अनुदानित बीज का किल्लत, कम आवंटन से किसान परेशान
हाजीपुर, एक प्रतिनिधिबाजार से बीज खरीद रहे हैं, क्योंकि अनुदानित बीज मिलने की संभावना कम हो गई है। डिमांड से काफी कम बीज बाजार से बीज खरीद रहे हैं, क्योंकि अनुदानित बीज मिलने की संभावना कम हो गई है।...

हाजीपुर, एक प्रतिनिधि वैशाली जिले में जरूरत से कम अनुदानित बीज का आवंटन मिलने के कारण किसान को मायूस किया है। इस बार खरीफ की मुख्य फसल धान समेत अन्य फसलों के बीज की किल्लत के कारण किसान खुले बाजार से बीज खरीद रहे हैं, क्योंकि अनुदानित बीज मिलने की संभावना कम हो गई है। डिमांड से काफी कम बीज मिलने का असर किसानों पर पड़ रहा है। इस साल अनुदानित बीज वितरण के लिए कृषि विभाग के द्वारा 1509.04 क्वींटल बीज वितरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। इनमें कंम्पोस्ट खाद के लिए 800.01 क्वींटल बीज वितरण का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें मात्र 100 क्वींटल ढैंचा बीज उपलब्ध कराया गया।
उपलब्ध ढैंचा बीज किसानों के बीज वितरण किया गया है, लेकिन खरीफ की मुख्य फसल धान बीज के लिए किसान बीज के लिए बाजार पर निर्भर हैं। इस बार भी बीते वर्ष 82675.44 हेक्टेयर में खरीफ फसलों करने का लक्ष्य रखा है, जिसमें खरीफ की मुख्य फसल धान की खेती 51295.50 हेक्टेयर में करने का लक्ष्य है। लक्ष्य के अनुरुप मुख्यमंत्री तीव्र बीज योजना एवं 10 वर्ष से पुराना प्रभेद का 1218.04 क्वींटल अनुदानित बीज वितरण का लक्ष्य था जिसमें मात्र 589.71 क्वींटल बीज का आवंटन जिला को मिला हैं। 27 जून तक जिलेभर में 576.80 क्वींटल बीज का वितरण हुआ और शेष 13 क्वींटल बीज बचा है। जिले में अनुदानित बीज के लिए 17364 किसानों ने ऑनलाइन आवेदन किया था जिसमें 27 जून तक आवेदनों की जांच की प्रक्रिया पूरी कर जिला कृषि कार्यालय से 16130 आवेदनों का अनुदानित बीज के लिए स्वीकृत किया है। इनमें 27 जून तक 9524 किसानों के बीच खरीफ फसलों का 861.28 क्वींटल बीज का वितरण किया गया है। जिले में दलहन के लिए 2484.63 हेक्टेयर में अरहर की खेती का लक्ष्य रखा गया था। अरहर के अनुदानित 291 क्वींटल बीज वितरण लक्ष्य के विरुद्ध 290. 96 क्वींटल बीज उपलब्ध हुआ जिसमें 576.80 क्वींटल बीज का वितरण हो चुका है, लेकिन अब तक उरद, सूर्यमुखी का बीज का आवंटन जिला को नहीं मिला है। बेबी कॉर्न के लिए अनुदानित 0.02 क्वींटल एवं स्वीट कॉर्न के लिए 0.16 क्वींटल बीज वितरण का लक्ष्ण था लेकिन बीज का आवंटन नहीं मिलने से किसान चिंतित है। जिले में खरीफ में मक्का की खेती करने वाले किसानों कृषि विभाग ने निराश किया है। इस बार अनुदानित मक्के का बीज का भी आंवटन नहीं मिला जिसके कारण किसानों के बाजार से बीज खरीदकर मक्के की खेती कर रहे हैं। इस संबंध में जिला कृषि पदाधिकारी संजय कुमार का कहना है कि खरीफ फसलों के लिए अनुदानित बीज का कम आवंटन मिला है। खासकर धान का बीज डिमांड के कम मिला है, लेकिन प्राथमिकता के आधार पर अनुदानित बीज किसानों को उपलब्ध कराया जा रहा है।
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