जिले में मात्र 21 फीसदी ही पीडीएस अनाज का हुआ उठाव
-पीडीएस अनाज का उठाव और वितरण का निर्देश के बावजूद उठाव कार्य प्रभावित -एसएफसी मुख्यालय

जिले में पीडीएस अनाज का उठाव व वितरण का निर्देश प्रशासन ने दिया है। लेकिन, ट्रांसपोर्टर संवेदकों को करीब सात महीने से बकाया भाड़ा भुगतान नहीं होने की स्थिति में अनाज का उठाव प्रभावित हो रहा है। डोर स्टेप डिलेवरी के संवेदको द्वारा प्रखंड के गोदामो से अनाज का उठाव कर संबंधित पीडीएस दुकानों तक पहुंचने का काम लिया जाता है। लेकिन, अगस्त महीने का अब तक पीडीएस दुकानों में मात्र 21 फीसदी ही अनाज पहुंच पाया है। जबकि अगस्त महीने का अनाज लाभुकों के बीच वितरण के लिए अब तक शत प्रतिशत अनाज का उठाकर दुकानों तक पहुंचा दिया जाना था।
इसी तरह मुख्य ट्रांसपोर्टर संवेदको द्वारा इस समय तक अगस्त महीने का शत-प्रतिशत अनाज का उठाव हो जाता था। लेकिन अभी तक मुख्य ट्रांसपोर्टर के माध्यम से किसी प्रकार 50 फीसदी ही गेंहू का उठाव कराया जा सका है। चावल का उठाव अभी नहीं हो पाया है। जबकि पीडीएस लागू को के बीच वितरण के लिए जिले में प्रत्येक माह करीब 37 हजार क्विंटल गेहूं और 1 लाख 31 हजार क्विंटल चावल का उठाव होता है। मुख्य ट्रांसपोर्टर जिला मुख्यालय से अनाज का उठाव कर प्रखण्ड मुख्यालय के एसएफसी गोदामो में आपूर्ति देते हैं। ऐसी स्थिति को लेकर डीएम शशांक शुभंकर के निर्देश पर शनिवार को जिला मुख्यालय में पीडीएस अनाज उठाव से जुड़े ट्रांसपोर्टर संवेदकों की बैठक विभाग के अधिकारियों के साथ हुई। बैठक में एसएफसी के जिला प्रबंधक राजीव कुमार सिंह और जिला आपूर्ति अधिकारी जनार्दन प्रसाद अग्रवाल ने अनाज उठाव से जुड़े संवेदकों से अनाज उठाव जारी रखना को कहा। साथ ही कहा कि जनहित के तहत अनाज का उठाव सुनिश्चित बनाये रखें। इस दौरान ट्रांसपोर्टों ने 7 महीने से ट्रांसपोर्ट के भाड़े का भुगतान नहीं होने के कारण उत्पन्न आर्थिक स्थिति से अधिकारियों को अवगत कराया। साथ ही अनाज उठाव जारी रखने में अपने को असमर्थ बताया। हालांकि इस बीच अधिकारियों के दिशा निर्देशन को लेकर सम्वेदको ने अनाज उठा करने की किसी प्रकार सहमति जताई। बैठक में विभागीय अधिकारियों के साथ रामकुमार सोनी अनिल सिंह पवन कुमार अरुण कुमार का आदि संवेदक मौजूद थे।
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