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भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा 29 को, भक्ति में डूबेगा शहर

औरंगाबाद, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा धूमधाम से 29 जून को निकाली जाएगी। इस्कॉन द्वारा आयोजित इस भव्य उत्सव में

Newswrap हिन्दुस्तान, औरंगाबादFri, 27 June 2025 10:23 PM
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भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा 29 को, भक्ति में डूबेगा शहर

औरंगाबाद में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा धूमधाम से 29 जून को निकाली जाएगी। इस्कॉन द्वारा आयोजित इस भव्य उत्सव में भक्ति का सागर उमड़ने की उम्मीद है। इस्कॉन के मीडिया प्रबंधक हिमांशु राज ने बताया कि रथयात्रा रघुवीर नगर फार्म मोड स्थित निर्माणाधीन मंदिर से शुरू होकर वी-मार्ट, एमजी रोड के पास इस्कॉन केंद्र तक जाएगी। यात्रा धर्मशाला मोड़, रमेश चौक, बाईपास चौक और पंचदेव मंदिर से होकर गुजरेगी। रथयात्रा में भगवान जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा जी के सुसज्जित रथ को भक्त रस्सियों से खींचेंगे। सैकड़ों श्रद्धालु झांकियों, कीर्तन मंडलियों और पारंपरिक वाद्ययंत्रों के साथ इस उत्सव में शामिल होंगे। यात्रा के समापन पर इस्कॉन केंद्र में भगवान जगन्नाथ का महाप्रसाद वितरित किया जाएगा।

28 जून को रघुवीर नगर में निर्माणाधीन मंदिर स्थल पर एक विशेष कथा कार्यक्रम होगा। जगदीश श्याम प्रभु जी प्रभु भगवान जगन्नाथ की लीलाओं, रथयात्रा के महत्व और भक्ति मार्ग पर प्रकाश डालेंगे। पिछले एक दशक से वे युवाओं को नशामुक्ति, सदाचार और उच्च विचारों के लिए प्रेरित कर रहे हैं। रथयात्रा केवल धार्मिक जुलूस नहीं, बल्कि वैश्विक भाईचारे और सर्वधर्म समभाव का प्रतीक है। इस्कॉन का मानना है कि भगवान सभी के हैं और भक्ति में कोई भेदभाव नहीं। इस आयोजन में हर वर्ग के लोग हिस्सा लेते हैं। हिमांशु राज ने बताया कि इस्कॉन द्वारा रथयात्रा की शुरुआत 1967 में अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में श्रील प्रभुपाद के मार्गदर्शन में हुई थी। आज यह परंपरा विश्व के सैकड़ों शहरों में फैल चुकी है। इसका उद्देश्य भगवान जगन्नाथ की भक्ति को जन-जन तक पहुंचाना है। भगवान जगन्नाथ का रथ हाइड्रोलिक तकनीक से तैयार किया गया है, जिसमें उड़ीसी शैली की कारीगरी होगी। फूलों, झंडियों और रंग-बिरंगे कपड़ों से सजा यह 35 फीट उंचा रथ भक्तों द्वारा रस्सियों से खींचा जाएगा। शास्त्रों के अनुसार, रथ पर भगवान के दर्शन से पुनर्जन्म से मुक्ति मिलती है। इस्कॉन ने नगरवासियों और श्रद्धालुओं से इस रथयात्रा में शामिल होने का आह्वान किया है।

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