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बोले भागलपुर: मानिक सरकार घाट किनारे गंगा से कटाव का खतरा

प्रसिद्ध उपन्यासकार शरतचंद्र चटोपाध्याय के ननिहाल मानिक सरकार में गंगा के कटाव का खतरा बढ़ता जा रहा है। बाढ़ के दौरान सड़क में कटाव हुआ था और स्थानीय लोगों की मांग पर नगर निगम ने कुछ कटाव रोकने के...

Newswrap हिन्दुस्तान, भागलपुरTue, 24 June 2025 07:33 PM
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बोले भागलपुर: मानिक सरकार घाट किनारे गंगा से कटाव का खतरा

प्रसिद्ध उपान्यासकार शरतचन्द्र चटोपाध्याय के ननिहाल मानिक सरकार में घाट किनारे गंगा के कटाव का खतरा मंडरा रहा है। हालांकि वर्तमान में गंगा अभी घाट से काफी दूर है। लेकिन बाढ़ के दौरान गंगा के नजदीक आने और कटाव होने का भय लोगों को सता रहा है। बाढ़ के दौरान घाट की सड़क में भीषण कटाव हुआ था। बाढ़ का पानी मोहल्ले में घुस गया था। सड़क क्षतिग्रस्त हो गयी थी। स्थानीय लोगों की लगातार मांग के बाद करीब 100 मीटर कटाव रोकने की व्यवस्था नगर निगम द्वारा की गयी है। मोहल्ले के लोगों का कहना है कि अभी की सड़क कई जगहों पर क्षतिग्रस्त है। सड़क की मरम्मत नहीं हुई तो इस साल भी मोहल्ले में गंगा से कटाव हो सकता है।

शहर के महत्वपूर्ण मोहल्लों में मानिक सरकार शामिल है। नगर निगम के वार्ड संख्या 22 के अन्तर्गत पड़ने वाले इस मोहल्ले में प्रसिद्ध उपान्यासकार शरतचन्द्र चटोपाध्याय लंबे समय तक रहे हैं। मानिक सरकार गंगा घाट किनारे कई सालों से नई कॉलोनी बन गयी है। स्थानीय लोग इसे मानिक सरकार घाट रोड (बैकुंठनगर कॉलोनी) कहते हैं। गंगा किनारे कॉलोनी होने के चलते यहां कटाव का खतरा बना हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बाढ़ के पहले कटावस्थल के आसपास की सड़क की मरम्मत कराना जरूरी है। ऐसा नहीं होने पर बाढ़ का पानी मोहल्ले में घुस जाएगा। सड़क टूट जाने के चलते लोगों को आने-जाने में परेशानी होती है।

मोहल्ले के विनय कुमार राय ने बताया कि कॉलोनी में करीब सौ मकान बनाकर लोग रह रहे हैं। कॉलोनी का मुख्य मार्ग दो साल से पूर्णत: क्षतिग्रस्त है। उसी सड़क से कॉलोनी के लोगों का आना-जाना होता है। दोपहिया और चारपहिया वाहनों के आने-जाने से गिरने का खतरा बना रहता है। टूटी सड़क पर कई बार टोटो और बाइक पलट चुकी है। प्रसिद्ध उपान्यासकार शरतचन्द्र चटोपाध्याय का ननिहाल भी इस मोहल्ले में है। बावजूद कटाव निरोधी कार्य बेहतर तरीके से नहीं किया जा रहा है। यह मोहल्ला स्मार्ट सिटी में शामिल है। पूर्व में स्मार्ट सिटी के तहत मोहल्ले का विकास करने की घोषणा हुई थी। लेकिन विकास का कोई काम नहीं दिखता है। कॉलोनी के लोग भी नगर निगम को टैक्स देते हैं। सभी सुविधाएं इस कॉलोनी के लोगों को मिलनी चाहिए। कॉलोनी की सड़क का पश्चिम हिस्सा कटाव में क्षतिग्रस्त हो चुका है। केवल सड़क पर पैदल चलने की जगह बची है। एक माह पूर्व नगर निगम द्वारा एक दीवार सड़क किनारे बनायी गयी है। लेकिन वह दीवार भी मजबूत नहीं दिख रही है। दीवार और सड़क के बीच में गंगा का बालू डाल दिया गया है। बचे हिस्से में भी अगर कटाव निरोधी कार्य नहीं हुआ तो बाढ़ आने पर कॉलोनी के लोगों को काफी परेशानी होगी। कॉलोनी को बचाने के लिए मजबूत कटाव निरोधी कार्य होना चाहिए। कॉलोनी की अन्य समस्याओं का भी समाधान नगर निगम को करना चाहिए।

मोहल्ले के रवि कुमार ने बताया कि मानिक सरकार घाट रोड में कटाव से लोग परेशान हैं। गंगा किनारे सड़क से ही कॉलोनी के लोगों का आवागमन होता है। कटाव के चलते आधी सड़क कट गयी है। कटाव निरोधी कार्य करने के लिए 300 फीट की मापी हुई थी। वर्तमान में करीब 100 फीट की दीवार बनायी गयी है। लेकिन दीवार भी मजबूत नहीं है। बहुत प्रयास करने के बाद करीब चार साल पहले सड़क बनी थी। कुछ दिनों के बाद गंगा के जलस्तर में वृद्धि होने पर पुन: कटाव होने का खतरा बना हुआ है। कटाव निरोधी काम नहीं होने पर बाढ़ का पानी मोहल्ले में घुस जाएगा। दो-तीन साल से पानी का दबाव अधिक रहता है। कॉलोनी में सफाई की व्यवस्था भी अच्छी नहीं है। नियमित रूप से सफाईकर्मी कॉलोनी में नहीं आते हैं। नगर निगम द्वारा कॉलोनी में जलापूर्ति की व्यवस्था नहीं की गयी है। सभी पोल पर स्ट्रीट लाइट नहीं है। इसके चलते रात में चलने में लोगों को परेशानी होती है। नगर निगम द्वारा कॉलोनी में पाइपलाइन बिछाकर जलापूर्ति की व्यवस्था नहीं की गयी है। सभी घरों में जलापूर्ति की व्यवस्था होनी चाहिए। निजी बोरिंग से लोग काम चलाते हैं।

वार्ड 22 के पार्षद प्रतिनिधि राकेश कुमार उर्फ गुड्डु दुबे ने बताया कि नगर निगम द्वारा गंगा किनारे कुछ जगह पर कटाव निरोधी कार्य कराया गया है। बचे हिस्से का भी काम 10 दिनों के अंदर शुरू कर दिया जाएगा। कटाव से कॉलोनी के लोगों को राहत मिलेगी। कॉलोनी की सड़क टूट गयी है। उसकी मरम्मत में अधिक राशि लगेगी। इसके लिए नगर निगम में प्रस्ताव दिया गया है। फंड आने के बाद सड़क का निर्माण कार्य कराया जाएगा। कॉलोनी में सफाई और जलापूर्ति की भी व्यवस्था होगी। सफाईकर्मी के कम आने से कभी-कभी परेशानी हो जाती है। राहुल कश्यप ने बताया कि सफाई नहीं होने से सड़क पर कचरा भरा रहता है। इसके चलते लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है। सफाईकर्मी कॉलोनी में नहीं आते हैं। कटाव निरोधी कार्य मजबूत नहीं होने से कटाव का खतरा बना हुआ है। सड़क मरम्मत के लिए मेयर, नगर आयुक्त सहित अन्य अधिकारियों को आवेदन दिया गया। लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी है। नाला के पानी निकासी की व्यवस्था नहीं होने से कॉलोनी के लोगों को परेशानी हो रही है।

बोले जिम्मेदार

मानिक सरकार घाट किनारे कटाव से लोगों को परेशानी हो रही है। कुछ जगह पर कटाव निरोधी कार्य किया गया है। बचे हिस्से में भी कटाव निरोधी कार्य कराने का निर्णय लिया जा चुका है। नगर आयुक्त के आने के बाद बचे हिस्से में कटाव निरोधी कार्य शुरू करवा दिया जाएगा। टूटी सड़क की मरम्मत भी करायी जाएगी। इसके लिए योजना बनायी जा रही है। सफाई की शिकायत अधिकांश जगहों से मिल रही है। रोज सफाई एजेंसी को चेतावनी दी जाती है। एजेंसी को काम में सुधार लाने को कहा गया है। मानक के अनुसार सभी वार्डों में सफाईकर्मियों को भेजने को कहा गया है। कॉलोनी में पेयजल की व्यवस्था भी करायी जाएगी।

