नये अस्पताल भवन में उद्घाटन से पहले मिलीं कई खामियां
न पेज चार की बॉटम मढ़ौरा, एक संवाददाता। अनुमंडल मुख्यालय मढ़ौरा में करोड़ों की लागत से बनकर तैयार अनुमंडलीय अस्पताल भवन में उद्धाटन से पहले कई खामियां मिली हैं। लगभग 11 करोड़ रुपये की लागत से...

प्रभारी चिकित्सक ने प्रभार लेने में जताई आपत्ति,वरीय अधिकारियों को लिखा पत्र मढ़ौरा, एक संवाददाता। अनुमंडल मुख्यालय मढ़ौरा में करोड़ों की लागत से बनकर तैयार अनुमंडलीय अस्पताल भवन में उद्धाटन से पहले कई खामियां मिली हैं। लगभग 11 करोड़ रुपये की लागत से मढ़ौरा रेफरल अस्पताल परिसर में नवनिर्मित यह भवन अपने उद्घाटन से पहले ही निर्माण संबंधी खामियों को लेकर सुर्खियों में आ गया है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ आरएन तिवारी ने इस भवन का प्रभार लेने से साफ तौर पर इनकार करते हुए कई खामियों की जानकारी लिखित रूप से संबंधित वरीय अधिकारियों को भेज दी है। उन्होंने डीएम, सीएस, बिहार मेडिकल सर्विसेज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीएमएसआईसीएल) के उप प्रबंध निदेशक, परियोजना प्रमुख और निर्माण कार्य से जुड़ी एजेंसी हाईवे कंस्ट्रक्शन को भी पत्र लिखकर स्थिति स्पष्ट कर दी है।
डॉ. तिवारी का कहना है कि अभी तक न तो उन्हें भवन का अधिकृत नक्शा उपलब्ध कराया गया है और न ही निर्माण व आपूर्ति की जाने वाली सामग्री की कोई स्पष्ट चेकलिस्ट सौंपी गई है। ऐसी स्थिति में भवन और उपकरणों की गुणवत्ता की पुष्टि किए बिना प्रभार लेना न केवल जोखिमपूर्ण है बल्कि आगे चलकर विभागीय कार्रवाई की भी आशंका बन सकती है। अस्पताल भवन में पाई गई मुख्य खामियां:---- भवन का निरीक्षण करने के बाद प्रभारी चिकित्सक ने जो गंभीर कमियां उजागर की हैं उनमें मुख्य रूप से------ # अस्पताल भवन के एनआईसीयू (नवजात गहन चिकित्सा इकाई) में एयर कंडीशनर नहीं लगाया गया। # भवन की छत और दीवारों में उद्घाटन से पहले ही दरारें (क्रैक) आ चुकी हैं। # बारिश में छत से पानी का रिसाव हो रहा है। # पानी की टंकी सही ढंग से स्थापित नहीं की गई है। # भवन की छत को कई स्थानों पर बिना किसी सुरक्षा घेरे के खुला छोड़ दिया गया है। # गेट, ग्रिल और रेलिंग की गुणवत्ता अत्यंत खराब पाई गई है। # ऑपरेशन थिएटर (ओटी) और पैथोलॉजी लैब में पानी की व्यवस्था नहीं है। # चहारदीवारी की ऊंचाई मानक से काफी कम रखी गई है। # फर्श की टाइल्स ठीक से नहीं लगाई गई है। # नर्सिंग डेस्क और ओपीडी काउंटर की ग्रिल घटिया गुणवत्ता की है। # ऑक्सीजन पाइपलाइन का मॉक ड्रिल नहीं किया गया है और कई स्थानों पर नॉब नहीं लगाए गए हैं। # लिफ्ट चालू नहीं की गई है। # बिजली कनेक्शन अब तक नहीं जोड़ा गया है। # फायर सेफ्टी इक्विपमेंट का परीक्षण और प्रमाणीकरण नहीं कराया जाना शामिल है। मालूम हो कि इस बाबत पहले के अस्पताल प्रभारी डॉ कृष्ण चंद्रा भी भवन निर्माण की खामियों को लेकर पत्राचार कर चुके है लेकिन विभाग उसपर संजीदा नहीं दिख रहा है। इन सभी खामियों के चलते मढ़ौरा अनुमंडलीय अस्पताल के उद्घाटन पर फिलहाल ग्रहण लग सकता है। इस बात से अब स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। प्रभारी चिकित्सक का कहना है कि जब तक ये कमियां दूर नहीं की जातीं और अधिकृत दस्तावेज मुहैया नहीं कराए जाते तब तक प्रभार लेने में कठिनाई होगी। कोट मढ़ौरा अनुमंडलीय अस्पताल के नवनिर्मित भवन में जांच के दौरान अनेक त्रुटियां पाई गई हैं जिसकी लिखित सूचना संबंधित वरीय पदाधिकारियों को भेजी गई है। अब उनके निर्देशों के आलोक में ही भवन का प्रभार लेने पर निर्णय लिया जाएगा। डॉ. आर. एन. तिवारी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, रेफरल अस्पताल मढ़ौरा
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।