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150 अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए चयन पत्र का है इंतजार

दरभंगा के ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में एजुकेशन विषय के 150 अभ्यर्थी साक्षात्कार की प्रतीक्षा कर रहे हैं। अन्य विषयों के साक्षात्कार संपन्न हो चुके हैं, लेकिन एजुकेशन विषय के लिए तिथि एवं स्थल...

Newswrap हिन्दुस्तान, दरभंगाSun, 29 June 2025 01:47 AM
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150 अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए चयन पत्र का है इंतजार

दरभंगा। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में एजुकेशन विषय में पीएटी 2023 के सफल एवं अर्हता प्राप्त 150 अभ्यर्थी अभी भी साक्षात्कार के लिए विवि की ओर टकटकी लगाए हुए हैं। अन्य विषयों का साक्षात्कार संपन्न हो चुका है। केवल तीन विषयों के साक्षात्कार चल रहे हैं जो एक जुलाई को संपन्न हो जाऐंगे, लेकिन एजुकेशन विषय के साक्षात्कार की तिथि एवं स्थल का निर्धारण अब तक नहीं होने से इस विषय के अभ्यर्थियों की बेचैनी बढ़ी हुई है। एजुकेशन विषय के अभ्यर्थियों का चयन पत्र भी अब तक जारी नहीं हो सकी है। ऐसे में अभ्यर्थियों में साक्षात्कार को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है।

पीएचडी में नामांकन के लिए साक्षात्कार की प्रक्रिया 23 जून से चल रही है। रसायन विज्ञान, गणित एवं जंतु विज्ञान का छोड़ कर अन्य सभी विषयों का साक्षात्कार संपन्न हो चुका है। केवल एजुकेशन विषय का साक्षात्कार लंबित चल रहा है। इसमें विलंब के कारणों को लेकर विवि महकमे में शिक्षा संकाय से जुड़े लोगों के बीच कई प्रकार की चर्चाएं हैं। कुछ लोगों का कहना है कि चार माह से शिक्षा संकायाध्यक्ष का पद रिक्त रहने के कारण पीएचडी एडमिशन टेस्ट के अभ्यर्थियों के साक्षात्कार की तिथि निर्धारित नहीं हो पा रही है। कुछ लोग ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में एजुकेशन विषय से पीएचडी पर ही सवाल उठा रहे हैं। इनका मानना है कि प्रावधान के अनुसार लनामिवि में एजुकेशन का स्नातकोत्तर विभाग नहीं होने के कारण यहां एजुकेशन विषय में पीएचडी होना ही नहीं चाहिए। इनका तर्क है कि पीएचडी केवल उन विषयों में ही हो सकता है, जिसका स्थायी स्नातकोत्तर विभाग स्थापित हो तथा मान्यताप्राप्त पीजी कोर्स संचालित हो। इस मानक पर लनामिवि खड़ा नहीं उतर रहा है। ऐसी स्थिति में यहां शिक्षाशास्त्र विषय में पीएचडी का संचालन सवाल खड़े कर रहा है। विवि महकमे में चर्चा है कि यहां शिक्षा विषय में पीएचडी का संचालन नियमानुकूल नहीं है। बताया जाता है कि बीएन मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा में इस तरह से चल रहे अवैध कोर्स को वर्तमान कुलपति ने बंद कर दिया है। भागलपुर विवि में भी इस विषय में पीएचडी पर रोक है। यूजीसी रेगुलेशन के अनुसार गाईड केवल वही शिक्षक बन सकते हैं जो सरकार से यूजीसी पे-स्केल पर स्थायी तौर पर अंगीभूत कॉलेज या विवि के पीजी विभाग में नियुक्त हैं। निजी कॉलेज के शिक्षक पीएचडी गाईड नहीं बन सकते। इस रेगुलेशन का लनामिवि में अनुपालन नहीं हो रहा और नियम के विपरीत यहां एजुकेशन में पीएचडी भी हो रही है और निजी कॉलेजों के शिक्षक गाईड भी बनते आ रहे हैं। साक्षात्कार में विलंब एवं एजुकेशन विषय में पीएचडी की वैधता को लेकर विवि मौन है। बता दें कि पीएचडी कोर्स वर्क में नामांकन के लिए एजुकेशन विषय में कुल 40 सीटें रिक्त हैं। 20 अप्रैल को आयोजित पीएचडी एडमिशन टेस्ट (पीएटी) में एजुकेशन विषय से कुल 168 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। चार मई को जारी परिणाम में 104 अभ्यर्थी सफल घोषित किए गए। एजुकेशन विषय में नामांकन के लिए आवेदन करने वाले 46 अभ्यर्थियों को पीएटी से छूट प्राप्त थी। इस प्रकार साक्षात्कार के लिए कुल 150 अभ्यर्थी पात्र हैं, जिन्हें अब तक साक्षात्कार की सूचना प्राप्त नहीं हुई है।

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