दोहरे हत्याकांड में नौ के विरूद्ध गिरफ्तारी वारंट जारी
मुखिया व वार्ड पार्षद हत्याकांड में नौ के विरूद्ध गिरफ्तारी वारंट जारी

लखीसराय, हिन्दुस्तान संवाददाता। पिपरिया थाना क्षेत्र के वलीपुर पंचायत के मुखिया चंदन कुमार उर्फ डोमू एवं वार्ड संख्या 10 के पार्षद प्रतिनिधि चंदन कुमार के दोहरे हत्याकांड मामले में घटना के 10 दिन बाद पुलिस कोर्ट से वारंट प्राप्त करने में सफल हुई। न्यायालय के द्वारा पुलिस को झटका देते हुए उसके मंसूबे को असफल कर दिया गया। पुलिस बिना गिरफ्तारी वारंट प्राप्त किए सीधे कोर्ट से कुर्की जब्ती का वारंट लेकर आरोपियों पर दबाब बनाते हुए शिकंजा कसने का मंसूबा पाल रखा था। पुलिस के द्वारा कुर्की वारंट प्राप्त करने के लिए ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट प्रथम गजाला शहिबा के कोर्ट में शुक्रवार को आवेदन दिया गया।
लेकिन दूसरे पक्ष के अधिवक्ताओं ने पुलिस के द्वारा न्यायिक प्रक्रिया का पालन नहीं करने का आरोप लगाते हुए विरोध जताया उसके बाद कोर्ट के द्वारा आवेदन किए सभी आरोपियों के विरूद्ध विधिवत गिरफ्तारी का वारंट जारी किया गया। कोर्ट के द्वारा नामजद हुए पिपरिया थाना क्षेत्र के वलीपुर निवासी शत्रुघ्न सिंह उर्फ कारू सिंह, शत्रुघ्न सिंह के पुत्र माधव कुमार उर्फ माधव कश्यप, रामचंद्रपुर के कन्हैया सिंह, पोपल कुमार, राजेश राम एवं सूर्यगढ़ा थाना क्षेत्र के रहाटपुर निवासी प्रीतम कुमार के विरूद्ध गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है। इसके अलावा प्राथमिकी में षडयंत्रकर्ता रहे विकास भारद्वाज के अलावा अप्राथमिकी अभियुक्त मुकेश कुमार उर्फ उमाशंकर कुमार उर्फ पेट्रोल एवं शिवम भारद्वाज उर्फ गोलू बाबू के विरूद्ध वारंट जारी हुआ है। पुलिस सीधे कुर्की जब्ती का वारंट प्राप्त कर आरोपियों पर दबाब बनाने का मास्टर प्लान बनाया था लेकिन कोर्ट के निर्णय के बाद गिरफ्तारी वारंट तो मिल गया लेकिन दबाब बनाने की रणनीति फेल हो गई। हालांकि पुलिस टीम आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर लगातार छापेमारी करने एवं गिरफ्तारी का हरसंभव प्रयास किए जाने का दावा कर रही है। घटना के 10 दिन बीतने के बाद भी वलीपुर गांव एवं मृतक के बीच सन्नाटा व दहशत है। देर शाम तक चहल पहल रहने वाले स्थानों पर शाम होते ही शांति छा जा रही है। गांव की गलियों से गुजरने वाले हर अजनबी चेहरे को लोग संदेह की नजर से देख रहे हैं। वहीं पुलिस हत्याकांड में शामिल रहे तीन हायर किए गए शूटर के साथ ही एक लोकल शूटर की गिरफ्तारी को लेकर भी जिला तकनीकी टीम के साथ ही एसटीएफ के सक्रिय रहने की बात कह रही है। पूरी तरह से देखा जाय तो शुरूआती दो दिनों में पुलिस को एक शूटर भोजपुर जिला के नारायणपुर निवासी धीरज सिंह एवं सिनेमा हॉल के मैनेजर रामाकांत सिंह की गिरफ्तारी के बाद कोई सफलता हाथ नहीं लगा है। पुलिस का हर हथकंडा अब तक फेल हो रहा है और कोई भी इनपुट कार्य नहीं कर रहा है। पुलिस किसी तरह हत्याकांड में मुख्य भूमिका निभाने वाले मुकेश कुमार उर्फ उमाशंकर उर्फ पेट्रोल एवं शराब धंधेबाज माधव कुमार उर्फ माध्य कश्यप तक पहुंचना चाहती है ताकि पूरे घटनाक्रम में शामिल रहे कई सफेदपोशों की भूमिका का पर्दाफाश हो सके।
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