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विभागीय उपेक्षा का शिकार बना हुआ है सूर्यगढ़ा उप डाकघर

विभागीय उपेक्षा का शिकार बना हुआ है सूर्यगढ़ा उप डाकघर

Newswrap हिन्दुस्तान, लखीसरायTue, 24 June 2025 04:21 AM
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विभागीय उपेक्षा का शिकार बना हुआ है सूर्यगढ़ा उप डाकघर

प्रस्तुति : राजेन्द्र राज, सूर्यगढ़ा। नगर परिषद और प्रखंड मुख्यालय के बाजार में एनएच 80 के किनारे अवस्थित सूर्यगढ़ा पोस्ट ऑफिस वर्षों पुराना है। इसके बाद भी यह पोस्ट आफिस किराए के मकान में चल रहा है। किराए के मकान में जगह की कमी है। एक ही कमरे में सारा कार्य किया जाता है। वैसे दो काउंटर हैं। पोस्ट आफिस के सहायक, पोस्टमास्टर और अन्य डाक कर्मी एक ही कमरे में कार्य करते हैं। ग्राहकों के बैठने के लिए भी स्थान की कमी है। भीतर के कमरे में ग्राहक एक या दो संख्या में जा सकते हैं। बाकी छोटे बारमदे पर दो चार बैठते हैं।

