राजद प्रवक्ता सारिका पासवान पर अभद्र टिप्पणी से हंगामा, भूमिहार मंच के अध्यक्ष आशुतोष ने मांगी माफी
खुद सारिका पासवान ने भी अपने ऊपर की गई टिप्पणी पर अपनी बात रखी है। सारिका पासवान ने एक्स पर लिखा, ‘महाभारत की शुरुआत साड़ी खींचने से ही हुई थी फिर श्री कृष्ण ने क्या किया यह आज भी भागवत गीता में वर्णित है और साड़ी खींचने वाला कौन था यह भी वर्णित है।'

राष्ट्रीय जनता दल की प्रवक्ता सारिका पासवान को लेकर की गई एक टिप्पणी पर विवाद बढ़ सकता है। दरअसल भूमिहार ब्राह्मण एकता मंच फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशुतोष कुमार के सोशल मीडिया अकाउंट से सारिका पासवान के खिलाफ एक बेहद ही आपत्तिजनक टिप्पणी की गई थी। इस टिप्पणी के बाद अब राजद की तरफ से इसपर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
राष्ट्रीय जनता दल की तरफ से एक्स पर लिखा गया, ‘दो कौड़ी के लफ़ंगे तेरी, तेरे खानदान की यह औकात नहीं है कि दलित बहुजन की बेटी की तरफ़ आँख उठा कर देख लें। यह नब्बे के बाद का दौर है। बिहार के 90 फ़ीसदी बहुजन तेरे जैसे संघी भाजपाई नफ़रती कीट-पतंगों को अब चप्पल और गोबर पर भी नहीं बैठने देते। सारिका पासवान के साथ पार्टी खड़ी है।’
इधर खुद सारिका पासवान ने भी अपने ऊपर की गई टिप्पणी पर अपनी बात रखी है। सारिका पासवान ने एक्स पर लिखा, ‘महाभारत की शुरुआत साड़ी खींचने से ही हुई थी फिर श्री कृष्ण ने क्या किया यह आज भी भागवत गीता में वर्णित है और साड़ी खींचने वाला कौन था यह भी वर्णित है। दुर्योधन रण ऐसा होगा फिर ना कभी जैसा होगा। अन्तिम संकल्प सुनाता हूँ। याचना नहीं, अब रण होगा, जीवन-जय या कि मरण होगा विध्वंस विध्वंस विध्वंस !!!’
आशुतोष ने दी सफाई
इधर अपने अकाउंट से सारिका पासवान के खिलाफ बेहद ही आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर भूमिहार ब्राह्मण एकता मंच फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशुतोष कुमार ने भी सफाई दी है। आशुतोष कुमार ने फेसबुक पोस्ट कर कहा, ‘विशेष सूचना।थोड़ी देर पहले मेरी जानकारी के बगैर आईटी टीम द्वारा इस अकाउंट से राजद प्रवक्ता सारिका पासवान जी के लिए अभद्र शब्दों का प्रयोग किया गया जो कि अशोभनीय है।
मैं व्यक्तिगत रुप से ब्रह्मेश्वर मुखिया जी पर किए गए टिप्पणी के लिए सारिका पासवान को दोषी मानता हूं लेकिन किसी महिला पर अभद्र टिप्पणी का मैं कभी समर्थक नहीं रहा। हम अपने आईटी टीम के द्वारा हुए इस मानवीय भूल और अशोभनीय घटना के लिए अपनी टीम की ओर से शर्मिंदा हैं। धन्यवाद।’