पंचायतों में नहीं हो रहा है घर-घर जाकर कचरा उठा करने का काम
भगवानपुर में स्वच्छता अभियान के तहत कूड़ा उठाव का कार्य ठप हो गया है। प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा बैठक के बावजूद, उपकरणों की मरम्मत के लिए राशि की कमी के कारण काम नहीं हो पा रहा है। सफाई कर्मियों को...

कचरा उठाव करने वाले उपकरण की मरम्मत कराने के लिए राशि आवंटित नहीं प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा बैठक करने के बाद भी अभियान को नहीं मिली गति (पेज चार) भगवानपुर, एक संवाददाता। प्रखंड की पंचायतों में सरकार द्वारा शुरू किए गए स्वच्छता अभियान के तहत घर-घर जाकर नियमित कूड़ा उठाव करने का काम बंद है। हालांकि इस अभियान को गति देने के लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी अंकिता शेखर द्वारा बैठक की गई थी। फिर भी इस अभियान को गति नहीं मिल सकी। जानकार सूत्रों का कहना है कि अधिकतर पंचायत के स्वच्छता कर्मियों को ग्रामीण विकास विभाग से मिलने वाला पारिश्रमिक का भुगतान किया जा रहा है।
लेकिन, कचरा उठाव करनेवाले उपकरण की मरम्मत के लिए राशि उपलब्ध नहीं होने के कारण कचरा उठाव का काम प्रभावित हो रहा है। बताया गया है कि लोहिया स्वच्छता अभियान के तहत सभी पंचायत में लाखों रुपए खर्च कर सूखा व गीला कचरा रखने के लिए घर-घर बाल्टी दी गई है। कूड़ा उठाव करने के लिए ई-रिक्शा और ठेला की खरीद की गई है। सफाई कर्मियों को बहाल किया गया है। पंचायत में अपशिष्ट प्रसंस्करण भवन का निर्माण कराया गया है। सफाई कर्मियों को ड्रेस दी गई है। लेकिन, कुछ माह तक डोर-टू-डोर कचरा उठाव करने के बाद बंद कर दिया गया। पूछने पर बताया गया था कि उपकरण खराब हो गए हैं। स्वच्छता कर्मियों को मानदेय नहीं मिल रहा है। इसलिए कचरा उठाव करने का काम बंद है।
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