बोले भागलपुर: जीरोमाइल से सबौर के बीच एनएच 80 का काम जल्द पूरा हो
भागलपुर जीरोमाइल से सबौर के बीच एनएच 80 पर सड़क निर्माण कार्य की धीमी गति और गड्ढों के कारण यातायात में भारी परेशानी हो रही है। जाम के कारण बच्चे समय पर स्कूल नहीं पहुंच पा रहे हैं। बारिश में जलजमाव...
भागलपुर जीरोमाइल से लेकर सबौर के बीच सड़क मार्ग से यात्रा करना आसान नहीं है। एनएच 80 में चल रहे निर्माण कार्य के चलते समयसीमा के अंदर गंतव्य स्थल पर पहुंचना संभव नहीं है। कुछ जगहों पर एक लेन की ढलाई होने के चलते आवागमन बाधित है। वहीं दूसरे लेन में गड्ढा और अतिक्रमण के चलते वाहनों का चलना मुश्किल हो रहा है। कई जगहों पर सड़क में गड्ढा होने के चलते वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। घंटों जाम के चलते बच्चे समय से स्कूल नहीं पहुंच पाते हैं। जाम में एम्बुलेंस और स्कूली वाहन फंस रहे हैं। लंबे समय से निर्माण कार्य के चलते स्थानीय लोगों में नाराजगी है।
वाहनों के आवागमन को लेकर भागलपुर जीरोमाइल सबसे व्यस्ततम चौक बन गया है। चारों तरफ की गाड़ियां चौक होकर गुजरती हैं। नवगछिया, मुंगेर, बांका आदि तरफ के बड़े वाहन इसी चौक होकर कहलगांव और पीरपैंती जाते हैं। रोज हजारों गाड़ियां इस सड़क होकर गुजर रही हैं। एनएच 80 में निर्माण कार्य के चलते गाड़ियों के आवागमन में काफी परेशानी हो रही है। कई जगहों पर एक लेन में आवागमन बंद होने से दूसरे लेन में गाड़ियों का दबाव बढ़ जाता है। दूसरे लेन को समतल नहीं करने के चलते कई जगहों पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गये हैं। नाला नहीं होने से पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। बारिश के दौरान पानी जमा होने के चलते गाड़ियों के परिचालन में काफी परेशानी हो रही है। फिसलन के चलते दोपहिया वाहन से लोग गिर रहे हैं। भागलपुर जीरोमाइल से सबौर के बीच कई बड़े-बड़े शिक्षण संस्थान हैं। जाम और टूटी सड़क के चलते बच्चों को समय से स्कूल भेजने और वापस लाने में अभिभावकों को काफी परेशानी हो रही है।
बरारी पंचायत के मुखिया जयकरण पासवान ने बताया कि बरारी पंचायत नगर निगम क्षेत्र से सटा हुआ है। जीरोमाइल से सबौर के बहादुरपुर तक एनएच 80 के दोनों तरफ का अधिकांश हिस्सा बरारी पंचायत के अन्तर्गत पड़ता है। टूटी सड़क के चलते सबसे अधिक परेशानी बरारी पंचायत के लोगों और दुकानदारों को हो रही है। अधिक गाड़ियों के चलने से धूल उड़ती है। लोगों के स्वास्थ्य पर इसका बुरा असर पड़ रहा है। काफी समय से जीरोमाइल से सबौर के बीच निर्माण कार्य चल रहा है। निर्माण कार्य की गति काफी धीमी है। एक लेन से दोनों तरफ की गाड़ियों के परिचालन के चलते घंटों जाम लग रहा है। अगर कोई गाड़ी खराब हो जाती है तो घंटों जाम में फंसना पड़ता है। कई बार जाम में एम्बुलेंस और स्कूली वाहन फंस जाते हैं। वाहन से 100 मीटर की दूरी पर स्थित घर जाने में कई घंटे लग जाते हैं।
