Hindi NewsBihar NewsKatihar NewsRPF Reinforces Commitment Against Drug Trafficking on International Day Against Drug Abuse

आरपीएफ ने मनाया अंतर्राष्ट्रीय मादक पदार्थ निषेध एवं तस्करी रोकथाम दिवस

आरपीएफ ने मनाया अंतर्राष्ट्रीय मादक पदार्थ निषेध एवं तस्करी रोकथाम दिवस आरपीएफ ने मनाया अंतर्राष्ट्रीय मादक पदार्थ निषेध एवं तस्करी रोकथाम दिवसआरपीएफ

Newswrap हिन्दुस्तान, कटिहारSat, 28 June 2025 01:35 AM
share Share
Follow Us on
आरपीएफ ने मनाया अंतर्राष्ट्रीय मादक पदार्थ निषेध एवं तस्करी रोकथाम दिवस

कटिहार, एक संवाददाता रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने 26 जून को अंतर्राष्ट्रीय मादक पदार्थ निषेध और तस्करी रोकथाम दिवस के अवसर पर देशभर में मादक पदार्थों की तस्करी के विरुद्ध अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। इस वर्ष की थीम ‘राष्ट्र और युवाओं को नशे की विनाशकारी पकड़ से बचाना रही, जिसके तहत आरपीएफ ने रेल नेटवर्क को नशा तस्करी से मुक्त रखने के अपने प्रयासों को रेखांकित किया। 2024 में रिकॉर्ड सफलता आरपीएफ ने वर्ष 2024 में 220 करोड़ रुपये से अधिक के मादक पदार्थ जब्त किए और 1,388 तस्करों को गिरफ्तार किया। सीपीआरओ ने बताया कि वर्ष 2025 की बात करें तो सिर्फ पहले चार महीनों में ही 68 करोड़ रुपये से अधिक की जब्ती की गई है, जो खुफिया जानकारी पर आधारित और समन्वित प्रवर्तन कार्यवाही की निरंतर सफलता को दर्शाता है।

भारतीय रेल की विशालता, किफायती दर और सुलभता के कारण तस्कर अक्सर इसका उपयोग राज्यों के बीच मादक पदार्थों की तस्करी के लिए करते हैं। वे सामान्य बोगियों, स्लीपर कोच, पार्सल वैन और यहां तक कि यात्रियों को मानव वाहक के रूप में इस्तेमाल करते हैं। यह प्रवृत्ति कानून प्रवर्तन एजेंसियों के लिए एक विशेष चुनौती बन गई है। हालांकि, भारतीय रेल का रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) इन खतरों का मुकाबला करने के लिए सतर्क और सक्रिय बना हुआ है तथा समय के साथ अपनी रणनीतियों को लगातार अद्यतन करता आ रहा है। ऑपरेशन नारकोस नामक राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ अपनी कार्रवाई को काफी तेज़ कर दिया है। आरपीएफ ने मादक पदार्थ तस्करी से निपटने के लिए बहुपरतीय रणनीति अपनाई। इसके तहत ट्रेनों, प्लेटफार्मों और पार्सल कार्यालयों पर नियमित एवं औचक जांच की। उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में विशेष निगरानी दल, स्निफर डॉग स्क्वॉड और वेश बदलकर तैनात अधिकारी को लगाया गया। सीसीटीवी, हैंडहेल्ड स्कैनर, और बॉडी-वॉर्न कैमरों का व्यापक उपयोग किया। एनसीबी, जीआरपी, राज्य पुलिस सहित अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय के साथ काम किया। साथ ही यात्रियों के लिए जनजागरूकता अभियान भी चलाया।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें