शिविर के बाद भी ब्लॉक का लगाना पड़ रहा चक्कर
फोटो,,राशन कार्ड से संबंधित शिकायत लेकर आई महिलाएं की रैप पर। -कैंप
वंचितों को विकास योजनाओं के लाभ से जोड़ने के लिए महादलित टोलों में कैंप लगाया जा रहा है। यहां चिह्नित वंचितों को योजनाओं के लाभ से सीधे जोड़ देना है। लोगों को भाग दौड़ के बिना सभी जरूरी योजनाओं का लाभ मिल सके। इसके लिए शिक्षा सेवक, विकास मित्र के अलावा कई कर्मी सप्ताह भर पूर्व डोर-टू-डोर जाकर वंचितों का डाटा कलेक्ट करते हैं। सूबे के सरकार के निर्देशानुसार कैंप में ही वंचितों को लाभ दिला देना है। लेकिन, आमस में कैंप की सिर्फ खानापूरी की जा रही है। लोगों की मानें तो अधिकारी और कर्मियों की ओर से कैंप के बारे में किसी तरह के प्रचार-प्रसार नहीं कराए जाते हैं।
इस वजह से कैंप के बारे में सभी को जानकारी नहीं मिल पाती है। कैंप में जो जाते हैं उन्हें लाभ नहीं मिल पाता। इस वजह वंचितों को अब भी अंचल ब्लॉक के साथ अन्य विभागों के दफ्तरों का चक्कर लगाना पड़ रहा है। इसके बाद भी इनका काम नहीं हो पा रहा है। राशन कार्ड में नाम जुड़वाने व नाम कटवाने के लिए बुधवार को सुदूर गांव की कई महिलाएं ब्लॉक पहुंची थीं। लेकिन, करीब 12 बजे तक इनकी मुलाकात कार्यपालक सहायक से नहीं हो सकी। इसे लेकर महिलाएं गुस्से में थीं। करमडीह की श्यामा देवी को राशन कार्ड में बेटी के नाम जुड़वाना है। पतेज की मधु कुमारी की शादी हो गई है। इसे राशन कार्ड से नाम कटवाना है। रामपुर की तेतरी देवी का नाम जुड़वाना है। इसके लिए ये कई दिनों से ब्लॉक का चक्कर लगा रही हैं। लेकिन, विभागीय अधिकारी कर्मी नहीं मिल रहे। पीडीएस के कार्यपालक सहायक निकेत कुमार ने बताया कि सिर्फ बुधवार को आमस ब्लॉक में बैठते हैं। शेष दिन विभागीय अधिकारी के निर्देश पर अनुमंडल कार्यालय में काम करते हैं। कहा कि कैंप में चले जाने के कारण एक दो बुधवार ब्लॉक नहीं पहुंच सके। शिकायत लेकर आई महिलाओं से बात हुई है।
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