सड़क के दोनों तरफ नाला का निर्माण नहीं होने से पानी सड़क पर जमा हो जाता है। आधा-अधूरा नाला का निर्माण हुआ है। नाला के पानी निकासी की व्यवस्था नहीं है। बारिश के बाद गड्ढे की गहराई का पता नहीं चल पाता है। खराब सड़क के चलते बच्चों को स्कूल भेजने में लोगों को डर लगता है। बच्चे समय से स्कूल नहीं पहुंच पाते हैं। सड़क में गड्ढा के चलते छोटी गाड़ियां पलट जाती हैं। अतिक्रमण के चलते सड़क और सिकुड़ गयी है। दूसरे लेन को वाहनों के चलने लायक बनाना चाहिए। सड़क निर्माण में तेजी लाने के साथ दूसरे लेन की सड़क को समतल बनाना चाहिए। ताकि गाड़ियों का आवागमन हो सके। जरूरत के अनुसार बड़े वाहनों के परिचालन पर रोक लगाना चाहिए। लेकिन निर्माण एजेंसी या एनएच 80 के अधिकारी इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। ट्रैफिक पुलिस या निर्माण एजेंसी का कोई प्रतिनिधि नहीं दिखता है। बड़े वाहनों को बारी-बारी से निकालने की व्यवस्था होनी चाहिए।
कुमार स्पनिल ने बताया कि निर्माणाधीन एनएच 80 के दोनों तरफ ड्रेनेज की व्यवस्था बहुत खराब है। सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे के चलते लगातार दुर्घटनाएं हो रही हैं। बारिश के बाद सड़क चलने के लायक नहीं रह जाती है। ओवरलोड वाहनों के परिचालन के चलते और परेशानी हो रही है। ओवरलोड वाहनों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। सड़क निर्माण की गति को और तेज करने की जरूरत है।
सामाजिक कार्यकर्ता सुजीत कुमार झा ने बताया कि एनएच 80 के निर्माण कार्य की गति काफी धीमी है। जीरोमाइल से सबौर के बीच निर्माण कार्य काफी दिनों से चल रहा है। निर्माण एजेंसी को संसाधन बढ़ाकर कार्य को जल्द पूरा करना चाहिए। लोगों के आवगमन के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण सड़क है। एनएन 80 का निर्माण कार्य मानक के अनुसार होना चाहिए। सड़क के दोनों तरफ ढाल के साथ नाला का निर्माण होना चाहिए। नाला का निर्माण नहीं होने से पानी सड़क पर जमा हो रहा है। योजना के अनुसार काम नहीं हो रहा है। जरूरत के अनुसार वाहनों का रूट डायवर्ट करते हुए निर्माण कार्य को जल्द पूरा करने की जरूरत है। जीरोमाइल से सबौर के बीच कई जगहों पर एक लेन सड़क की ढलाई की गयी है। दूसरे लेन से वाहनों का परिचालन हो रहा है। लेकिन सड़क में गड्ढा और कीचड़ के चलते आवागमन में काफी परेशानी हो रही है। अक्सर जाम लग रहा है। धूल उड़ने से लोगों का स्वास्थ्य खराब हो रहा है। हजारों गाड़ियों का परिचालन रोज होता है। इसकी शिकायत उन्होंने बिहार मानवाधिकार आयोग से भी की है। युद्धस्तर पर सड़क का निर्माण कार्य कराना चाहिए।
चन्द्रशेखर ने बताया कि सड़क के गड्ढों को भी नहीं भरा जा रहा है। बारिश होने पर पैदल चलने में भी लोगों को परेशानी होती है। जीरोमाइल चौक से पूरब सड़क के बीच में पोल रहने से दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। इससे यातायात भी बाधित होता है। विपिन कुमार ने बताया कि आए दिन सड़क पर जाम लग रहा है। जाम के चलते बच्चों का स्कूल छूट जाता है। जाम हटाने की कोई व्यवस्था नहीं है। अगर एक लेन से ही दोनों तरफ से गाड़ियां चल रही हैं तो उसकी निगरानी की व्यवस्था होनी चाहिए। जीरोमाइल से सबौर जाने में लोगों को काफी परेशानी हो रही है।
बोले जिम्मेदार
