दादा की कर्मठता और दूरदर्शिता ने चुनौती को अवसर में बदलने में निभाई कारगर भूमिका: नीतीश
दादा की कर्मठता और दूरदर्शिता ने चुनौती को अवसर में बदलने में निभाई कारगर भूमिका: नीतीश दादा की कर्मठता और दूरदर्शिता ने चुनौती को अवसर में बदलने मे

गिद्धौर । निज संवाददाता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिवंगत दिग्विजय सिंह की पुण्यतिथि पर उन्हें भावभीनी भावांजलि देते हुए कहा कि वे एक दूरदर्शी व्यक्ति थे। उनकी कर्मठता और दूरदर्शिता ने चुनौती को अवसर में बदलने में कारगर भूमिका निभाई। उनका केंद्रीय वित्त उप मंत्री , रेल राज्य मंत्री और विदेश राज्य मंत्री के रूप में कार्यकाल उपलब्धियों से भरा रहा। उनका योगदान हमारे लिए प्रेरणास्रोत है और उनकी स्मृति हमारे दिलों में सदैव जीवित रहेगा। उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि दिवंगत दिग्विजय सिंह का जीवन , विचार और देश हित में किया गया कार्य आज भी प्रेरक है।
उन्होंने उनके आदर्श पर चलने और उसे जीवन में उतारने का आह्वान किया। डिप्टी सीएम विजय कुमार सिंहा ने कहा कि दिग्विजय सिंह केवल व्यक्ति नहीं अपितु एक विचार भी थे। दिवंगत दिग्विजय सिंह के अधूरे सपनों को साकार करके ही हम उन्हें सच्ची भावांजलि दे सकते हैं। सीएम नीतीश कुमार सुबह 11:15 में गिद्धौर प्रखंड के नयागांव हेलिकॉप्टर से पहुंचे। सीएम श्री कुमार करीब 30 मिनट तक वहां रहे इसके बाद पुन: पटना के लिए प्रस्थान कर गए। जिले के कुन्धुर पंचायत अंतर्गत पड़ने वाले नागी नकटी के कटहरा नदी के तलछटी में बसा नयागांव एक बार पुनः दिवंगत पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह के 15 वीं पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में बिहार सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आगमन से गुलजार हो उठा। बताते चले कि दिवगंत पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. सिंह के पुण्यतिथि पर नयागांव समाधि स्थल पहुंचे प्रदेश के मंत्री, विद्यायक, बुद्धिजीवियों, समाजसेवियों एवं प्रबुद्धजनों ने समाजवादी विचार धारा के इस नेता को समाधि स्थल पर उन्हें वायु एवं सड़क मार्ग से पहुंच कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने आये थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, मंत्री विजय कुमार चौधरी, लेसी सिंह, जयंत राज, सुमित कुमार सिंह, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल, सांसद गिरधारी यादव, एमएलसी अजय कुमार सिंह, झाझा विद्यायक दामोदर रावत, मुंगेर विद्यायक प्रणव कुमार यादव, तारापुर विद्यायक राजीव कुमार सिंह, पूर्व एमएलसी संजय प्रसाद, पूर्व विधायक डॉ. रविन्द्र यादव, दिवंगत दादा की पत्नी व पूर्व सांसद पुतुल कुमारी, पुत्री विद्यायक श्रेयसी सिंह, मानसी सिंह, दामाद श्वेताभ, भाई कुमार त्रिपुरारी सिंह सहित अन्य कई पारिवारिक परिजनों ने उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। वहीं इस दौरान समाधि स्थल पर पूर्व केंद्रीय मंत्री के दिग्विजय सिंह के आत्म शांति हेतु वेद मंत्रोच्चार के साथ अन्तरजिले भर के बुद्धिजीवियों, समाजसेवियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान भजन, कीर्तन व शांति पाठ का आयोजन किया गया। बतातें चले कि सीएम के आगमन को लेकर समाधि स्थल, हैलीपैड से लेकर 05 किलोमीटर के दायरे में कई प्रशासनिक पदाधिकारी द्वारा श्रद्धांजलि सभा से जुड़े हर गतिविधि की कड़ी निगरानी रखी जा रही थी। वहीं समाधि स्थल पर आने वाले लोगों की जांच पड़ताल कर ही समाधि प्रवेश दिया जा रहा था। इधर जिले से अपने चहेते नेता दिग्विजय सिंह को श्रद्धांजलि देने भाजपा जिलाध्यक्ष दुर्गा केशरी, जद यू जिलाध्यक्ष शैलेंद्र महतो, पूर्व जिलाध्यक्ष प्रकाश भगत, कन्हैया सिंह, भाजपा मंडल अध्यक्ष राजा बाबू केशरी, समाजसेवी भावानंद, जदयू नेता ई. शम्भु शरण, जद यू जिला उपाध्यक्ष सुनील कुमार बरनवाल, भाजपा नेता बिनोद यादव, राजद नेता राजेन्द्र यादव के अलावे अन्तर जिले भर के दादा के चाहने वाले लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि देकर नमन किया। दिग्विजय सिंह की केंद्र की राजनीति में थी बड़ी पहचान निशानेबाजी के शौकीन दिग्विजय सिंह राजनीति में भी अपनी मुकाम बना रखा था। 2009 में जब उन्होंने बांका से निर्दलीय चुनाव लड़ा, तब उन्होंने बड़ी जीत हासिल की। उन्होंने खुद को जनता का नेता साबित किया। हालांकि 24 जून 2010 को लंदन में ब्रेन हैमरेज के चलते उनका निधन हो गया और बिहार की राजनीति का एक अध्याय समाप्त हो गया। उनकी मौत के बाद उनकी पत्नी पुतुल कुमारी 2010 के उपचुनाव में बांका से लोकसभा पहुंचीं। हालांकि वे 2019 में चुनाव हार गईं। वहीं बेटी श्रेयसी सिंह ने भी अपने पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाया। 2020 में वे भाजपा में शामिल हुईं और जमुई से पहली बार भारी जीत के साथ विधायक चुनी गईं। मुख्य बातें बिहार के सीएम नीतीश कुमार मंगलवार को जमुई जिले के गिद्धौर प्रखंड स्थित नया गांव पहुंचे। यहां दिवंगत पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह की 15वीं पुण्यतिथि कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री सुबह 11:15 बजे हेलीकॉप्टर से पहुंचे। उनके साथ उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा और मंत्री विजय चौधरी और सुमित सिंह समेत कई नेता मौजूद थे। जमुई और बांका जिले में दिग्विजय सिंह का मजबूत राजनीतिक प्रभाव था। सुरक्षा व्यवस्था के लिए मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा और जमुई जिले से बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किये गये थे। हेलीकॉप्टर लैंडिंग स्थल से 5 किलोमीटर के दायरे में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये थे। जगह-जगह बैरिकेड्स लगाए गए थे। आने-जाने वाले लोगों की मेटल डिटेक्टर से जांच की गई। कार्यक्रम स्थल के आसपास के इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया। सुरक्षा व्यवस्था के कारण स्थानीय लोगों को कुछ घंटों तक असुविधा का सामना करना पड़ा।
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