मांझी-बरौली पथ पर गिरा विशाल बरगद , बाल बाल बचे बाइक सवार
आवागमन घंटों रहा बंद झी पुल के समीप बुधवार की दोपहर एक पुराना विशाल बरगद का पेड़ अचानक गिर गया। इस दौरान एक बाइक सवार बाल बाल बच गया। पास ही में चनचौरा ग्राम पंचायत भवन का निर्माण चल रहा है।...

रसूलपुर। मांझी बरौली पथ पर माधोपुर गांव के दुनिया मांझी पुल के समीप बुधवार की दोपहर एक पुराना विशाल बरगद का पेड़ अचानक गिर गया। इस दौरान एक बाइक सवार बाल बाल बच गया। पास ही में चनचौरा ग्राम पंचायत भवन का निर्माण चल रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों में एक प्रिंस राय ने बताया कि पेड़ अचानक गिर पड़ा। पेड़ गिरने के बाद घंटों आवागमन बंद रहा। सूचना मिलने पर रसूलपुर थानाध्यक्ष प्रभात कुमार पहुंचे और वन विभाग से सम्पर्क कर जल्द से जल्द सड़क पर गिरे पेड़ को हटा लेने की बात कही। मालूम हो कि मांझी ,एकमा,महाराजगंज होकर बरौली तक जाने वाली यह व्यस्तम सड़क मानी जाती है।
संवाद प्रेषण तक पेड़ का मलबा नहीं हटाया जा सका था। कई छोटे छोटे वाहन बगल के गांव मोहब्बतनाथ मठिया -बसंतपुर अमनौर होकर आते जाते दिखे। --- मशरक रेलवे जंक्शन पर यात्री सुविधा , पेयजल व शौचालय का अभाव प्लेटफॉर्म पर लगे नल नकारा , बेतहाशा गर्मी में यात्री हलकान अमृत भारत योजना से जुड़ा है मशरक जंक्शन मशरक। एक संवाददाता छपरा थावे रेलखंड के मध्य अवस्थित मशरक रेलवे जंक्शन अमृत भारत योजना के तहत चयनित हुआ किंतु निर्माण कार्य की प्रगति धीमी होने से यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है। यहां पहले से ही यात्री सुविधा का घोर अभाव था। प्लेटफॉर्म निर्माण कार्य को लेकर पानी के नल , शौचालय सब नकारा हो गए । मौसम में बदलाव से लगातार गर्मी बढ़ने लगी है ऐसे में यात्री पेयजल , शेड , शौचालय सहित अन्य सुविधा को लेकर परेशान है। पूर्वोत्तर रेलवे कि बैठक में स्थानीय सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने कार्य की प्रगति धीमी होने का मुद्दा उठा चुके है । बावजूद इसके रेल प्रशासन एवम कार्य कराने वाली एजेंसी अपनी रफ्तार नही बढ़ा रहे। जानकारी हो कि पिछले वर्ष के प्रारंभ में ही मशरक जंक्शन अमृत भारत योजना से जुड़ा जिसके तहत यात्री सुविधा सहित प्लेटफॉर्म , संपर्क सड़क, स्टेशन परिसर के सुदृढ़ीकरण के लिए 12.5 करोड़ रुपए मिले। कार्य शुरू हुआ किन्तु एव वर्ष बाद भी पेयजल , शौचालय , यात्री विश्राम गृह नहीं बन पाने से यात्री प्रतिदिन हल्कान रहते है। मार्च के प्रारंभ से ही मध्य जून की बेतहाशा गर्मी में पीने के पानी के लिए यात्री काफी परेशान हैं। प्लेटफॉर्म नंबर एक पर एक नल प्वाइंट छोड़ सभी को निर्माण के लिए तोड़ दिया गया है। उस नल से भी उबलता गर्म पानी पूरे दिन निकलता है । स्टेशन के बाहर नजदीक दुकान नही होने से बोतल बंद पानी भी यात्रियों को मुश्किल से मिलता है। रेल प्रशासन या फिर स्थानीय प्रतिनिधि प्लेटफॉर्म पर प्याऊ लगवाने को लेकर चुप्पी साधे है। निर्माणकार्य करा रही एजेंसी इकलौते नल में पाइप लगा अपने लिए करती है । वहां ईट , बालू मजदूर रखते है जिस कारण प्लेटफॉर्म पर गंदगी पसरी है। स्थानीय लोग एवं यात्रियों की माने तो मशरक जंक्शन पर कार्य करा रहे ठेकेदार एवं स्थानीय रेल अधिकारियों की मिलीभगत से कार्य धीमी होने के साथ मानक के अनुरूप नहीं हो रही है। घटिया निर्माण को लेकर स्थानीय सांसद ने रेल मंत्री से शिकायत भी की थी जिसपर विभागीय जांच हुई किंतु परिणाम शून्य रहा। स्टेशन भवन के पास है एक छोटा शेड मशरक जंक्शन के 400 मीटर लंबे प्लेटफार्म नंबर एक पर सिर्फ स्टेशन भवन के पास एक छोटा शेड सिर्फ रेलकर्मियों को ही धूप से बचा पाता है यही हालात प्लेटफार्म 2 की भी है । सुबह से दोपहर तक 5 जोड़ी ट्रेन के हजारों यात्री तेज धूप से बचने के लिए स्टेशन भवन या फिर खुले आसमान के नीचे प्लेटफार्म पर गमछा या छाता के सहारे धूप से बचने का प्रयास करते है। स्टेशन प्रवेश द्वार की ओर सर्कुलेटिंग एरिया में लगे पीपल के पेड़ के नीचे यात्री धूप से बचने के लिए इकट्ठा होते है। जंक्शन होने के बाद भी यहां यात्री प्रतिक्षालय एवम विश्रामालय अब तक नही बन पाया है । प्लेटफार्म नंबर 1 पर रेलकर्मियों एवम यात्रियों के लिए इकलौता शौचालय भी तोड़ कर नया महीनों से बन रहा है जबकि प्लेटफार्म नंबर 2 पर एक भी शौचालय एवम यूरिनल नही होने से महिला यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। यात्री प्रतीक्षालय नहीं होने से यात्रियों को परेशानी यात्री प्रतीक्षालय नहीं होने से लखनऊ , गोरखपुर , दिल्ली , पटना जाने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है । पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर एवम वाराणसी मंडल के अधिकारी हमेशा इस रेलखंड से गुजरने के दौरान निरीक्षण करते हैं। बावजूद इसके मूलभूत यात्री सुविधा के गुणवत्ता पूर्ण निर्माण को लेकर ठेकेदार पर दबिश नहीं कर पाते और ना ही यात्री सुविधा के समाधान की दिशा में कोई ठोस पहल ही। दैनिक यात्री अधिवक्ता दूधनाथ सिंह , ताईद केशव सिंह , रिंकी सिंह , रिया राज ने बताया कि यात्री सुविधा नगण्य होने के कारण गर्मी के दिन में मशरक जंक्शन से यात्रा करना कठिन लगता है।
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