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भागलपुर और बांका में कॉपर-जिंक, मुंगेर और जमुई में बेशकीमती पत्थर; बिहार में मिला खनिज भंडार

बिहार के 9 जिलों में कॉपर, जिंक, गोल्ड समेत अन्य कीमती खनिज भंडार के स्रोत मिले हैं। जीएसआई की हालिया रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है।

Jayesh Jetawat हिन्दुस्तान, भागलपुर, संजय कुमारSat, 26 Oct 2024 01:12 PM
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भागलपुर और बांका में कॉपर-जिंक, मुंगेर और जमुई में बेशकीमती पत्थर; बिहार में मिला खनिज भंडार

बिहार के 9 जिलों में खनिज का भंडार मिला है। इनमें भागलपुर, बांका, मुंगेर, जमुई, बेगूसराय, आरा, गया, नालंदा एवं नवादा शामिल हैं। भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) ने बिहार सरकार को सौंपी रिपोर्ट में इसका खुलासा किया है। इसको लेकर जीएसआई ने संबंधित जिलों को भी पत्र भेजा है। रिपोर्ट के अनुसार भागलपुर, बांका जैसे जिले में तांबा (कॉपर) और जस्ता (जिंक) की संभावना पाई गई है। वहीं, मुंगेर और जमुई जिले में बेशकीमती पत्थर का भंडार है।

जीएसआई ने झारखंड के दो जिलों की भी रिपोर्ट सौंपी है। इनमें हजारीबाग और गिरिडीह शामिल हैं। जीएसआई की रिपोर्ट में तांबा (कॉपर) व जस्ता (जिंक) ही नहीं, शीशा (लेड) और अन्य खनिज पदार्थ का जिक्र भी किया गया है। भागलपुर में कुसुमघाट-दिघीबारी और पिंडारा में मिले पदार्थ के 212 सैंपल की जांच के बाद तांबा और जस्ता होने की पुष्टि हुई है। इसके संपर्क क्षेत्र में झारखंड के गोड्डा और देवघर में भी खनिज पदार्थ होने का अनुमान है। वहीं, बांका में कटसकरा-झिलुआ क्षेत्र के कुसुमघाट, ढाबा, बिहारबाड़ी और अम्बाकोला में 70 किमी क्षेत्र में कॉपर, जिंक व लेड होने का अनुमान है। सर्वेक्षण दल ने इन जगहों पर 35 भू-रासायनिक और 25 पेट्रोलॉजिकल नमूने एकत्र किए थे।

जीएसआई की रिपोर्ट में सर्वाधिक खनिज पदार्थ अंग क्षेत्र में होने की पुष्टि हुई है। बांका और मुंगेर के बीच गौरा, नयाडीह, सुइयाबथान और संग्रामपुर के आसपास उर्वरा ग्रेनाइट, पेग्माटाइट मिला है। मुंगेर में खड़गपुर क्षेत्र में बायोटाइट, ग्रेनाइट, स्लेट, अभ्रक, सेरीसाइट महीन अभ्रक, कायनाइट, क्वार्ट्ज मिला है। क्वार्ट्ज एक चमकीला पत्थर है, जो काफी महंगा होता है। जमुई की पहाड़ी मुंगेर से जुड़ती है। यहां फॉल्ट ब्रेशिया, ग्रेनाइट, क्वार्ट्जाइट मिलने का अनुमान है। क्वार्टजाइट संगमरमर और ग्रेनाइट पत्थर से ज्यादा कीमती है।

इसके अलावा नालंदा की राजगीर चट्टानों में सफेद अभ्रक (फिलाइट), भोजपुर जिले में कैमूर श्रेणी में चूना-पत्थर और सिलिका, नवादा जिले में गिरियक के पास आंशिक सोना (गोल्ड), गया जिले में अभ्रक तो बेगूसराय में ब्लैक क्ले होने के संकेत मिले हैं।

सेंट्रल जियोलॉजिकल प्लानिंग बोर्ड ने जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (जीएसआई) को बिहार एवं झारखंड में खनिज पदार्थों के भंडार का पता लगाने के लिए 15 जिलों के 19 क्षेत्रों में सर्वे की अनुमति दे दी है। सर्वे में प्राकृतिक संसाधन और पर्यावरणीय भूगर्भ शास्त्र का अध्ययन होगा।

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