इसी कमरे में चौदह शाखा डाक कर्मी का आना जाना नियमित होता है। इसके बाद डाक सामग्रियों को रखा जाता है। दो तीन छोटे टेबुल पर इन डाक सामग्रियों को रखा जाता है। इससे कर्मियों तथा ग्राहकों को कठिनाई है। वैसे भीतर में दो कमरे और बरामदे हैं। बताया जाता है कि यह पोस्टमास्टर के आवास के लिए है। दो माह पहले पोस्मास्टर रिटायर्ड हो गए। इनके बाद कोई नए पोस्टमास्टर अब तक नहीं आए हैं। यहां के एक सहायक का भी मुंगेर के लिए एक माह पहले तबादला हो गया था। इनके बदले तीन चार रोज पहले एक सहायक आए हैं। पोस्ट आफिस के कार्यों में वृद्धि हुई है और लोगों ने कहा कि इस परिस्थिति में कर्मियों की संख्या में कमी है। पोस्टमास्टर की पद स्थापना जल्द होना चाहिए था। चार वर्ष पहले सूर्यगढ़ा नगर परिषद भी बन गया। मुख्यालय में रहने के कारण विभिन्न पंचायतों के लोगों को यहां जमा करने, निकासी, डाक सामग्री खरीदने आदि में सुविधा होती है। बाजार का विस्तार हो गया है और आबादी भी बहुत बढ़ गई है। कई व्यापारिक और अन्य प्रतिष्ठान खुल गए हैं। बचत योजनाओं के लिए लोगों को यहां आना पड़ता है। विभिन्न बैंक शाखाओं के रहने, कूरियर आदि के बाद भी पोस्ट आफिस में लोगों की संख्या में कमी नहीं आई है। समय समय पर आधार कार्ड भी बनाने का कार्य किया जाता है। सावन माह की पूर्णमासी में राखी भेजने के स्पेशल राखी के लिफाफे के लिए महिलाएं आती हैं। कम्प्यूटर और ऑनलाइन से कार्य होने पर लोगों को सुविधा होती है। स्थिति यह है कि बिजली आपूर्ति की स्थिति यहां दिन में भी बाधित होती रहती है। इस कारण से कार्य प्रभावित होता है और लोगों को कठिनाई होती है। जेनरेटर बंद पड़ा है। कई माह पहले खराब हो गया हे। कई लोगों ने बताया कि लाइन नहीं रहने पर कम्प्युटर से ऑनलाइन आदि करने में कठिनाई होती है। कई ने बताया कि लाइन आने के बाद ही रसीद मिलती है।जेनरेटर के बदले इनवर्टर से कार्य किया जाता है। स्टाफ की कमी देखी गई। कई बुजूर्गों ने बताया कि पहले यह पोस्ट आफिस कालेज रोड मोड के एक प्राइवेट मकान में चलता था। इसके बाद 1972 में यह थाना के निकट के एक निजी मकान में भाड़े पर चलाया जा रहा है। आधुनिकीकरण करने की दिशा में पूर्व एमएलसी स्व. माधव सिन्हा की पहल पर पटना के सार्वेच्च पीएमही ने निरीक्षण किया था। समय समय पर विभागीय अधिकारियों का भी निरीक्षण होता रहा है। यहां के पोस्टमास्टर को जमीन खोजने के लिए भी कहा गया था। लोगों में इस बात का क्षोभ है कि कजरा का पोस्ट आफिस जो इसके बाद आया और उसके पास अपना भवन है। सूर्यगढ़ा पोस्ट आफिस को अपना भवन नहीं हो सका। यहां तक कि जमीन की व्यवस्था भी नहीं की जा सकी। जिले का यह बड़ा प्रखंड है। नगर परिषद बन गया। कई सब डिवीजनल स्तर के कार्यालय हैं, लेकिन इस पोस्ट आफिस को अपना भवन नहीं हो सका। जमीन की उपलब्धता भी नहीं कराई जा सकी। कई लोगों ने डाक टिकट, लिफाफा आदि नहीं रहने की भी शिकायत की। इससे व्यवसायियों व अन्य प्रतियोगी परीक्षा के आवेदकों को भी कठिनाई होती है। कई लोगों ने बताया कि पोस्ट आफिस आने के लिए समतल नहीं होने से महिलाओं, बच्चों व बुजूर्गों को बहुत कठिनाई होती है। ढ़ाला होने से बरसात में और भी कठिनाई होती है। आज तक इसे समतल नहीं कराया गया। मामूली रूप में कुछ पौधे लगाए गए हैं ,मगर अगल बगल दुकानें हैं। इससे भी ग्राहकों को कठिनाई होती है। यह कार्यालय भवन भी पुराना पड़ता जा रहा है। बोले जिम्मेदार वे तो कुछ दिनों से प्रभार में हैं। वे क्या बोल सकते हैं। यहांकी बिजली की स्थिति ठीक नहीं रहने से डाकघर में परेशानी होती है। अब तो सब कुछ ऑनलाइन ही होता है। इनवर्टर भी है लेकिन बिजली की बड़ी समस्या है। नंद किशोर मंडल प्रभारी पोस्टमास्टर लोगों ने कहा 01. यह बहुत पुराना पोस्ट ऑफिस है। यह दुख की बात है कि अब तक इसको अपना भवन नहीं हो सका। यह किराए के मकान में वर्षों से चल रहा है। अब तक तो भवन बन जाना चाहिए। जगह की कमी है। रविंद्र कुमार 02. पोस्ट आफिस तक जाने का रास्ता ठीक नहीं है। एनएच 80 के बाद ढ़लान पड़ता है। समतल नहीं कराया गया। मिट्टी से भराया नहीं गया है। महिलाओं को बहुत परेशानी होती है। उन्हें बगल में बैठना पड़ता है। मुकेश कुमार 03. अभी तक इसके पास जमीन भी नहीं हो सकी। पोस्ट आफिस के लोग इस पर ध्यान नहीं देते हैं। अंचल कार्यालय से संपर्क करना चाहिए। इन लोगों को पोस्ट आफिस से कोई मतलब ही नहीं है। यहां के लोग भी ध्यान नहीं दे रहे। शंभु कुंवर 04. पहले यह पोस्ट आफिस उनके टोले में चलता था। यहां से तो कई वर्ष पहले उधर थाना के पास गया। अब तक तो विभाग को जमीन खरीद लेना चाहिए था। भाड़े के मकान में जगह भी उतनी नहीं है। राजेश कुमार 05. जितना पुराना यह डाकघर है, उस हिसाब से इसका भवन हो जाना चाहिए था। भवन का नहीं बनना चिंता की बात है। जब जगह ही नहीं है तो भवन की बात बेकार है। लोगों को जमीन और भवन दोनों के लिए प्रयास करना होगा। रामविलास सिंह 06. डाकघर की स्थिति ठीक नहीं है। टिकट, लिफाफा कुछ नहीं मिलता है। लोगों को लौट जाना पड़ता है। किसी किसी प्रतियोगिता परीक्षा में डाक टिकट मांगा जाता है। निबंधित डाक से आवेदन करने के लिए कहा जाता है। रौशन कुमार 07. डाकघर तो जाने की इच्छा नहीं करती। रास्ता तक नहीं बनाया गया है। कम से कम खाली निम्न स्थान को भरा देना चाहिए था। किसी का ध्यान नहीं है। विभाग के अधिकारी को कोई मतलब नहीं। ग्राहक तो लक्ष्मी होते। प्रकाश कुमार 08. पोस्ट आफिस से योजनाओं का प्रचार प्रसार नहीं होता। जो कुछ अखबार या टीवी में देखते है तो उसी के आधार पर जमा कराने के वास्ते जाते हैं। देर लगती है। स्टाफ कम हैं। अभय कुमार 09. सूर्यगढ़ा के नगर परिषद बन जाने के बाद तो जमीन और भवन की व्यवस्था करने में सहायता मिलती। विभाग या पोस्ट आफिस में किसी को अभिरूचि नहीं है। अन्य लोगों को भी रूचि लेना चाहिए। श्याम सुंदर कुमार 10. यह दुख की बात है कि सूर्यगढ़ा में पोस्ट आफिस को अपना मकान नहीं है। जमीन भी नहीं हो सकी । जो ब्रांच आफिस है वे तो घरों या बंगलों में चलते हैं। अच्छी स्थिति नहीं है। दिलीप शर्मा 11. उनका घर तो अलीनगर में पड़ता है। यहां भी एक ब्रांच पोस्ट आफिस है। लोग सूर्यगढ़ा पोस्ट ऑफिस ही जाते हैं। जगह की कमी है। ग्राहकों पर ध्यान नहीं दिया जाता है। दिलीप कुमार 12. अब लोग कम डाकघर जाते हैं। सरकार को और डाकघर की बचत योजनाओं के बारे में प्रचार करना चाहिए। लोकल लोगों के रहने से काम भी गंभीरता से नहीं हो पाता। जगह बड़ी रहनी चाहिए। ग्राहक की कमी नहीं है। फोटो 40 पोस्ट आफिस जाने का जीर्ण शीर्ण रास्ता फोटो 41 पोस्ट आफिस के अंदर कार्य करते कर्मी फोटो 42 रविंद्र कुमार फोटो 43 मुकेश कुमार फोटो 44 शंभु कुंवर फोटो 45 राजेश कुमार फोटो 46 रामविलास सिंह फोटो 47 रौशन कुमार फोटो 48 प्रकाश कुमार फोटो 49 अभय कुमार फोटो 50 श्याम सुंदर कुमार फोटो 51 दिलीप शर्मा फोटो 52 दिलीप कुमार फोटो 53 मनोज साहू

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