-डॉ. बसुंधरा लाल, मेयर, नगर निगम, भागलपुर

साफ-सफाई और कूड़ा उठाने की व्यवस्था बेहतर हो

रवि कुमार ने बताया कि मानिक सरकार घाट रोड की मरम्मत और कटाव निरोधी काम जल्द होना चाहिए। इससे लोगों को परेशानी हो रही है। मानिक सरकार घाट के समीप साफ-सफाई और कूड़ा उठाने की व्यवस्था पूरी तरह से बदहाल है। जिसके कारण यहां के लोगों को कूड़ा घर के पास ही फेंकना पड़ता है। गंदगी के कारण इलाके के लोगों को काफी परेशानी होती है। सभी बिजली के पोल में स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था नहीं होने से अंधेरे में मोहल्ले के लोगों को आने-जाने में परेशानी होती है। साफ-सफाई और बिजली पोल में लाइट की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के लिए स्थानीय पार्षद और भागलपुर नगर निगम की महापौर से बात की गई है। बुडको द्वारा कहीं-कहीं पाइपलाइन बिछायी गयी है। लेकिन कनेक्शन नहीं किए जाने के कारण घरों तक पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है।

मानिक सरकार में शरद चंद्र की प्रतिमा स्थापित हो

विनय कुमार राय ने बताया कि 15 वर्षों से मानिक सरकार मोहल्ले के घाट के समीप मकान बनाकर रह रहे हैं। लेकिन सरकार या नगर निगम प्रशासन द्वारा यहां के विकास कार्यो पर ध्यान नहीं दिया जाता है। मानिक सरकार में स्मार्ट सिटी के तहत शरद चंद्र की प्रतिमा के साथ सौंदर्यीकरण और कई विकास कार्य किया जाना था। लेकिन अब तक इस दिशा में कुछ भी काम आगे नहीं बढ़ सका है। घाट की ओर आने वाली मुख्य सड़क भी जर्जर अवस्था है, जिसके कारण बारिश होने पर चलना काफी मुश्किल होता है। जर्जर सड़क के किनारे जमीन पर बोल्डर पिचिंग किया जाना चाहिए, जिससे कटाव के खतरे से इलाके को सुरक्षित किया जा सके। बाढ़ -कटाव के कारण शहरी इलाके का मानिक सरकार घाट भी कटाव की चपेट में आ गया था। जिसके कारण सड़क टूटकर पूरी तरह से बर्बाद हो गई।

स्थाई रूप से कटाव निरोधी कार्य की पहल हो

अशोक सिंह ने बताया कि गंगा में पानी बढ़ने और बाढ़ आने पर पानी सड़क पर चढ़ जाता है। पानी चढ़ने के चलते सड़क पूरी तरह जर्जर हो गई है। इसकी मरम्मत के नाम पर केवल खानापूर्ति की गई है। कटाव वाले क्षेत्र में नगर निगम द्वारा काफी कम दूरी तक दीवार खड़ी की गई है। जिसमें गुणवत्ता का बिल्कुल भी ख्याल नहीं रखा गया है। कभी भी यह दीवार ध्वस्त होकर गिर सकती है। जिसका खामियाजा स्थानीय लोगों को भुगतना पड़ेगा। सरकार स्थाई रूप से कटाव रोधी कार्य के लिए जरूरी पहल करे। ताकि आने वाले दिनों में इलाके के लोगों को कटाव की मार नहीं झेलनी पड़े। कटाव निरोधी कार्य के लिए नगर निगम की टीम द्वारा अधिक दूरी की मापी करायी गयी थी। लेकिन काम सौ फीट भी ठीक से नहीं हुआ है।

बाढ़ और कटाव से टूटकर ध्वस्त हो गई सड़क

राहुल कश्यप ने बताया कि मानिक सरकार गंगा घाट के किनारे की सड़क पिछले वर्ष बाढ़ और कटाव से टूटकर ध्वस्त हो गई। कटाव रोधी कार्य के लिए भागलपुर नगर निगम प्रशासन, जिला प्रशासन, जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव और मंत्री तक को स्थानीय लोगों द्वारा आवेदन दिया गया है। लेकिन अभी तक सड़क निर्माण और कटाव से बचाव को लेकर कोई सकारात्मक पहल नहीं की गई है। कुछ दूरी में कटाव निरोधी कार्य किया गया है। वह मजबूत नहीं दिखती है। इसकी जांच होनी चाहिए। इलाके के लोगों को गंगा में पानी बढ़ने पर फिर से कटाव होने का डर सता रहा है। समय रहते सड़क और नाला की मरम्मत कर कटाव निरोधी कार्य नहीं कराया गया तो मकान भी कटाव से प्रभावित हो सकते हैं। इससे लोगों के समक्ष गंभीर समस्या खड़ी हो जाएगी। सभी लोग नगर निगम को टैक्स देते हैं। लेकिन सुविधा के नाम पर व्यवस्था नगण्य है।

