डॉक्टर्स डे पर शुरू कराया जाएगा सदर अस्पताल में आईसीयू व्यवस्था
बक्सर के सदर अस्पताल में डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए सांसद सुधाकर सिंह ने चार डॉक्टरों को प्रतिनियुक्त किया है। अस्पताल में आईसीयू खोलने की मांग लंबे समय से की जा रही थी। नए डॉक्टरों की...

पेज तीन के लिए ---------- बोले सांसद चार डॉक्टरों को एक-एक दिन के लिए रोस्टर के अनुसार प्रतिनियुक्त वर्तमान समय में सदर अस्पताल में 30 डाक्टरों की पोस्टिंग की गई है बक्सर, हमारे संवाददाता। जिले का सबसे महत्वपूर्ण सदर अस्पताल अक्सर डाक्टरों की कमी लेकर चर्चा में रहता था। परंतु पिछले एक माह में इसमें लगातार बदलाव दिख रहा है। वहीं इस संबंध में स्थानीय सांसद सुधाकर सिंह ने बताया जब जिला अस्पताल में सुधार होगा। तब नीचे के अस्पताल खुद-ब-खुद बदलाव होगा। बताया कि सदर अस्पताल में आईसीयू खोलने की मांग लंबे समय से चल रही थी। जिसमें यह बार-बार बताया जा रहा था कि सदर अस्पताल में एनेस्थिसिया के डॉक्टरों की कमी है।
एक डॉ. अजीत सिंह है। वह छुट्टी पर चले गए है। जिस कारण यह व्यवस्था शुरू नहीं हो पा रही है। इस कमी को दूर करने के लिए एनेस्थिसिया के दो चिकित्सक डॉ. जयमीत अंकुर सहित एक डॉक्टर कार्यरत किए गए है। डॉ. अजीत सिंह को भी बुलाया जा रहा है। बताया कि एक जुलाई यानी डॉक्टर्स डे के अवसर पर सदर अस्पताल पर आईसीयू व्यवस्था शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है। वर्तमान समय में यहां 30 डाक्टरों की यहां पर पोस्टिंग है। साथ ही चार डॉक्टरों को एक-एक दिन के लिए रोस्टर के अनुसार प्रतिनियुक्त किया गया है। ऐसे में अब यहां 34 डॉक्टर कार्यरत है। सदर अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार डॉ. अनिता कुमारी, डॉ. सुनील मिश्रा, डॉ. प्रिया गिरी, डॉ. नौसाद, डॉ. राकेश चंद्र, डॉ. रितेश कुमार सिंह, डॉ. राजेश कुमार सहित अन्य की पोस्टिंग की गई है। अस्पताल केवल रेफरल अस्पताल बनकर रह गया सांसद सुधाकर सिंह ने बताया कि पिछले कुछ सालों के रिकार्ड को खंगालने के बाद यह सामने आया कि सदर अस्पताल केवल रेफरल अस्पताल बनकर रह गया था। यहां पर गंभीर रूप से आए मरीज का मरहम-पट्टी कर आगे रेफर कर दिया जाता था। जिससे गरीब परिवार के मरीजों को काफी परेशानी होती थी। जबकि यह जिले का सबसे बड़ा अस्पताल है। यहां कई सुविधाएं मौजूद है। परंतु इसका सही तरीके से उपयोग नहीं हो रहा था। इस व्यवस्था को बदलने का प्रयास किया जा रहा है। यहां और भी डॉक्टरों की पोस्टिंग कराने का प्रयास किया जा रहा है। यह कोशिश है कि यहां से मरीजों को रेफर नहीं किया जाए। बल्कि उनका समुचित इलाज हो। वह स्वस्थ्य होकर अपने घर जाए। 15 फरवरी को आईसीयू खोलने का हुआ था आदेश सदर अस्पताल में आईसीयू खोलने की मांग लंबे समय से चल रही थी। वर्ष 2022-23 में पूर्व सांसद अश्विनी चौबे के प्रयास से सदर अस्पताल में आईसीयू के लिए अत्याधुनिक दस बेड सहित अन्य सामाग्री उपलब्ध कराया गया। परंतु कोराना व डॉक्टरों की कमी दिखाकर यह व्यवस्था शुरू नहीं हो पायी। इसी बीच यह मांग तेजी से होने लगी। इस वर्ष मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा में किसी तरह की बाधा नहीं पहुंचे। इस बात को देखते हुए 15 फरवरी को सदर अस्पताल में आईसीयू खोलने का आदेश दे दिया। एनेस्थिसिया के डॉक्टर की कमी को दूर करने के लिए अनुमंडल अस्पताल में कार्यरत डॉ. अजीत सिंह की प्रतिनियुक्त सदर अस्पताल में कर दी गई। यहां ज्वाइन करने के बाद डॉ. अजीत सिंह ने सामग्री की सूची सिविल सर्जन डॉ. शिव कुमार प्रसाद चक्रवर्ती को सौंपी। इसके बाद छुट्टी पर चले गए। इसके बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया। इस बात की जानकारी होने के बाद स्थानीय सांसद सुधाकर सिंह ने पहल किया। तत्काल एनेस्थिसिया के डॉक्टरों की यहां पर पोस्टिंग कराते हुए इसे शुरू करने की दिशा में आगे कदम बढ़ाया।
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