Hindi NewsBihar NewsBhabua NewsMedical Waste Mismanagement in Kaimur Hospitals Polluting Streets and Spreading Diseases

मेडिकल कचरा जहां—तहां फेंक बीमारी फैला रहे संचालक

पेज तीन की लीड खबर पेज तीन की लीड खबर मेडिकल कचरा जहां-तहां फेंक बीमारी फैला रहे संचालक कैमूर के पांच शहरों की सड़कों व

Newswrap हिन्दुस्तान, भभुआThu, 26 June 2025 08:38 PM
share Share
Follow Us on
मेडिकल कचरा जहां—तहां फेंक बीमारी फैला रहे संचालक

पेज तीन की लीड खबर मेडिकल कचरा जहां-तहां फेंक बीमारी फैला रहे संचालक कैमूर के पांच शहरों की सड़कों व गलियों की पड़ताल में सच आया सामने निजी अस्पतालों से निकलने वाला मेडिकल कचरा दिख रहा सड़कों पर इंट्रो जिले के भभुआ, मोहनियां, हाटा, कुदरा व रामगढ़ शहरों के अधिकांश निजी अस्पतालों के संचालक मेडिकल कचरे का निस्तारण करने का प्रबंध नहीं कर सके हैं। यही कारण है कि वह शहरों की गलियों, सड़कों, कूड़ेदानों पर मेडिकल कचरा फेंक रहे हैं। हालांकि निबंधित अस्पताल प्रबंधकों द्वारा पटना की संगम प्राइवेट कंपनी से करार किया है। कंपनी के कर्मी बॉक्सनुमा वाहन हर रोज लेकर आते हैं और निबंधित अस्पतालों से मेडिकल कचरा उठाकर निस्तारण के लिए ले जाते हैं।

