बिहार चुनाव से पहले विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में एक्टिव हुई ईओयू, इंजीनियर सुनील तलब
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले विधायकों की खरीद-फरोख्त के मामले में ईओयू एक्टिव हो गई है। ईओयू ने आरजेडी से जुड़े इंजीनियर सुनील को समन भेज कर पूछताछ के लिए बुलाया है।

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले विधायकों की खरीद-फरोख्त के मामले में आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) एक्टिव हो गई है। फरवरी 2024 में नीतीश सरकार के विश्वास मत के दौरान एनडीए विधायकों की खरीद फरोख्त के आरोपी वैशाली के इंजीनियर सुनील कुमार को ईओयू ने पूछताछ के लिए तलब किया है। उनको मंगलवार को ईओयू कार्यालय में उपस्थित होकर अपना पक्ष रखना होगा। इस संबंध में ईओयू ने उनके वैशाली जिले के सहदुल्लापुर और पटना के किदवईपुरी स्थित आवास पर नोटिस चस्पा किए जाने की जानकारी साझा की है।
इस मामले में जदयू विधायक सुधांशु कुमार की शिकायत पर 11 फरवरी 2024 को कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज हुई थी। संवेदनशीलता को देखते हुए बाद में मामले को ईओयू को ट्रांसफर कर दिया गया था। दर्ज एफआईआर में जदयू विधायक ने आरोप लगाया था कि कई एनडीए विधायकों को महागठबंधन के पक्ष में वोट दिलाने के लिए मंत्री पद और 10-10 करोड़ रुपये का प्रलोभन दिया गया था।
एफआईआर के मुताबिक 09 फरवरी 2024 को सुधांशु कुमार के हाजीपुर में रहने वाले रिश्तेदार रणजीत कुमार ने वाट्सएप कॉल कर इंजीनियर सुनील कुमार से उनकी बात कराई थी। बातचीत में राजद से जुड़े इंजीनियर सुनील ने उनको महागठबंधन के साथ आने का आमंत्रण दिया। साथ ही कहा कि आ जाइए, अभी 5 करोड़ दे देते हैं और 5 करोड़ रुपये काम होने के बाद देंगे। नहीं तो मंत्री पद ले लीजिए।
एफआईआर में जदयू विधायक ने इंजीनियर सुनील पर अपने सहयोगियों के माध्यम से विधायक बीमा भारती और दिलीप राय को डरा-धमकाकर अपहरण करने की शिकायत भी दर्ज कराई थी, ताकि दोनों महागठबंधन के पक्ष में मतदान करें। इस मामले में बड़े पैमाने पर पैसे का लेन-देन होने का साक्ष्य मिलने पर राज्य सरकार ने ईडी से भी जांच की अनुशंसा की थी।