अब शहरों की तर्ज पर गांवों का भी होगा स्वच्छता सर्वेक्षण
हिन्दुस्तान विशेषहिन्दुस्तान विशेष स्वच्छता सर्वेक्षण में बेस्ट रैंकिंग पर पंचायत को मिलेगा पुरस्कार फील्ड सर्वे और मोबाइल एप से लिया जायेगा फीडबैक के

बांका। निज प्रतिनिधि। अब शहरों की तर्ज पर गांवों का भी स्वच्छता सर्वेक्षण होगा। इसके लिए स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत स्वच्छता सर्वेक्षण ग्रामीण 2025 की शुरूआत की गई है। जिसमें गांवों की साफ-सफाई और स्वच्छता परखी जाएगी। जिसके मुताबिक राष्ट्रीय स्तर पर गांवों की स्वच्छता रैंकिंग जारी की जाएगी। इसको लेकर स्वच्छता पर्यवेक्षकों और कर्मियों को स्वच्छता सर्वेक्षण के नए मानकों के तहत जमीनी स्तर पर काम करने की जिम्मेदारी दी गई है। जो स्वच्छता सर्वेक्षण में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए जन जागरूकता अभियान चलाए जाने के साथ ही इसमें वार्ड स्तर पर ग्रामीणों की भागीदारी भी सुनिश्चित करेंगे।
वहीं, जिले में गांवों के स्वच्छता की नब्ज टटोलने के लिए केंद्रीय टीम आएगी। जो गांवों के आंगनबाडी केंद्रों, स्वास्थ्य उपकेंद्रों, पंचायत भवनों व सार्वजनिक स्थलों की स्वच्छता का सर्वेक्षण कर उसका मूल्यांकन करेगी। इसके आलावे मोबाईल एप और फील्ड सर्वे के माध्यम से आम नागरिकों से भी उनकी राय ली जाएगी। जिसे मूल्यांकन में शामिल किया जायेगा। गांवों का स्वच्छता सर्वेक्षण महज एक मूल्यांकन प्रक्रिया नहीं है, बल्कि गांवों को स्वच्छ, सुंदर और टिकाउ बनाने का एक सामूहिक जन अभियान है। जिसका मुख्य उदेश्य ठोस एवं तरल अपरिशष्ट प्रबंधन को बेहतर बनाना और ग्रामीणें को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना है। सवच्छता सर्वेक्षण में बेस्ट रैंकिंग लाने वाले पंचायत को पुरस्कृति किया जायेगा। जबकि स्वच्छता सर्वेक्षण में प्रदेश स्तर पर अव्वल आने वाले गांवों को सम्मानित किया जायेगा। सिटीजन फीडबैक एप किये गये हैं लांच गांवों के स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए सिटीजन फीडबैक एप लांच किये गये हैं। जिसके जरिये आम लोगों से भी उनकी राय ली जाएगी। जिसे स्वच्छता सर्वेक्षण में शामिल कर गांवों की स्वचछता रैंकिंग जारी की जाएगी। स्वच्छता सर्वेक्षण में लोगों के फीडबैक के आधार पर भी अंक दिये जाएंगे। इसके लिए संबंधित पदाधिकारियों व कर्मियों के साथ ही जन प्रतिनिधियों के मोबाइल में सिटीजन फीडबैक एप डाउनलोड किये गये हैं। 31 अगस्त तक केंद्रीय टीम करेगी चयनित पंचायतों का दौरा स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए 31 अगस्त तक दिल्ली की केंद्रीय टीम जिले के चयनित पंचायतों का दौरा कर स्वच्छता अभियान का आंकलन करेगी। जो गांवों की सफाई व्यवस्था ओडीएफ की स्थिति का जायजा लेने के साथ ही ग्रामीणों से फीडबैक भी लेगी। शहरों के स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए 4 हजार अंक निर्धारति हैं। जबकि गांवों के स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए 100 अंक निर्धारित किये गये हैं। इसको लेकर पंचायतों को स्वच्छता सर्वेक्षण की तैयारियों को फाइनल टच देने के लिए कहा गया है। इसके लिए स्वच्छता सर्वेक्षण से पहले पंचायत स्तर पर कार्यशाला का आयोजन, स्वच्छता श्रमदान दिवस मनाये जाने, स्वच्छता रैली निकाले जाने एवं स्वच्छ ग्राम पंचायत का आयोजन किये जाने के साथ ही अन्य कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। शहरों की तर्ज पर अब गांवों की भी स्वच्छता रैंकिंग जारी की जायेगी। इसको लेकर गांवों का स्वच्छता सर्वेक्षण किया जायेगा। जिसमें फील्ड सर्वे और मोबाइल एप के जरिये आम लोगों से फीडबैक लिए जाएंगे। इसके लिए केंद्रीय टीम गावों व पंचायत में स्वच्छता सर्वेक्षण कर साफ-सफाई का मूल्यांकन करेगी। जिसके आधार पर रैंकिंग तय होगी। गांवों के स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए 100 अंक निर्धारित किये गये हैं। संदीप कुमार, जिला सलाहकार, बांका।
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