ग्राफिक्स 70जिले में रजिर्स्टड हैं प्राइवेट अस्पताल 65जिले में चल रहे बिना रजिस्ट्रेशन के प्राइवेट अस्पताल भभुआ,हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। जिले के विभिन्न शहरों में बिना रजिस्ट्रेशन के दर्जनो संचालित निजी अस्पतालों के प्रबंधन मेडिकल कचरे का निस्तारण करने की व्यवस्था करने की बजाय वह अस्पताल के आसपास की सड़क, गलियों व घरेलू कूड़े पर फेंक रहे हैं। कुछ जगहों पर तो इसे जलाया भी जा रहा है। इस मेडिकल कचरा से निकलने वाले रसायन से कई तरह की बीमारियां फैल सकती हैं। इस गंदगी से आमजन परेशान हैं। संक्रमण फैलने की आशंका से लोग चिंतित रहते हैं। भभुआ शहर के चारों तरफ अवैध तरीके से निजी अस्पताल संचालित किए जा रहे हैं। इनके प्रबंधन द्वारा अस्पतालों का निबंधन भी नहीं कराया गया है। पड़ताल के दौरान भभुआ शहर के पटेल चौक के पास नहर पर, पूरब बाइपास रोड में नहर पर, नगर थाना के आस पास, चकबंदी रोड, कलेक्ट्रेट पथ, बिजली कालोनी के सामने सहित अन्य जगहों पर निजी अस्पतालों द्वारा कचरा फेंके देखा गया। भभुआ शहर में 20 प्राइवेट अस्पताल रजिस्टर्ड हैं, जिनके द्वारा मेडिकल कचरे का उठाव पटना की संस्था से कराया जा रहा है। चैनपुर प्रखंड के हाटा शहर के महदाइच सड़क पर, नहर चाट, हाटा सड़क के किनारे मेडिकल कचरा स्टोर किया गया है। जिले के मोहनियां शहर के वार्ड पांच में मल्लाह टोली, वार्ड आठ के गली नंबर दस में कन्नीराम गोला, रेलवे गोदाम रोड, वार्ड सात, वार्ड नौ गर्ल्स हाई स्कूल की गली में मेडिकल कचरा फेंका हुआ देखा गया। जिले के प्राइवेट अस्पताल से सड़क पर मेडिकल कचरा फेंके जाने से उक्त इलाकों में संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है। पटेल चौक: उत्तर जानेवाली नहर के पास दिखा मेडिकल कचरा भभुआ। शहर के पटेल चौक से उत्तर भगवानपुर जाने वाले नहर पथ में मेडिकल कचरा फेंका जा रहा है। पटेल चौक व नहर पथ के आसपास आधा दर्जन से अधिक निजी अस्पताल बिना निबंधन के संचालित किए जा रहे हैं। निजी अस्पताल महिला-पुरुषों का ऑपरेशन, प्रसव, ड्रेसिंग, सूई, स्लाइन बोतल आदि का उपयोग कर फेंका गया था। यह मेडिकल कचरा रोग फैला सकते हैं। ऐसी आशंका से लोग सहमे रहते हैं। चिकित्सक का कहना है कि मेडिकल कचरा कई तरह की बीमारी फैला रहे हैं। हि.प्र. कचहरी पथ: मेडिकल कचरा का नहीं कर रहे निष्तारण भभुआ। शहर के कचहरी पथ में स्थित सदर अस्पताल, नगर थाना व चकबंदी रोड के आसपास दर्जनों प्राइवेट अस्पताल संचालित किए जा रहे हैं। अधिकांश अस्पताल प्रबंधन द्वारा मेडिकल कचरा का निस्तारण नहीं कर रहे हैं। वह कचरे को जहां-तहां फेंक रहे हैं। कचहरी पथ में उक्त स्थलों पर कूड़े के ढेर पर मेडिकल कचरा देखा गया। ग्रामीण क्षेत्रों के लोग इसी पथ से शहर के बाजार में आते हैं। अस्पताल संचालकों को निबंधन कराने का नोटिस स्वास्थ्य विभाग ने भेजा है। हि.प्र. बाइपास रोड: नहर पर ज्यादा फेंका जा रहा मेडिकल कचरा भभुआ। शहर के पूरब बाइपास रोड में नहर के आसपास संचालित निजी अस्पताल से प्रतिदिन मेडिकल कचरा फेंका जा रहा है। लेकिन, स्वास्थ्य महकमा द्वारा इनके इस कृत्य पर रोक नहीं लगाई जा रही है। यही कारण है कि अस्पताल प्रबंधन मनमानी कर रहा है। इनके कृत्य को देख ऐसा लग रहा है कि इन्हें स्वास्थ्य विभाग की गाइड लाइन से कोई मतलब ही नहीं है। शहर में कचरा निस्तारण करने के लिए कोई प्लांट नहीं है। लेकिन, कचरा निस्तारण के लिए यह एजेंसी से एकरारनामा भी नहीं करा पा रहे हैं। हि.प्र. हाटा-महदाइच पथ: कई जगह दिखा मेडिकल कचरा चैनपुर। हाटा शहर के हाटा-महदाइच पथ में कई जगहों पर मेडिकल कचरा फेंका हुआ देखा गया। इस पथ में स्थित एक खेत में मेडिकल कचरा फेंका हुआ था। इसी पथ में स्थित एक मकान में मेडिकल कचरा स्टोर किया हुआ था। हाटा शहर में एक भी निजी अस्पताल का निबंधन नहीं हुआ है। जबकि इनके अस्पतालों में रोजाना ऑपरेशन व प्रसव हो रहे हैं। यहां मेडिकल कचरे का निस्तारण करने की बजाय खेतों में फेंककर मिट्टी को क्षति पहुंचा रहे हैं। किसानों के पैरों में सूई चुभती है। हि.प्र. नहर चाट: पैरों में चुभती है सूई तो निकलती है आह चैनपुर। हाटा शहर के नहर चाट में निजी अस्पतालों द्वारा कचरा फेंका हुआ दिखा। नहर में पानी पिलाने व स्नान कराने के लिए पशुपालक मवेशियों को इसी नहर में ले जाते हैं। इस दौरान जब सूई मवेशियों व पशुपालकों के पैरों में चुभते हैं, तब वह आह कर कराह उठते हैं। लेकिन, अस्पताल संचालकों को इसकी फिक्र नहीं होती है। उन्हें तो अपने अस्पताल से दूसरी जगह मेडिकल कचरा फेंकने से मतलब रह रहा है। स्वास्थ्य महकमा का कहना है कि मेडिकल कचरा फेंकने वालों पर कार्रवाई होगी। कोट संक्रमण से बचाव के लिए जिले के सभी निजी अस्पताल संचालकों को मेडिकल कचरा निष्तारण कराने का निर्देश दिया गया है। जिन निजी अस्पताल द्वारा मेडिकल कचरा का निष्तारण व संस्था रजिस्ट्रेशन नहीं कराया जा रहा है, उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। डा. बिंदेश्वरी रजक ,सिविल सर्जन,कैमूर फोटो परिचय 26-भभुआ-03-शहर के वार्ड 18स्थित प्राइवेट अस्पताल के पास फेंका गया मेडिकल कचरा

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें