। जबकि डा. संतोष कुमार के गायब रहने के संबंध में जांच की बात कही गई। वहीं अस्पताल के उपाधीक्षक ने कहा कि बच्चे की हालत पहले से खराब थी। मृत बालक के चाचा वाजुल हक ने कहा कि अस्पताल के मैनेजर संजीव वर्मा ने कुछ ले देकर मामला रफा-दफा करने की पेशकश की। सूचना पर एसडीएम एसजेड हसन पहुंचे। उनके द्वारा कार्रवाई के आश्वासन पर लोगों का ग़ुस्सा शांत हुआ। एसडीएम ने बताया कि लापरवाह चिकित्सक पर कार्रवाई होगी। वहीं मुआवजा को लेकर बीडीओ और सीओ को निर्देशित किया।मामले में चिकित्सक के खिलाफ थाना में शिकायत आवेदन दिया गया है। पुलिस ने बताया कि आवेदन के आलोक में कार्रवाई की जा रही है।
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