टीएमबीयू की गोपनीय शाखा में अवैध तरीके से काम करता धराया व्यक्ति
औचक निरीक्षण को परीक्षा विभाग पहुंचे कुलपति, एक दर्जन मोबाइल जब्त छात्रा अंजलि के फर्जी

भागलपुर, कार्यालय संवाददता तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) में शुक्रवार दोपहर 1.00 बजे प्रशासनिक भवन के सामने कुलपति प्रो. जवाहर लाल की गाड़ी लगी। उससे कुलपति सहित अन्य अधिकारी तेजी से प्रथम तल पर पहुंचे। इसके बाद कुलपति ने गार्ड को आदेश दिया कि बाहर जाने वाले सारे दरवाजे बंद कर दिए जाएं, ताकि कोई बाहर ना जा सके। इसके बाद वे तेजी से परीक्षा की विभाग में प्रवेश कर गए। इसके बाद पूरे विभाग से एक दर्जन से ज्यादा कर्मियों का मोबाइल गड़बड़ी की आशंका पर जब्त कर ली। दरअसल, वे परीक्षा विभाग में दलालों होने की सूचना पर औचक निरीक्षण के लिए पहुंचे थे।
इसके बाद वे डिग्री तैयार होने वाले सेक्शन ‘सी के रिकार्ड रूम में पहुंचे। जहां एक सुबोध नाम का व्यक्ति अत्यंत गोपनीय शाखा में डिग्री रजिस्टर पर चढ़ा रहा था। कुलपति ने उससे पूछा कि उसकी उपस्थिति कहां है। इस पर उसने कहा कि वह उपस्थिति नहीं बनाती है। यह बात सुनते ही कुलपति बिफर पड़े और उसके मोबाइल को सीज कराया। जब उसके मोबाइल को खंगाला गया तो उसमें कई विद्यार्थियों का दस्तावेज था। पूछने पर उसने कहा कि यह रिश्तेदार का है, लेकिन किसी का नाम नहीं बता सका। उसने कहा कि उसे डिग्री लिखने के लिए 48वें दीक्षांत समारोह में अस्थायी तौर पर लाया गया था। इस मामले में परीक्षा नियंत्रक डॉ. कृष्ण कुमार को कुलपति ने मौके पर बुलाया। उन्होंने बताया कि उसे डिग्री लिखने के लिए उसे लाया गया था, लेकिन दीक्षांत समारोह खत्म होते ही उसे काम से हटा दिया गया था। बावजूद वह डिग्री सेक्शन में आ जाता था। कुलसचिव के आदेश से उसे रखा गया था। कुलपति ने परीक्षा नियंत्रक को कड़ी फटकार लगाई। साथ ही कहा कि हटाने के बाद भी बाहरी व्यक्ति अवैध तरीके से गोपनीय शाखा में काम कर रहा है, इसे क्या समझा जाए। पकड़ाए गए व्यक्ति ने कुलपति से कहा कि वह कभी कभी विवि आता है, लेकिन कुलपति ने जब रजिस्टर देखा तो वह हर रोज डिग्री चढ़ा रहा था। कुलपति ने संबंधित व्यक्ति पर कानूनी कार्रवाई करने को लेकर प्रॉक्टर को निर्देशित किया है। इसके बाद कुलपति कंप्यूटर शाखा, पीजी पेडिंग शाखा, बी शाखा, टेबुलेशन शाखा, एडमिट कार्ड शाखा, मे आई हेल्प यू, पंजीयन शाखा, रिसर्च शाखा पहुंचे। इस दौरान एक दर्जन से ज्यादा कर्मियों का मोबाइल खंगाला गया, जिसमें कई विद्यार्थियों के एडमिट कार्ड, अंक पत्र, आवेदन सहित अन्य दस्तावेजों की फोटो थी। जो भेजे गए थे या किसी के द्वारा भेजे गए थे। कुलपति ने जब कर्मियों से बारी-बारी से सवाल पूछा तो सभी ने कहा कि उसके रिश्तेदारों के दस्तावेज हैं, लेकिन कुछ को छोड़ बाकी कर्मी दस्तावेजों के बारे में संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। कुलपति ने कहा कि छात्रा अंजलि के फर्जी अंक पत्र पकड़े जाने के बाद यह कार्रवाई की गई है। गोपनीय शाखा में अवैध तरीके से काम करता हुआ, बाहरी व्यक्ति पकड़ा गया है। उसके मोबाइल में काफी संख्या में दस्तावेज अलग-अलग विद्यार्थियों के मिले हैं। वह किस परिस्थिति में और कब से काम कर रहा था, इसकी गहन जांच होगी। इसमें यदि परीक्षा विभाग ही नहीं किसी अन्य विभाग और उसके जिम्मेदारों की संलिप्तता होगी तो उन्हें नहीं बख्शा जाएगा। कुलपति ने कहा कि कि जो मोबाइल जब्त किए गए हैं। निरीक्षण के क्रम में उसमें विद्यार्थियों का दस्तावेज मिला है। आशंका के आधार पर मोबाइल जब्त किया गया है। उसकी जांच होगी। जांच के बाद जिनकी संलिप्तता गड़बड़ी में मिलती है, उन पर सख्त कार्रवाई होगी, साथ ही जिनकी भूमिका नहीं होगी। उन्हें कार्रवाई के दायरे से बाहर रखा जाएगा।
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