व्यक्ति को मानसिक और शारीरिक रूप से कमजोर करता है नशा
व्यक्ति को मानसिक और शारीरिक रूप से कमजोर करता है नशा व्यक्ति को मानसिक और शारीरिक रूप से कमजोर करता है नशा

जहानाबाद, नगर संवाददाता अंतरराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस के अवसर पर जिला व्यवहार न्यायालय परिसर में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला एवं सत्र न्यायाधीश ब्रजेश कुमार ने नशे के दुष्परिणामों पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि तंबाकू, शराब और अन्य मादक पदार्थों का सेवन स्वास्थ्य के लिए अत्यंत घातक है। ये न केवल व्यक्ति को मानसिक और शारीरिक रूप से कमजोर करते हैं, बल्कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण भी बन सकते हैं। नशा व्यक्ति के जीवन, परिवार और समाज को बर्बाद कर देता है।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने युवाओं से आह्वान किया कि वे खुद नशे से दूर रहें और समाज में भी इसके खिलाफ जागरूकता फैलाएं। उन्होंने कहा कि नशा छोड़ना केवल व्यक्ति का ही नहीं, बल्कि पूरे समाज के स्वास्थ्य और भविष्य का सवाल है। इस मौके पर न्यायिक पदाधिकारी, अधिवक्ता, पारा लीगल वॉलंटियर्स और बड़ी संख्या में आम नागरिक उपस्थित रहे। सभी ने नशा मुक्त समाज बनाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम के अंत में जिला विधिक सेवा प्राधिकार की ओर से उपस्थित लोगों को नशा मुक्ति की शपथ दिलाई गई। इसके अलावा, नशा उन्मूलन से जुड़ी जानकारी देने वाले पंपलेट भी वितरित किए गए ताकि अधिक से अधिक लोग जागरूक हो सकें। फोटो- 26 जून जेहाना- 10 कैप्शन- व्यवहार न्यायालय में नशा मुक्ति पर शपथ दिलाते जिला जज
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