मेले में श्रद्धालुओं को सुविधा प्रदान करने के लिए युद्ध स्तर पर शुरू हुई तैयारी
पेज चार की लीडपेज चार की लीड श्रावणी मेला के आगाज में 12 दिन शेष धर्मशालाओं के रंग रोगन का कार्य अंतिम चरण में, शौचालय एवं स्नाना

कटोरिया (बांका) निज प्रतिनिधि। विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला किसी महाकुंभ से कम नहीं है। श्रावण मास में जब वर्षा ऋतू आरम्भ होती है तो प्रकृति में रिमझिम बरसात के साथ सर्वत्र हरियाली छा जाती है। ऐसे सुहाने मौसम में नंगे पांव कांवरिया कांवर में जल लेकर चतुर्दिक छाई हरियाली को निहारते हुए अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते हैं और यह नजारा किसी देवलोक से कम नहीं होता है। महज 12 दिन बाद सावन का महीना का प्रारंभ होते ही बोल बम, बोल बम का नारा लगाते हुए शिवभक्तों की असंख्य टोली सुल्तानगंज से उत्तरवाहिनी मां गंगा का पवित्र जल लेकर देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ को जलार्पण के लिए रवाना हो जाएगी।
बांका जिले में पड़ने वाले लगभग 54 किलोमीटर की यात्रा में कांवरिया को राहत पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन की तैयारी युद्ध स्तर पर चल रही है। काफी कम समय शेष रहने की वजह से बालू बिछाने के कार्य ने रफ्तार पकड़ ली है। हालांकि बालू की गुणवत्ता एवं मानक को लेकर कार्यों की मॉनिटरिंग जरूरी है। कांवरियों के यात्रा के दौरान ठहराव के लिए सरकारी धर्मशालाओं की मरम्मत एवं रंग रोगन का कार्य लगभग पूरा हो गया है। हालांकि अभी शौचालय एवं स्नानागार के मरम्मत का कार्य अभी अधूरा है। इधर मेले का समय ज्यों ज्यों नजदीक आ रहा है, त्यों त्यों कांवरिया पथ में दुकान आदि लगाने की तैयारी जोड़ पकड़ रही है। दुकानदारों ने बांस-बल्ले को खड़ा करना शुरू कर दिया है। परदेश में काम करने वाले कई स्थानीय लोग अपने गांव लौट चुके हैं। उन्हें उम्मीद है कि इस बार भी श्रावणी मेले में फिर कमाई होगी। जिससे परिवार चलाने में मदद मिलेगी। पीएचईडी विभाग द्वारा की जा रही है पेयजल, शौचालय एवं स्नानागार की व्यवस्था श्रावणी मेले में लाखों श्रद्धालुओं की निर्बाध जल व्यवस्था के लिए पीएचईडी विभाग द्वारा तैयारियां तेज़ कर दी गई हैं। कांवरिया पथ में कुल 617 सरकारी चापाकलों की मरम्मत का कार्य चल रहा है। इनमें से अधिकांश चापाकलों को चालू हालत में लाया जा चुका है। विभाग द्वारा पथ से सटे जलमीनारों की मरम्मत भी कराई जा रही है, ताकि उनसे जुड़े नल-जल कनेक्शन ठीक से कार्य कर सकें। इसके अतिरिक्त, अधिक भीड़ वाले स्थानों पर टैंकरों से जलापूर्ति की वैकल्पिक व्यवस्था भी तैयार रखी जा रही है। कांवरिया पथ में पड़ने वाले कुल 265 स्नानागार और 255 शौचालयों की मरम्मत व सौंदर्यीकरण का कार्य भी तेज़ी से चल रहा है। महिला कांवरियों को ध्यान में रखते हुए कुछ विशिष्ट स्थानों पर अलग महिला स्नानागार और शौचालयों की व्यवस्था भी की जा रही है। विद्युत विभाग की कार्य प्रगति पर कांवरिया पथ को जगमगाने के लिए विद्युत विभाग की तैयारी जोर शोर से चल रही है। कांवरिया पथ के साथ-साथ मुख्य मार्ग में जर्जर तारों और क्षतिग्रस्त पोल को बदला जा रहा है। फिलहाल कटोरिया शहरी, कटोरिया ग्रामीण एवं भेमिया फीडर से जुड़े कांवरिया पथ में विभाग कार्य कर रही है। कांवरिया पथ में जगह- जगह झूलते तारों को टाइट करने का कार्य भी जारी है। वहीं पथ में बिजली के तारों से सटे पेड़ों की टहनियों की छंटाई का कार्य लगभग पूरा हो चुका है।
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