योग से तन-मन और आत्मा रहती है संतुलित : प्रधान जिला जज
बेतिया में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश आनंद नंदन सिंह ने कहा कि योगाभ्यास शरीर को स्वस्थ एवं सुडौल रखने के लिए जरूरी है। योग जीवन शैली है जो तन, मन और आत्मा को संतुलित...
बेतिया ,विधि संवाददाता। शरीर को स्वस्थ एवं सुडौल रखने के लिए योगाभ्यास जरूरी है।योग एक ऐसी विधा है जो तन मन और आत्मा को संतुलित रखने का काम करती है। यह एक जीवन शैली है। जो अंदरूनी ऊर्जा को जाग्रत करने के साथ-साथ भावनात्मक रूप से हमें मजबूत बनाता है। उक्त बातें प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश आनंद नंदन सिंह ने शनिवार को न्यायालय परिसर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर कही। जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वाधान में आयोजित इस शिविर में उन्होंने कहा कि स्वस्थ जीवन, शांत मन एवं निरोग शरीर के लिए योग को दिनचर्या का अटूट हस्सिा बना लेना चाहिए।
प्रशक्षिक शशि भूषण कुमार ने योगासन एवं प्राणायाम के बारे में वस्तिार से बताया तथा विभन्नि प्रकार के योगासन भी करवाए। वहीं विविध प्रकार के विभन्नि रोगों के लिए उपयुक्त योगासन प्राणायाम के बारे में भी बताया। इस मौके पर समस्त न्यायिक पदाधिकारी एवं न्यायालय कर्मियों ने योगाभ्यास किया।
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