इनकी भी सुनिए

कटाव के कारण मानिक सरकार घाट पर खतरा मंडराने लगा है। प्रशासन द्वारा अब तक कटाव निरोधी कार्य को अंजाम तक पहुंचाने की दिशा में कोई काम नहीं किया गया। सरकार स्थाई रूप से कटाव रोधी कार्य के लिए जरूरी पहल करे। बचे हिस्से में भी तत्काल कटाव निरोधी कार्य किया जाए।

-अमरनाथ मिश्रा

मोहल्ले के लोग नगर निगम को टैक्स देते हैं, लेकिन सुविधा के नाम पर व्यवस्था नगण्य है। वर्तमान में मानिक सरकार घाट के किनारे जो दीवार खड़ी की गई है, वह महज खानापूर्ति की गयी है। गुणवत्तापूर्ण तरीके से निर्माण नहीं किया गया है। पानी का दबाव पड़ते ही यह दीवार गिरकर कभी भी ध्वस्त हो जाएगी।

-अशोक कुमार सिंह

मानिक सरकार घाट किनारे जर्जर सड़क के अलावा नाला के पानी की निकासी के लिए कोई इंतजाम अभी तक नहीं किया गया है। जिसके कारण लोग जर्जर सड़क पर चलने को विवश हैं। वहीं नाला निर्माण नहीं होने के कारण इलाके के लोगों को काफी परेशानी होती है।

-रंजीत कुमार

सड़क जर्जर होने के कारण चलने में काफी परेशानी होती है। प्रशासन को अविलंब सड़क का निर्माण कराया जाना चाहिए। बारिश होने पर सड़क की हालत और भी बदतर हो जाती है, जिसके कारण कई बार लोग गिरकर घायल भी हो जाते हैं। काफी दिनों से मोहल्ले की सड़क टूटी हुई है।

-सुमा देवी

सांसद, विधायक समेत किसी भी जनप्रतिनिधि ने उन लोगों की समस्याओं के समाधान के प्रति अपनी सक्रियता नहीं दिखाई। जिसके कारण मानिक सरकार गंगा घाट के किनारे रहने वाले लोगों पर बाढ़ और कटाव का खतरा बना रहता है। बाढ़ आने पर लोगों को काफी नुकसान होगा।

-रीता देवी

मानिक सरकार घाट के आसपास साफ-सफाई की कोई व्यवस्था नहीं है। नगर निगम द्वारा कूड़ा फेंकने के लिए कूड़ादान की व्यवस्था नहीं की गयी है। घर घर डस्टबिन भी उपलब्ध नहीं कराया गया है, जिससे घर के कूड़ा को एकत्रित कर कूड़े गाड़ी में दिया जा सके। गंदगी फैलने के दुर्गंध कारण काफी परेशानी होती है।

-मुकेश मिश्र

मानिक सरकार घाट के किनारे बड़ी आबादी निवास करती है। कॉलोनी में हर तबके के लोग रहते हैं। लेकिन घरों के पानी की निकासी के लिए नाला की व्यवस्था ठीक नहीं है। इसके कारण गंदा पानी गंगा में जा रहा है। जिसे रोकने के लिए नगर निगम द्वारा कोई व्यवस्था नहीं की गई है।

-नीरज मिश्रा

नगर निगम प्रशासन द्वारा मानिक सरकार में प्रसिद्ध उपन्यासकार शरद चंद्र चटोपाध्याय की प्रतिमा निर्माण और गंगा घाट के सौंदर्यीकरण का कार्य कराना चाहिए। स्मार्ट सिटी की परियोजना द्वारा कोई भी कार्य मानिक सरकार घाट या आसपास में नहीं कराया गया है।

