डीआरडीओ के वैज्ञानिकों ने वैज्ञानिक बनने के लिए किया प्रेरित, दी जानकारी कार्य प्रणाली की जानकारी
डीआरडीओ के वैज्ञानिकों ने वैज्ञानिक बनने के लिए किया प्रेरित, दी जानकारी कार्य प्रणाली की जानकारी डीआरडीओ के वैज्ञानिकों ने वैज्ञानिक बनने के लिए किय

बरहट । निज संवाददाता प्रखंड के मलयपुर पंचायत में संचालित कृत्यानंद मध्य विद्यालय में गुरुवार को डीआरडीओ के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. पूर्णेन्दु चतुर्वेदी और डॉ. ईशा यादव द्वारा स्कूल का भ्रमण किया गया। मौके पर विद्यालय के शिक्षक व शिक्षिकाओं ने उन्हें फूलमाला पहनकर स्वागत किया। पश्चात वैज्ञानिकों ने स्कूल में पढ़ाई कर रहे बच्चों से परिचय पा उन्हें डीआरडीओ की भूमिका से अवगत करा उन्हें वैज्ञानिक बनने को प्रेरित किया । बच्चों को संबोधित करते हुए डॉ पूर्णेन्दु चतुर्वेदी ने ऑपरेशन सिंदुर में डीआरडीओ की भूमिका से बच्चों को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि कैसे डीआरडीओ देश की रक्षा प्रणाली को सशक्त और मजबूत बनाने में अपनी भूमिका निभा रहा है।
उन्होंने परमाणु संरक्षण, रडार, ड्रोन और मिसाइल जैसी तकनीकों की जानकारी देते हुए बच्चों को देशप्रेम की भावना से ओत-प्रोत किया । उन्होंने विद्यालय के बच्चों और शिक्षकों की टीम को डीआरडीओ आने का निमंत्रण भी दिया ताकि वे वैज्ञानिक अनुसंधान और रक्षा प्रौद्योगिकी को नजदीक से समझ सकें। डॉ. ईशा यादव ने बालिकाओं को दी विज्ञान में कैरियर बनाने की प्रेरणा : इस दौरान डॉ. ईशा यादव ने बालिकाओं को विशेष रूप से वैज्ञानिक बनने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि भारत में महिला वैज्ञानिकों की संख्या अपेक्षाकृत कम है। इसलिए ज़रूरत है कि अधिक से अधिक लड़कियाँ इस क्षेत्र में आगे आएं। उन्होंने छात्रों को वैज्ञानिक अनुसंधान के महत्व को समझाया और वैज्ञानिक सोच को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया।बता दें की डॉ. पूर्णेन्दु चतुर्वेदी मूलत: बिहार के मलयपुर से हैं, जबकि डॉ. ईशा यादव दिल्ली की निवासी हैं। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य, शिक्षकगण, छात्र-छात्राएँ एवं अन्य स्थानीय लोग उपस्थित थे।
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