पंचायती राज में भी मोहनपुर गांव का नहीं हो सका विकास
पंचायती राज में भी मोहनपुर गांव का नहीं हो सका विकास

चानन, निज संवाददाता। सरकार की तमाम योजना और अधिकारियों के प्रयास के बावजूद लाखोचक पंचायत के मोहनपुर गांव का समुचित विकास नहीं हो सका। यहां रहने वाले लोगों की दशा को देखने से इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि यहां रह रहे आबादी को समग्र विकास का इंतजार है। कहने के तो पंचायत मुखिया रीता देवी द्वारा पीएम आवास, वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन सहित अन्य विकास कार्यो को तवज्जों दिया जा रहा है, लेकिन जल निकासी की व्यवस्था सुदृढ़ नहीं रहने से सड़क पर हमेशा घुटने भर पानी जमा रहता है। करीब डेढ़ हजार की आबादी वाले इस गांव में जल निकासी की समस्या वर्षो से गंभीर बना हुआ है।
जल निकासी व्यवस्था सुदृढ़ करने को लेकर ग्रामीणों द्वारा जांच आए अधिकारी को भी कई बार अवगत कराया गया, लेकिन नतीजा सिफर निकला है। जलप्पा स्थान की ओर जाने वाली सड़क हमेशा कीचड़मय रहने से आंगनबाड़ी केन्द्र पर भी बच्चों को जाने में परेाानी होती है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी गांव पिछड़ा हुआ है। गांव में उपस्वास्थ्य केन्द्र नहीं रहने से लोगों को ग्रामीण चिकित्सक के सहारे रहना पड़ रहा है। गांव में हर घर नल जल का हाल भी ठीक नहीं है। पीएचईडी द्वारा बोरिंग कराया गया, लेकिन घरों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि पंचायती राज पदाधिकारी मोनिका सिन्हा एवं बीडीओ द्वारा गर्मी के शुरूआती दौर में ही स्थलीय जांच किया गया। जांच कर वरीय पदाधिकारी को रिपोर्ट भी भेजा गया है, लेकिन निदान आज तक नहीं हो सका। मुखिया की नजर में : पंचायत की मुखिया रीता देवी ने कहा कि वरीय अधिकारी को हर घर नल जल के बारे में अवगत कराया गया है। सड़क पर जलजमाव से मुक्ति को कर कार्य किया जायेगा। पंचायती राज में कोई भी गांव विकास से महरूम नहीं रहेगा।
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