आरलाल चानन प्लस टू हाई स्कूल में भवन की कमी से पढ़ाई बाधित
आरलाल चानन प्लस टू हाई स्कूल में भवन की कमी से पढ़ाई बाधित

चानन। पीएम श्री स्कूल योजना के तहत चानन प्रखंड का आरलाल प्लस टू हाई स्कूल लाखोचक का चयन किया गया है। चयन के बाद कक्षा 06 से 12 तक की पढ़ाई होनी है। लेकिन मर्यादित भवन नहीं रहने से वर्तमान में कक्षा संचालन नहीं हो पा रही है। पीएम श्री स्कूल योजना का मुख्य उद्देश्य स्कूलों में शिक्षा के गुणवत्ता का सुधार करना है, ताकी बच्चों को बेहतर कौशल विकास के अवसर मिल सकें। इस योजना के तहत केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा 60:40 के अनुपात में फंड दिया जाना है। स्कूलों में बेहतर शिक्षा का माहौल कायम हो इसके लिए स्कूल प्रधान उमेश शर्मा काफी सख्त रहते है।
शिक्षकों और विद्यार्थियों की प्रतिदिन की उपस्थिति को भी रजिस्टर में मेंटेन किया जाता है, बावजूद कई समस्याएं अब भी मौजूद है। प्लस टू का नहीं बन सका भवन : चानन प्रखंड के अधिकांश स्कूलों में एक दशक पहले प्लस टू का भवन बन गया है। लेकिन यहां भवन निर्माण अब तक संभव नहीं हो सका है। ऐसा नहीं है कि भवन निर्माण का टेंडर नहीं हुआ था। टेंडर के बाद उस वक्त संवदेक द्वारा जमीन समतलीकरण भी कराया गया, उसके बाद कभी काम हुआ ही नहीं। कैंपस में दिखा अनुशासन की झलक : उच्चतर माध्यमिक स्कूल लाखोचक में प्रत्येक बच्चों को यूनिफार्म में स्कूल आना अनिवार्य होता है। छात्राओं की पर्याप्त संख्या भी है, उन्हें बैठने हेतु बेंच-डेस्क भी है। लेकिन संस्कृत एवं हिन्दी के शिक्षक नहीं रहने से विषयवार वर्ग संचालन में दिक्कत होती है। प्रायोगिक कक्षाओं का बच्चे उठा रहे आनंद : नयी व्यवस्था के तहत स्कूल में बच्चों को हर दिन विज्ञान शिक्षक अविनाश कुमार, सुमन कुमारी, डोली कुमारी, स्वीटी कुमारी, प्रीति कुमारी द्वारा प्रायोगिक कक्षाएं करायी जाती है। प्रैक्टिकल क्लास होने से छात्र-छात्राओं में नई उर्जा का संचार हुआ हैं । पहले बच्चे सिर्फ सैद्धांतिक वर्ग संचालन ही होता था। प्रैक्टिकल क्लास के साथ ही नागमणी भूषण एवं प्रीतम कुमार द्वारा छात्राओं को कंम्यूटर क्लास कराया जाता है। यही वजह है इस स्कूल से अब तक कई छात्र राज्य व जिले में परचम लहरा चुके है। 10 वर्ष बाद भी नहीं बन सका प्लस टू का भवन : स्कूल कैंपस में पिछले 10 वर्षो से प्लस टू का भवन नहीं बन सका है। मर्यादित भवन नहीं रहने छात्रा-छात्राओं को बरामदे पर बैठ कर क्लास करना पड़ता है। भवन निर्माण को लेकर कई बार वरीय अधिकारी को अवगत कराया गया। लेकिन अब तक किसी ने सूध नहीं ली। भवन के साथ ही स्कूल कैंपस की घेराबंदी नहीं होने से मनचले युवकों का आना-जाना लगा रहता है। स्कूल खत्म होने के बाद अक्सर आस पास युवकों द्वारा स्कूल कैंपस में आकर मौज मस्ती करते नजर आते है। इसे न तो कोई रोकने वाला होता है, ओर न कोई टोकने वाला। एक नजर इधर भी: स्कूल की स्थापना 1970 में पीएमश्री से टैग 01 मई 2025 से कुल शिक्षक की संख्या 21 वर्ग नवम में 271, दशवी में 301 11वी में नामांकन चालू 12 वीं में 428 छात्र-छात्राएं नामांकित पीएम श्री होने के उपरांत कमरा, किचन शेड, 100 फीट चाहरदीवारी की आवश्यकता के साथ ही रसोईया, थाली, टव, बाल्टी, छोलनी, डब्बू, गैस, चूल्हा, दरी, जग स्थित किचन के तमाम जरूरी चीज की आवयकता है। वर्तमान में स्कूल पहले जहां चल रहा है, वहीं पूर्वत संचालन किया जा रहा है। -प्रस्तुति : प्रकाश मंडल, चानन। बोले जिम्मेदार लखीसराय डीईओ यदुवंश राम ने कहा कि इंटर तक की शिक्षा व्यवस्था सभी प्लस टू हाई स्कूल में लागू है। विषयवार शिक्षक की व्यवस्था हर स्कूलों में किया जा रहा है। शिक्षा व्यवस्था दुरूस्त हो इसके लिए विभाग पूरी तरह सजग है। भवन निर्माण सहित अन्य आधारभूत संरचना को लेकर विभागीय बेबसाइट पर डाटा अपलोड कराया जाता है। बोले लोग 01. प्लसू टू लाखोचक हाई स्कूल के एचएम उमेश शर्मा ने कहा कि नए सत्र का नामांकन प्रक्रिया जारी है। स्कूल में बेहतर शिक्षा व्यवस्था कायम करने के लिए सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं का साकारात्मक सहयोग मिल रहा है। बच्चों को रोजाना सैद्धांतिक व प्रायोगिक कक्षाएं कराया जाता है। 