सड़क-नाले टूटे, पेयजल संकट व अतिक्रमण से कराह रहा वार्ड-33
वार्ड-33 में विकास कार्यों के बावजूद लोग बुनियादी समस्याओं का सामना कर रहे हैं। जर्जर सड़कों, टूटे नालों और पेयजल संकट से लोग परेशान हैं। पार्षद इशरत जहां लोगों की समस्याओं का समाधान करने की कोशिश कर...
वार्ड-33 में विकास कार्यों के दावों के बावजूद कई मोहल्लों में लोग बुनियादी समस्याओं से जूझ रहे हैं। नर्सरी रोड से युसूफगंज महतो टोली और बीबी पाकर से रहमगंज व दलित बस्ती तक की सड़कें जर्जर हैं। जगह-जगह गड्ढे होने से लोगों को चलने में परेशानी हो रही है। इन सड़कों की मरम्मत की योजना पास हो चुकी है, लेकिन नगर निगम ने अब तक काम शुरू नहीं कराया है। सड़क के साथ-साथ नालियां भी टूट चुकी हैं। इससे जलनिकासी की समस्या बढ़ गई है। नगर निगम की ओर से अब तक वाटर सप्लाई पाइप नहीं बिछायी गयी है। इससे लोगों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है।
शहर के अन्य वार्डों में दूसरे और तीसरे फेज की पाइप बिछायी जा चुकी है, लेकिन यहां अनदेखी हो रही है। स्थानीय निवासी मो. शोएब कुरैशी, मो. हाशिम, प्रमीला देवी, लक्षमिनिया देवी, ठक्को महतो और संतोष कुमार ने बताया कि पार्षद इशरत जहां लोगों की समस्याओं को अपने स्तर से हल करने की कोशिश करती हैं, लेकिन नगर निगम से जुड़े कामों में देरी हो रही है। इसी कारण सड़क और नाले की जमीन पर अतिक्रमण शुरू हो गया है। यदि जल्द काम शुरू नहीं हुआ तो अतिक्रमण और बढ़ेगा। मोहल्ले के कई लोगों की सामाजिक सुरक्षा पेंशन अचानक बंद हो गयी है। इसके लिए उन्हें नगर निगम और अन्य दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। राशन कार्ड भी कई लोगों का बंद कर दिया गया है। इससे जरूरतमंदों को राशन नहीं मिल पा रहा है। पार्षद इशरत जहां ने कहा कि राशन कार्ड और पेंशन के लिए आने वाले लोगों की समस्याओं को प्राथमिकता दी जाती है। हाल ही में आवेदन करने वाले अधिकतर लोगों को राशन मिलना शुरू हो गया है। बाकी को भी जल्द लाभ दिलाने की कोशिश की जा रही है। कई लोगों ने बताया कि आकस्मिक मृत्यु पर मिलने वाली सरकारी सहायता राशि भी उन्हें नहीं मिली है, जबकि कुछ लोगों को समय पर लाभ मिल गया। पूर्व पार्षद फुजैल अंसारी ने कहा कि इस योजना के लिए नगर निगम ने अलग कर्मचारी नियुक्त किया है। शिकायत मिलने पर त्वरित कार्रवाई की जाती है। बता दें कि वार्ड 33 शहर के ऐसे वार्डों में है जिसकी आबादी मिक्स है। इस वार्ड के शहर की दो प्रमुख सड़कों के बीच होने की वजह से मोहल्ले के अंदरूनी हिस्से में घनी आबादी होने के कारण संकरी गली का पूरा जाल है। ऐसे में इन मोहल्लों में सड़क, नाली और पेयजल जैसी समस्या लोगों को परेशान करती है। जर्जर सड़क और टूटी नाली की वजह से जलनिकासी की समस्या लोगों की परेशानी को और भी बढ़ा देती है। मोहल्ला निवासी संतोष कुमार, महादेव महतो, शांता साहु, मो. असगर, अख्तर अली अंसारी, मो. अकबर अली, चांद बाबू, रजिउर रहमान आदि ने कहा कि वार्ड पार्षद मोहल्ले की सफाई पर विशेष ध्यान देती हैं। नाले की मरम्मत हो या सड़क में हल्के गड्ढे, शिकायत करने पर ठीक कर देती हैं। लेकिन बड़े कामों के लिए नगर निगम की उदासीनता की वजह से लोगों की नाराजगी का सामना भी करना पड़ता है। इसी तरह कई मोहल्लों में जर्जर सड़क, अतिक्रमण, जगह-जगह से टूटे नाले, पेयजल आपूर्ति जैसी समस्या से लोगो परेशान हैं।
- बोले जिम्मेदार-
मोहल्ले में बारिश का पानी जमा होने पर उसे दमकल से निकाला जाता है। पीने के पानी की समस्या होने पर मोहल्ले में वाटर टैंकर भेजे जाते हैं। साफ-सफाई का काम भी नियमित रूप से चल रहा है। सड़क निमार्ण की दिशा में भी कार्रवाई की जा रही है।
- रवि अमरनाथ, सिटी मैनेजर
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