Hindi NewsBihar NewsDarbhanga NewsNarrow Roads Cause Struggles for Residents of New Babu Saheb Colony in Darbhanga

न्यू बाबू साहेब कॉलोनी की सड़क संकरी घर तक कार पहुंच पाती है न ही एंबुलेंस

दरभंगा के न्यू बाबू साहेब कॉलोनी के निवासी संकीर्ण सड़कों से परेशान हैं। चौड़ी सड़क की कमी के कारण एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड जैसे वाहन नहीं पहुँच पाते। जलजमाव और पेयजल की कमी भी समस्या है। स्थानीय लोगों...

Newswrap हिन्दुस्तान, दरभंगाSat, 14 June 2025 06:11 PM
share Share
Follow Us on
न्यू बाबू साहेब कॉलोनी की सड़क संकरी घर तक कार पहुंच पाती है न ही एंबुलेंस

दरभंगा । शहर के लहेरियासराय स्थित न्यू बाबू साहेब कॉलोनी के लोग संकीर्ण सड़क रहने से त्रस्त हैं। लोग बताते हैं कि चौड़ी सड़क के अभाव में कार-टेंपो जैसे वाहन मोहल्ले में प्रवेश नहीं कर पाते हैं। बीमारी की स्थिति में घर तक एंबुलेंस नहीं आती। लोग बताते हैं कि अगलगी घटना होने पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी का पहुंचना नामुमकिन है। संकीर्ण रास्ते की वजह से मोहल्ले के चार चक्का वाहन स्वामियों को पार्किंग के लिए 1500-2000 रुपए प्रतिमाह की दर से किराए पर जगह लेनी पड़ती है। लोगों का कहना है कि शादी-ब्याह के अवसर पर जब दूल्हे की गाड़ी घर तक नहीं पहुंचती है तो भारी फजीहत का अनुभव होता है।