02. पंचायत मुखिया रीता देवी ने कहा कि लाखोचक हाई स्कूल में शिक्षा का बेहतर माहौल है। घेराबंदी सहित अन्य कार्यो पर हमारी नजर है। जल्द ही स्कूल कैंपस की घेराबंदी करा दिया जायेगा। 03. अंग्रेजी की शिक्षिका सीता कुमारी ने कहा कि वर्तमान में स्कूल में शिक्षा का माहौल बेहतर है। वर्गवार क्लास संचालन किया जाता है। यहां की छात्र-छात्राएं काफी मेहनती है। सीता कुमारी 04. छात्रा सीता भारती ने कहा कि यह सच है कि स्थानीय स्तर पर इंटरमीडिएट की पढ़ाई के लिए संस्थानों, संसाधनों की कमी है। जिस वजह से छात्राओं को बेहतर शिक्षा नहीं मिल पाता है। लेकिन लाखोचक हाई स्कूल में शिक्षा का माहौल बेहतर है। सीता भारती 05. लाखोचक के डीपी यादव ने कहा कि कहने को तो सरकार द्वारा हर पंचायत में उच्च माध्यमिक स्कूल खोल दिया है व इंटर की पढ़ाई के लिए दाखिले भी हो रहे है। लेकिन विषयवार शिक्षक नहीं रहने से पढ़ाई की मुक्कमल व्यवस्था नहीं हो पा रही है। स्कूल की घेराबंदी जरूरी है। डीपी यादव 06. छात्रा रिमझिम कुमारी ने कहा कि यह जरूरी नहीं है कि छात्र-छात्राए बाहर जाकर ही अच्छी पढ़ाई करे। गांव में रहकर भी अच्छा रिजल्ट हासिल किया जा सकता है। जरूरत है छात्राओं को बेहतर माहौल व अच्छा मार्गदर्शन मिलें। रिमझिम कुमारी 07. छात्रा प्रिया रानी ने कहा कि बगैर साधन वाले स्कूलों में भी पढ़ाई करके अच्छा रिजल्ट हासिल किया जा सकता है। चानन में सभी हाई स्कूलों में इंटर तक की पढ़ाई होती है। लेकिन विषयवार शिक्षक नहीं रहने से शिक्षा का दम घुटने लगा है। प्रिया रानी 08. रामनगर निवासी बालेश्वर यादव ने कहा कि उच्चतर हाई स्कूल में वर्तमान में बेहतर शिक्षा का माहौल कायम है। स्कूल में बच्चों को अनुशासित तरीके से रखा जाता है। लेकिन विषयवार शिक्षक नहीं रहने से शिक्षा का स्तर घटा है। लाखोचक हाई स्कूल में घेराबंदी जरूरी है। बालेश्वर यादव 09. छात्रा स्वाति कुमारी ने कहा कि उच्चतर हाई स्कूल में छात्र-छात्राओं को बेहतर शिक्षा दिया जा रहा है। यहां इंटर तक की पढ़ाई में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं है। वर्तमान में एक दो विषय को छोड़कर सभी विषय के शिक्षक मौजूद है। स्वाति कुमारी 10. छात्रा श्वेता कुमारी ने कहा कि उच्चतर हाई स्कूल लाखोचक में रूटीन के मुताबिक पढ़ाई हो रहे है। वर्तमान में पर्याप्त शिक्षक-शिक्षिका मौजूद है। इंटर में एक दो विषय के शिक्षक नहीं है, जिसके बारे में स्कूल प्रधान द्वारा वरीय पदाधिकारी को अवगत कराया गया है। श्वेता कुमारी 11. रामसीर के रविन्द्र कुमार शर्मा ने कहा कि पहले मध्यम वर्ग के परिवार को अपनी बेटी को उच्चतर शिक्षा दिलाने में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता था, अब ऐसा नहीं है। लाखोचक हाई स्कूल में अब इंटर की पढ़ाई हो रहे है। अन्य जगह से बेहतर माहौल भी है। रविन्द्र कुमार शर्मा 12. छात्रा अनुप्रिया कुमारी ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में शिक्षा की स्थिति बेहतर हुई है। प्लस टू लाखोचक हाई स्कूल में वर्तमान में शिक्षा का माहौल बेहतर हुआ है, इसे ओर बेहतर बनाने की जरूरत है। अनुप्रिया कुमारी
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