-संजय ठाकुर

नगर निगम द्वारा मानिक सरकार गंगा घाट के समीप किया गया कटाव रोधी कार्य संतोषजनक नहीं है। यह पानी का दबाव पड़ते ही कभी भी गिर सकता है। लाइट की व्यवस्था नहीं होने से असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगता है। स्थानीय लोगों और महिलाओं से कई बार छिनतई की घटना हो चुकी है।

-रविन्द्र प्रसाद मोदी

बाढ़ से सड़क को बचाने के लिए पुख्ता इंतजाम करना चाहिए। कटाव को रोकने के लिए जमीन के नीचे से पिलर खड़ा कर गंगा के बालू की जगह बोल्डर पिचिंग करना होगा। ताकि गंगा घाट और मकान में कटाव होने से रोका जा सकता है।

-अशोक कुमार साह

नाला का पानी गंगा में नहीं जाए, इसके लिए मानिक सरकार घाट के पानी को सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में ले जाने की व्यवस्था होनी चाहिए। ताकि गंदा पानी को गंगा में जाने से रोका जा सके। नाला के पानी की निकासी के लिए स्थाई व्यवस्था होनी चाहिए।

-सत्यम राज

छठ पूजा में स्थानीय लोगों द्वारा मानिक सरकार घाट की साफ-सफाई कर सजाया जाता है। जहां श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती है। छठ घाट आने वाली सड़क को बनाने के साथ गंगाघाट पर सीढ़ी का निर्माण कर सौंदर्यीकरण करना चाहिए। ताकि कटाव की स्थिति में आसपास के लोग सुरक्षित रह सकें।

-अनुराज

शिकायतें

1. मानिक सरकार गंगा घाट के समीप ध्वस्त सड़क और नाला मरम्मत का कार्य नहीं हुआ है। कटाव निरोधी कार्य नहीं होने से आसपास के मकान भी कटाव से प्रभावित हो सकते हैं।

2. गंगा में पानी बढ़ने और बाढ़ आने पर पानी मानिक सरकार गंगा घाट की सड़क पर आ जाता है। जिसके कारण लोगों को पानी होकर घर तक आना -जाना पड़ता है। जिससे काफी परेशानी होती है।

3. नाला के पानी की निकासी और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की व्यवस्था नहीं होने के कारण नाला का पानी गंगा में जाता है। इससे गंगा का पानी दूषित होता है। दुर्गंध से आसपास के लोगों को परेशानी होती है।

4. बिजली के पोल पर लाइट की व्यवस्था नहीं होने से असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगता है। स्थानीय लोगों और महिलाओं के साथ कई बार छिनतई की घटना भी हो चुकी है।

5. क्षतिग्रस्त सड़क में कुछ दूरी तक ही कटाव निरोधी कार्य हुआ है। बची सड़क पर अगर कटाव निरोधी कार्य नहीं हुआ तो बाढ़ के दौरान कॉलोनी के अंदर पानी घुस जाएगा। इससे लोगों की परेशानी बढ़ जाएगी।

सुझाव

1. जिला प्रशासन द्वारा कटाव निरोधी कार्य को समय पर पूरा करने के लिए जरूरी इंतजाम और पहल करनी चाहिए। ताकि आगे कटाव के कारण सड़क या मकान को नुकसान नहीं पहुंचे।

2. मानिक सरकार घाट और आसपास के इलाके में नाला के पानी की निकासी के लिए बड़े नाला का निर्माण कर उसे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से जोड़ा जाना चाहिए। इससे गंगा भी स्वच्छ रहेगी।

3. गंगा घाट के साथ आसपास के इलाके में सभी बिजली के पोल पर स्वीच समेत लाइट की व्यवस्था होनी चाहिए। लाइट लगने से आपराधिक गतिविधि पर रोक लगेगी।

4. नगर निगम द्वारा साफ सफाई की व्यवस्था दुरुस्त करनी चाहिए। कूड़ेदान की व्यवस्था के साथ समय पर नाला की सफाई सुनिश्चित होनी चाहिए। इससे बेहतर स्वास्थ्य के साथ स्वच्छता अभियान को बल मिलेगा।

5. छठ घाट की ओर आने वाली सड़क का निर्माण कराया जाय। मानिक सरकार गंगा घाट पर सीढ़ी का निर्माण कर सौंदर्यीकरण करना चाहिए। इससे कटाव से भी राहत मिलेगी।

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