मोहल्लेवासी जलजमाव व पेयजल किल्लत की भी शिकायत करते हैं। बताते हैं कि आवाजाही के लिए तीन-पांच फीट की गलीनुमा सड़कें हैं। इसके किनारे पानी निकासी के लिए नाला नहीं है। इसके चलते घंटेभर की जोरदार बारिश से सड़क पर घुटनाभर पानी जमा हो जाता है। अधिवक्ता नंद किशोर चौधरी, अरुण कुमार ठाकुर, रौशन कुमार, अरुण कुमार झा, शंभू नाथ झा, रामाकांत झा, कर्मचारी यूनियन लीडर फूल कुमार झा आदि बताते हैं कि जलजमाव से कच्चे लिंक रोड में आवाजाही बंद हो जाती है। बच्चे, महिलाएं व बुजुर्ग फिसलकर गिरने के डर से घर से नहीं निकलते हैं। उन्होंने बताया कि मुख्य सड़क से मोहल्ले में प्रवेश का रास्ता संकीर्ण होना सबसे बड़ी समस्या है। सड़क कहीं छह-सात फीट चौड़ी है तो कहीं तीन-चार फीट की है। इसके कारण सारी सुविधाएं होने के बावजूद लोगों को पैदल या बाइक से आना-जाना पड़ता है। इस कारण मोहल्ले में लोग रहना नहीं चाहते हैं। उन्होंने बताया कि न्यू बाबू साहेब कॉलोनी की सभी सड़कें निजी जमीन पर बनी हैं। लोगों ने आपसी सहमति से आने-जाने लायक रास्ते के लिए जगह छोड़ी है। इस पर सांसद, विधायक आदि फंड से सड़क बनी है। उन्होंने बताया कि मोहल्ले की मुख्य सड़क को चौड़ा करने की जरूरत है। इसके लिए नगर विकास व आवास विभाग को भूमि अधिग्रहण कर सड़क चौड़ीकरण की पहल करनी चाहिए। हर घर में नहीं लगा नल, सड़क पर कचरा फेंकते हैं लोग: दरभंगा नगर निगम के वार्ड 46 में मौजूद बाबू साहेब कॉलोनी बेहद पुराना है। यहां के लोग बाबू साहेब कॉलोनी को अंग्रेजों के दौर का बताते हैं। इसका विस्तार होने से न्यू बाबू साहेब कॉलोनी बसी है। कमलेश मिश्रा, दिलीप चौधरी, हेमनारायण झा, मणिकांत झा, हर्ष राजन, कपिलदेव झा, सुधीर कुमार सिंह आदि बताते हैं कि चट्टी चौक से बहादुरपुर प्रखंड मुख्यालय होकर देकुली जाने वाली मुख्य सड़क चकाचक है। इसके बावजूद नाले खुले हैं। इसकी गंदगी से दुर्गंध निकलती है और मच्छरों की तादाद बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि न्यू बाबू कॉलोनी में कचरा प्वाइंट निर्धारित नहीं है। लोग घरों के कचरे को पॉलिथीन में बांधकर छत पर से सड़क पर फेंकते हैं। इससे कई बार राहगीर चोटिल भी हो जाते हैं। साथ ही सड़क पर गंदगी पसरी रहती है। उन्होंने बताया कि हर घर नल भी कॉलोनी में शुरू नहीं हुई है। इसके कारण गर्मी में पेयजल किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। मेन रोड तक नाला बनाने की जरूरत न्यू बाबू साहेब कॉलोनी में सभी तबके के लोग रहते हैं और इसकी आबादी करीब 10 हजार है। फूल झा, अजीत चौधरी आदि बताते हैं कि मोहल्ले से बहादुरपुर ब्लॉक जाने वाली मुख्य सड़क तक नाला बनेगा, तभी जलजमाव की समस्या खत्म होगी। उन्होंने बताया कि फूल झा के घर से विनय सिंह के घर होकर भागीरथी झा के मकान तक बुडको सड़क बना रही है। इसके लिए टेंडर निकला है, पर इसमें नाले का प्रस्ताव नहीं है। उन्होंने बताया कि नाला भी साथ बन जाता तो जलजमाव की परेशानी खत्म हो जाती। उन्होंने बताया कि मोहल्ले में रामजानकी मंदिर पोखर की स्थति बदहाल है। इसके चारों तरफ घाट बनाने की पहल हो। इसके किनारे मॉर्निंग वाक पथ एवं क्लब का निर्माण कराया जाए। इससे मोहल्ले के बुजुर्गों व युवाओं को सुविधा मिलेगी। ध्वस्त होने के कगार पर मोहल्ले की सड़क बाबू साहेब कॉलोनी लहेरियासराय जिला मुख्यालय के पास विकसित पहली कॉलोनी मानी जाती है। इसे बसाने का श्रेय लोग मिथिला विभूति बाबू चन्द्रधारी सिंह को देते हैं। फूल झा, नंद किशोर चौधरी, शंभूनाथ झा आदि बताते हैं कि ब्रिटिश शासनकाल के दौरान चंद्रधारी बाबू ने अपनी ड्योढ़ी के कर्मचारियों के लिए क्वार्टर बनवाया। इसके बाद लोग यहां बसने लगे। उन्होंने बताया कि बाबू साहेब कॉलोनी का नया विस्तार कबिलपुर गांव के पूर्वी टोल स्थित चौड़ क्षेत्र में हुआ है। लोगों ने बिना प्लान के इस हिस्से में मकान बनाया है जिससे सड़क संकीर्ण है। उन्होंने बताया कि आवाजाही के लिए बनी मुख्य सड़क कभी भी ध्वस्त हो सकती है। सांसद डॉ. गोपाल जी ठाकुर के फंड से बनी इस सड़क के नीचे की मिट्टी तेजी से खिसक रही है। अगर मरम्मत कार्य नहीं हुआ तो कभी भी सड़क का बड़ा हिस्सा टूट कर जमीदोंज हो जाएगा। बोले जिम्मेदार वार्ड के विकास का रोडमैप तैयार है। कई सड़कों व नालों का निर्माण कराया गया है। न्यू बाबू साहेब कॉलोनी में सड़क चौड़ीकरण के लिए जमीन अधिग्रहण की जरूरत है। सड़क निर्माण हो रहा है, जल्द ही नाले का भी निर्माण कराकर जलजमाव की समस्या को खत्म किया जाएगा। - राजू पासवान, पार्षद, वार्ड नंबर 46 मोहल्ले में जलजमाव की स्थिति में नगर निगम की ओर से दमकल लगाकर पानी निकालने की व्यवस्था की जाती है। पीने के पानी के लिए नगर निगम की ओर से पानी के टैंकर भेजे जाते हैं। मोहल्ले में साफ-सफाई का काम भी नियमित रूप से कराया जाता है। इसकी निगरानी भी होती है। - रवि अमरनाथ, सिटी मैनेजर

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें