बदहाल सफाई, स्ट्रीट लाइट की कमी व आवारा कुत्तों ने बढ़ाया लोगों का दर्द
बेतिया नगर निगम के वार्ड 31, आईटीआई मोहल्ले में नियमित सफाई नहीं हो रही है। डस्टबिन की कमी से लोग कूड़ा सड़क पर फेंक रहे हैं, जिससे बदबू और बीमारी फैल रही है। स्थानीय लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं,...
नगर निगम के वार्ड 31 स्थित आईटीआई मोहल्ले में नियमित रूप से कूड़े-कचरे का उठाव नहीं होता है। डस्टबिन नहीं होने के कारण मोहल्ले के लोग कूड़े कचरे को सड़क पर जमा कर रहे हैं। कूड़े कचरे के ढेर में से गायें पॉलिथीन तक खा जा रही हैं। ये कचरे को फैला देते हैं। बदबू से लोगों का जीना दूभर हो गया है। नियमित रूप से साफ सफाई भी नहीं होती है। नालियों की स्थिति काफी बदतर है। नालियों में झाड़ी उग चुका है। इससे पानी का बहाव नहीं हो पाता है। इसमें जहरीले सांप से लेकर कई तरह के कीड़े रेंगेते हैं।
अरुण कुमार सिंह, पुननु पांडे, विनय कुमार पांडे, मनोज कुमार ने बताया आईटीआई मोहल्ले से होकर गुजरने वाली माइनर कूड़े कचरे से भर गया है। इससे बदबू आती है। बदबू के कारण मोहल्ले के लोगों के साथ-साथ राहगीरों को भी परेशानी होती है। नव अधिग्रहित क्षेत्र होने के कारण 4 सालों में कोई विकास नहीं हुआ है। यहां के लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। जब यह मोहल्ला पंचायत में था तो हर घर नल की सुविधा मिलती थी। लेकिन जब से नगर निगम में मोहल्ले को शामिल किया गया है। तब से स्ट्रीट लाइट के लिए यहां के लोग तरस रहे हैं। बच्चों के खेलने के लिए कोई मैदान नहीं है। सुबह शाम टहलने के लिए पार्क तक नहीं है। मोहल्ले के अगल-बगल क्षेत्रो में बेतिया राज की दर्जनों एकड़ सरकारी जमीन है। सरकारी जमीन पर विकास कार्यों को मूर्त रूप देने के लिए कोई योजना नहीं बन सकी है। इसके कारण प्रतिदिन सरकारी जमीन का अतिक्रमण हो रहा है। बेतिया-अरेराज स्टेट हाईवे 54ए से 500 मीटर की दूरी पर स्थित आईटीआई मोहल्ले तक जाने के लिए स्ट्रीट लाइट नहीं है। रात्रि में लोगों को मोहल्ले तक जाने में अंधकार होने के कारण काफी परेशानी होती है। अंधेरा होने के कारण आवारा कुत्ते, कीड़े मकोड़े के शिकार कई बार मोहल्ले के लोग हो गए हैं। मोहल्ले के चारों तरफ सुनशान इलाका है। बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, चेक पोस्ट से रात्रि में मोहल्ले के लोगों को आने में भी काफी परेशानी होती है। मोहल्ले के दक्षिणी छोर पर स्थित शांति चौक पर प्रतिदिन सुबह से लेकर शाम तक गाड़ियों ये जाम लग जाता है। जिसके कारण बच्चों को स्कूल जाने में काफ़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। मोहल्ले में प्राथमिक उपचार के लिए स्वास्थ्य केंद्र तक नहीं है। छोटी मोटी बीमारियों के लिए जीएमसी एच जाना पड़ता है। मोहल्ले के लोगों की शिकायत है की हम लोग टैक्स नगर निगम को देते हैं। लेकिन सुविधा के नाम कोई भी व्यवस्था नहीं है। पंचायत के अधीन होने पर कोई टैक्स नहीं लगता था। सारी सुविधा हर घर नल से लेकर सभी मूलभूत सुविधाएं मिलती थी। बेतिया अरेराज स्टेट हाईवे 54Aएसे पुलिस लाइन होते हुए राम लखन सिंह यादव कॉलेज जाने वाली सड़क काफी जर्जर हो गई है। नाली का पानी सड़क पर बहता है। जिसके कारण स्कूली बच्चों को काफी परेशानी होती है। बरसात के दिनों में आईटीआई मोहल्ले के समीप नाली का पानी सड़क पर जम जाता है। कई जगहों पर नाली टूटा हुआ है। इसकी जल्द मरम्मत की जरूरत है। इससे क्षेत्र के लोगों को फायदाहोगा।
शिकायतें
1. आईटीआई मोहल्ले में नियमित रूप से कूड़े-कचरे का उठाव नहीं होता है। डस्टबिन नहीं है, लोग सड़कों पर कूड़ा फेंकते हैं।
2. कूड़े-कचरे की बदबू से लोगों का घरों में रहना भी दूभर हो गया है। सफाई नहीं होने से नालियों में झाड़ी उग चुकी है।
3. आईटीआई मोहल्ले से होकर गुजरने वाली माइनर कूड़े-कचरे से भर गया है। इसकी भी सफाई नहीं होती है।
4. नल-जल योजना का लाभ लोगों को नहीं मिल रहा है। लोग चापाकल या निजी व्यवस्था पर निर्भर हैं।
5. मोहल्ले में स्ट्रीट लाइट नहीं है। इस कारण लोगों को भारी परेशानी होती है। बच्चों के खेलने के लिए कोई मैदान नहीं है।
सुझाव
1. सुबह-शाम टहलने के लिए मोहल्ले के किनारे खाली पड़ी जमीन पर पार्क का निर्माण होना चाहिए।
2. बेतिया अरेराज स्टेट हाइवे के शांति चौक से आईटीआई मोहल्ले तक जानेवाली सड़क के किनारे स्ट्रीट लाइट लगे।
3. शहरी जलापूर्ति योजना के तहत हर घर नल की सुविधा मिलनी चाहिए। सभी घरों में कनेक्शन किया जाना चाहिए।
4. प्रतिदिन कूड़े-कचरे का उठाव होना चाहिए। मोहल्ले व नालियों की नियमित साफ-सफाई होनी चाहिए। \
5. मोहल्ले में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना होनी चाहिए ताकि सामान्य बीमारियों का यहां इलाज कराया जा सके।
बोले जिम्मेदार
बेतिया नगर निगम क्षेत्र में जुटे नव अधग्रिहित इलाकों में जल्द ही स्ट्रीट लाइट लगाने का काम शुरू किया जाएगा। इसको लेकर नगर निगम के बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव पारित हो चुका है। एक से दो महीने के अंदर सभी नव अधग्रिहित वार्ड में स्ट्रीट लाइट लगाने का काम शुरू हो जाएगा। इसको लेकर पहल शुरू किया जाएगा। लोगों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। कंपनी द्वारा स्ट्रीट लाइट लगाने का काम किया जाएगा। - गरिमा देवी सिकारिया , मेयर नगर निगम
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