जीरोमाइल से सबौर के बीच एनएच 80 का निर्माण कार्य चल रहा है। अधिक वाहनों के परिचालन के चलते परेशानी हो रही है। इसके चलते जाम भी लगता है। सड़क का एक लेन निर्माणाधीन होने के चलते दूसरे लेन से गाड़ियों का आवागमन हो रहा है। सड़क पर गड्ढे होने के चलते वाहनों के आवागमन में परेशानी होने की जानकारी मिली है। एक-दो दिन में सड़क को चलने लायक बनाया जाएगा। सड़क के दोनों तरफ नाला का निर्माण कराया जाएगा। नाला के पानी निकासी की भी व्यवस्था होगी। सड़क मजबूत बनायी जा रही है। एजेंसी को निर्माण कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है। जीरोमाइल से सबौर के बीच जुलाई तक निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
-बृजनन्दन कुमार, कार्यपालक अभियंता, एनएच 80
ड्रेनेज की व्यवस्था नहीं होने से एनएच 80 पर जलजमाव
सामाजिक कार्यकर्ता सुजीत कुमार झा ने बताया कि ड्रेनेज की व्यवस्था नहीं होने के कारण जीरोमाइल चौक पर जमा पानी की निकासी नहीं हो पाती है। सड़क के दोनों ओर ड्रेनेज का निर्माण होना चाहिए। ताकि बारिश और नाला के पानी निकासी की समस्या दूर हो। मुख्य सड़क के पास लोगों द्वारा अतिक्रमण कर लिया जाता है, जो कई बार सड़क दुर्घटना का कारण बन जाता है। जीरोमाइल-सबौर सड़क मार्ग पर धूल के कारण लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी होती है। इसका बुरा असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। बारिश होने पर सड़क पर जलजमाव और कीचड़ के कारण स्थिति नारकीय हो जाती है। एनएच के समीप होने वाले निर्माण कार्य को लेकर सरकार के साथ आम लोगों को भी जागरूक होना होगा। इससे सड़क दुर्घटना में कमी आएगी और प्रशासन को भी राहत मिलेगी।
जर्जर सड़क के कारण स्कूली बच्चों और एम्बुलेंस को आने-जाने में परेशानी
मनोज कुमार झा ने बताया कि सबौर-भागलपुर के बीच जीरोमाइल मुख्य चौराहा है। लेकिन चौक के आसपास की सड़कें जर्जर हैं। सड़क पर पानी जमा हो जाने के आवागमन में परेशानी होती है। पानी की निकासी के लिए कोई व्यवस्था नहीं होने से सड़क जल्दी खराब हो जाती है। सड़क निर्माण की गति काफी धीमी है। जीरोमाइल और सबौर के बीच कई शिक्षण संस्थान हैं। जाम के चलते बच्चों को स्कूल पहुंचाने और लाने में अभिभावकों को असुविधा होती है। जीरोमाइल क्षेत्र में कई अस्पताल है। जहां इलाज कराने के लिए आसपास के लोग आते हैं। लेकिन सड़क ठीक नहीं होने के कारण एम्बुलेंस को भी जाम और गड्ढों में फंसने के कारण परेशानी होती है। सड़क का निर्माण कार्य जल्द पूरा होना चाहिए। वर्तमान में एक लेन की सड़क को चलने लायक बनाना होगा।
जीरोमाइल से सबौर तक सड़क निर्माण में तेजी लाएं
बरारी पंचायत के सरपंच प्रतिनिधि विकास ठाकुर ने बताया कि जीरोमाइल चौक से ज्योति विहार तक लोगों को काफी परेशानी होती है। जर्जर सड़क और अतिक्रमण के कारण जाम की समस्या से जूझना पड़ता है। कई बार सड़क दुर्घटना हो चुकी है। बीमार पड़ने या दुर्घटना होने पर इलाज के लिए अस्पताल ले जाने में भी लोगों को काफी परेशानी होती है। जीरोमाइल से सबौर तक सड़क निर्माण में तेजी लाने की जरूरत है। ताकि आवागमन करने वाले वाहन चालकों के साथ पैदल राहगीरों को परेशानी नहीं हो। इससे सड़क दुर्घटना में भी कमी आएगी। सड़क किनारे दुकान लगाने वाले को जर्जर सड़क और धूल के कारण परेशानी होती है। सुरक्षा की दृष्टि से एनएच 80 के किनारे के दुकानदारों को दूसरी जगह व्यवस्था करनी चाहिए।
