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नहर व वितरणी के तटबंध टूटने से 11 वार्ड होंगे प्रभावित

पिछले वर्ष की बारिश से भभुआ के स्कूल और दफ्तर डूब गए थे। नहरों की सफाई न होने से फिर से जलजमाव की संभावना है, जिससे पढ़ाई और कामकाज प्रभावित हो सकता है। नगर परिषद और सिंचाई विभाग के बीच विवाद के चलते...

Newswrap हिन्दुस्तान, भभुआFri, 27 June 2025 10:56 PM
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नहर व वितरणी के तटबंध टूटने से 11 वार्ड होंगे प्रभावित

पिछले वर्ष अत्यधिक बारिश होने से कई स्कूल व दफ्तरों में घुसा था नहर व नदी का पानी, एक सप्ताह तक पढ़ाई व कामकाज हो गया था बंद अभी तक सुवरा दायीं नहर व कसेर वितरणाी की नहीं कराई जा सकी है सफाई शहर के 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 25, 24, 19, 20 वार्ड में जमा होगा पानी (पेज चार की लीड खबर) भभुआ, एक प्रतिनिधि। शहर की सुवरा दायीं नहर और कसेर वितरणी की अभी तक सफाई नहीं कराई जा सकी। जबकि बरसात शुरू हो गई है। मूसलाधार बारिश हुई और पानी का दबाव बना तो इस वर्ष भी कई मुहल्ले, विद्यालय व सरकारी दफ्तर डूब जाएंगे, जिससे बच्चों की पढ़ाई और कामकाज प्रभावित होगा।

पिछले वर्ष तेज बारिश के कारण डीएवी स्कूल, वार्ड छह व सात का इलाका, भगवानपुर का सीएचसी, कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय आदि जलमग्न हो गए थे। तब करीब एक सप्ताह तक बच्चों की पढ़ाई और सीएचसी में कामकाज नहीं हो सका था। कई उपकरण डूबकर खराब हो गए थे। इस बार भी अगर समय रहते नहर व वितरणी की सफाई नहीं कराई गई तो शहर के वार्ड 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 25, 24, 19, 20 में पानी जमा होगा, जिससे लोगों का आवागमन प्रभावित होगा और घरों में पानी घुस जाएगा। शहर के नाले के पानी की निकासी पूरब में कसेर वितरणी व पश्चिम में पटेल चौक विजय चौक और हवाई अड्डा के पास से सुअरा दायीं नहर में होती है। लेकिन, इन दिनों नहर व वितरण दोनों कचरा, जलकुंभी व घास से जाम है। ऐसे में पानी के बहाव की गति धीमी है। इससे खेतों की सिंचाई भी बाधित हो रही है। नहर की सफाई नहीं होने से पहले कई बार इसका तटबंध टूट चुका है, जिससे वार्ड छह व आसपास के मुहल्लों में जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो गई थी। कई लोगों के घरों में पानी प्रवेश कर गया था। इससे उसमें निवास करनेवाले लोगों को रात काटने व भोजन पकाने तथा भोजन करने में दिक्कत हो जाती है। रणविजय चौक से सीवों जाने वाली नहर पथ व भगवानपुर पथ में पानी बह रहा था। नहर पथ से आवागमन बाधित हो गया था। बरसात में कसेर वितरणी व सुअरा दायीं नहर का पानी खेत कें रास्ते सीवों बधार से होकर शहर में प्रवेश कर जाता है, जिससे करीब छह वार्ड प्रभावित होते हैं। नई बस्तियां भी जलजमाव की जद में आ जाती हैं। पुलिस लाइन के पीछे के इलाके से लेकर पूरब पोखरा तक के पीछे के हिस्से में जल बहाव होने लगता है। सिंचाई विभाग व नप के बीच फंसता है मामला शहर के संतोष कुमार सिंह व मनीष कश्यप ने बताया कि नहर की सफाई का मामला सिंचाई विभाग व नगर परिषद के बीच फंस जाता है। जबकि शहर के नालों का पानी इसी कसेर वितरणी व सुवरा दायी नहर के माध्यम से निकलता है। कसेर वितरणी कुकुरहिया नदी में और सुअरा दायीं नहर सुअरा नदी में मिलती है। नहर व वितरणी के पानी के बहाव की गति तेज नहीं होने से पानी से दुर्गंध निकलने लगती है, जिससे आसपास के लोगों को परेशानी होती है। इसकी सफाई नहीं होने से अंतिम छोर के किसानों के खेत तक पानी नहीं पहुंच पाता है। कसेर वितरणी टूटी तो चार वार्ड होंगे प्रभावित कसेर वितरणी शहर के पूरब छोर से गुजरी है। पूरब पोखरा के उत्तर की तरफ नहर के जाम होने का सिलसीला जारी है। बबुरा बधार तक पूरी तरह जाम है। सफाई नहीं होने से पानी का ठहराव होने लगे हैं। अगर वितरणी के पानी का बहाव तेज नहीं हुआ और मूसलाधार बारिश हुई तो पूरब पोखरा से लेकर बाइपास के मोड़ तक कहीं भी तटबंध टूटता है तो शहर के वार्ड 25, 24, 19, 20 आदि प्रभावित हो सकते हैं। खेतों के रास्ते पानी कलेक्ट्रेट पथ की ओर पहुंच सकता है। एकता चौक से पश्चिम के पानी की निकासी का एकमात्र विकल्प नहर है। इस इलाके की गलियां ऊंची होती गईं और पुराने मकान ढाल में होते गए। ऐसे मकान में भी पानी घुस जाता है। सुअरा दायी नहर के तटबंध के टूटने से सात वार्ड होंगे प्रभावित सुअरा दायीं नहर के आसपास में शहर के वार्ड एक, दो, तीन, चार, पांच, छह व सात बसे हैं। चैनपुर व भगवानपुर पथ भी इसी नहर के पास से होकर गुजरे हैं। वन विभाग के पास नहर पार करने के लिए पुल बनाया गया है। इस पुल से सीवों तक पानी भर जाता है। पटेल चौक व अष्टभुजी चौक के पास उपर से कचरा आने और पहले से जमा कचरा से जाम ज्यादा हो गया है। अखलासपुर बधार की ओर नहर ज्यादा जम है। शहर के प्रमोद कुमार सिंह, मनोरंजन कुमार व संत लाल ने बताया कि बरसात से पहले अंतिम छोर तक नहर की सफाई हो जाती, तो तटबंध टूटने, वार्ड व घरों में पानी घुसने की संभावना कम रहेगी। कोट शहर के दोनों तरफ नहर होने से जलनिकासी में सुविधा मिलती है। नहर जाम होने पर सिंचाई विभाग उसकी सफाई कराता है और नगर परिषद उसके कचरे को शहर से बाहर फेंकवाती है। नहर जाम की जानकारी सिंचाई विभाग को देकर इसकी सफाई कराई जाएगी। संजय उपाध्याय, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद फोटो-27 जुन भभुआ- 5 कैप्शन- भभुआ शहर के बाईपास रोड में कसेर वितरणी में शुक्रवार को दिखता कचरा।

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