जर्जर सड़क और अतिक्रमण के कारण लगता है जाम
बरारी पंचायत के मुखिया जयकरण पासवान ने बताया कि जीरोमाइल से सबौर तक जगह-जगह सड़क जर्जर होने के कारण जाम की समस्या बढ़ गयी है। जिससे लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है। जीरोमाइल और सबौर के बीच रोज हजारों गाड़ियों का परिचालन होता है। सड़क निर्माण कार्य की गति काफी धीमी होने के कारण सड़क बनाने में अधिक समय लग रहा है। बारिश के दिन में जर्जर सड़क में गड्ढे का पता नहीं पाता है। जिससे दोपहिया और तीनपहिया वाहन कई बार असंतुलित होकर पलट जाते हैं। पीरपैंती-साहिबगंज जाने के लिए यह मुख्य मार्ग है। खराब सड़क और जाम के कारण दस मिनट की दूरी तय करने में कई घंटे लग जाते हैं। सड़क के दोनों तरफ नाला नहीं बनने और पानी निकासी की व्यवस्था नहीं होने से सड़क पर जलजमाव होता है। एक लेन निर्माणाधीन होने के चलते दूसरे लेन पर बारी-बारी से गाड़ियों के परिचालन की व्यवस्था होनी चाहिए।
इनकी भी सुनिए
एनएच 80 का निर्माण कार्य चल रहा है। काम की धीमी गति के कारण आवागमन प्रभावित हो रहा है। अक्सर जाम लग जाने से बच्चों को स्कूल ले जाने में काफी परेशानी होती है। बच्चों को स्कूल पहुंचाने के लिए सबौर से दूसरे रास्ते से जाना पड़ता है।
-अमित यादव
सुबह और शाम में एनएच 80 पर जीरोमाइल और सबौर के बीच अक्सर जाम लगने से लोगों को परेशानी हो रही है। बच्चों को स्कूल भेजने में लोगों को डर लगता है। अक्सर विद्यालय पहुंचने में देरी के कारण स्कूल प्रबंधन द्वारा गेट बंद कर दिया जाता है।
-विदुर कुमार
ड्रेनेज सिस्टम खराब होने के कारण नाला और बारिश का पानी सड़क पर जमा हो जाता है। ओवरलोड ट्रक गुजरने के कारण सड़क समय से पहले ही टूट जाती है। जर्जर सड़क को ठीक कराने के साथ ही पानी निकासी की भी व्यवस्था होनी चाहिए।
-कुमार स्वप्निल
बारिश के दिनों में सड़क पर गड्ढे का पता नहीं चल पाता है। जिसके कारण वाहन लेकर लोगों को आने-जाने में परेशानी होती है। लोग गिरकर घायल भी हो जाते हैं। सड़क को चौड़ा करने के लिए बिजली विभाग को पोल को सड़क से हटाकर किनारे गाड़ना चाहिए।
-चंद्रशेखर कुमार
सड़क के दोनों किनारे नाला निर्माण का काम जल्द पूरा होना चाहिए। निर्माण एजेंसी को तत्काल सड़क के गड्ढों को भरकर वाहनों के चलने के लायक बनाना चाहिए। ताकि इस लेन से वाहनों का आवागमन बेहतर हो सके। नाला निर्माण भी होना चाहिए।
-आदित्य कुमार
पिछले कुछ दिनों से बारिश हो रही है। लगातार बारिश होने पर सड़क पर जलजमाव हो जाता है। जीरोमाइल सबौर एनएच 80 पर रानी तालाब के समीप गड्ढा में पानी भर जाता है। लोगों को गली-मोहल्ले के रास्ते होकर सबौर एवं आसपास के गांवों में जाने में परेशानी होती है।
-गौतम कुमार
एनएच 80 सड़क पर जीरोमाइल से सबौर तक निर्माण कार्य धीमी गति से चल रहा है। इसके कारण लोगों को आवागमन में काफी परेशानी होती है। बारिश होने पर परेशानी बढ़ जाती है। निर्माण कार्य में तेजी लाने की जरूरत है। इस सड़क पर वाहनों का काफी दबाव रहता है।
-दीपक कुमार पासवान
निर्माण कार्य को लेकर जगह-जगह सड़क पर गड्ढा बन गया है। जलजमाव के चलते वाहनों के आवागमन में परेशानी होती है। छोटा वाहन और एम्बुलेंस भी गड्ढे में फंस जाती है। जिससे मरीजों की परेशानी बढ़ जाती है। इसके लिए प्रशासन को बेहतर व्यवस्था करनी चाहिए।
-सज्जन कुमार
एनएच 80 पर जीरोमाइल से लेकर सबौर तक सड़क खराब होने के कारण आवागमन में परेशानी होती है। स्थानीय लोगों को बारिश के दौरान जलजमाव और कीचड़ होकर गुजरना पड़ता है। कई बार सड़क दुर्घटना में लोग घायल भी हो जाते हैं। नाला का निर्माण जल्द होना चाहिए।
-निर्भय कुमार सिंह
एनएच 80 का निर्माण कार्य चल रहा है। लेकिन निर्माण कार्य की रफ्तार धीमी है। जबतक एनएच का निर्माण कार्य चल रहा है, तब तक दिन में भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगनी चाहिए। ताकि स्कूली बच्चों, मरीज और रोजमर्रा के काम के लिए लोगों के आवागमन में परेशानी नहीं हो।
-दिलीप पासवान
जीरोमाइल से सबौर तक अच्छी क्वालिटी की सड़क बननी चाहिए। ताकि छोटे-बड़े वाहनों के साथ पैदल चलने वालों को आवागमन में सुविधा हो। परिवार का भरण-पोषण के लिए सड़क के किनारे बैठकर सब्जी बेचते हैं। जर्जर सड़क के कारण दुर्घटना का डर रहता है।
-सिकंदर पासवान
एनएच 80 के किनारे दुकान चलाते हैं। जीरोमाइल चौक के पास धूल के कारण परेशानी होती है। अक्सर जर्जर सड़क और जाम के कारण लोग गिरते रहते हैं। लोगों को आवागमन में असुविधा नहीं हो, इसके लिए व्यवस्था बेहतर करने की जरूरत है।
-राजीव कुमार
शिकायतें
1. जीरोमाइल से सबौर के बीच सड़क में कई जगहों पर गड्ढें हो गये हैं। इसके चलते वाहनों के आवागमन में परेशानी होती है।
2. जीरोमाइल से सबौर के बीच जर्जर सड़क पर कीचड़ हो जाने के बाद पैदल चलना तो दूर दोपहिया वाहनों से लोग गिर भी रहे हैं।
3. एनएच 80 का निर्माण कार्य काफी दिनों से चल रहा है। कई जगहों पर एक लेन निर्माणाधीन होने के चलते दूसरे लेन से दोनों तरफ की गाड़ियों के परिचालन से अक्सर जाम लग रहा है।
4. सड़क पर गड्ढा होने के कारण वाहनों के साथ स्थानीय लोगों को बारिश के मौसम में जलजमाव और कीचड़ के बीच होकर गुजरना पड़ता है।
5. जीरोमाइल से सबौर तक सड़क के किनारे कई जगहों पर नाला निर्माण नहीं होने के कारण पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। सड़क पर जलजमाव के चलते वाहनों का परिचालन बाधित होता है।
सुझाव
1. जीरोमाइल से सबौर तक एनएच 80 निर्माण कार्य में तेजी लाने की जरूरत है। गुणवत्तापूर्ण सड़क निर्माण के साथ दोनों तरफ नाला का निर्माण होना चाहिए।
2. स्कूली बच्चों, अस्पताल, जरूरी सेवाओं को ध्यान में रखकर जीरोमाइल से बाबूपुर मोड़ तक एनएच का निर्माण कार्य पूरा होने तक दिन के समय में भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगनी चाहिए।
3. एनएच 80 पर सड़क की चौड़ाई अधिक हो, इसके लिए बिजली विभाग द्वारा जीरोमाइल समेत अन्य जगह पर सड़क के बीच से पोल हटाकर किनारे पर लगाना चाहिए। ताकि यातायात सुगम हो।
4. जीरोमाइल चौक से सबौर तक ड्रेनेज की व्यवस्था दुरुस्त होने से बारिश और नाला के पानी की निकासी हो सकेगी। इससे जलजमाव की समस्या दूर होगी।
5. एनएच 80 के किनारे से अतिक्रमण हटाना चाहिए। अतिक्रमण हटाकर दुकानदारों को आसपास में कोई जगह उपलब्ध कराने से आवागमन में सुविधा होगी।
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