अररिया : जयंती पर याद किये गए संस्कृत के महान विद्वान पाणिनी
फारबिसगंज में द्विजदेनी स्मारक उच्च विद्यालय में संस्कृत के महान विद्वान पाणिनी की जयंती समारोह मनाई गई। समारोह की अध्यक्षता मांगन मिश्र मार्तंड ने की। पाणिनी का जन्म अफगानिस्तान में हुआ था। कार्यक्रम...

फारबिसगंज, एक संवाददाता। स्थानीय प्रोफेसर कॉलोनी स्थित द्विजदेनी स्मारक उच्च विद्यालय के प्रांगण में पंडित रामदेनी तिवारी द्विजदेनी क्लब के द्वारा संस्कृत के महान विद्वान पाणिनी की जयंती समारोह पूर्वक मनाई गई। समारोह की अध्यक्षता संवदिया के प्रधान संपादक मांगन मिश्र मार्तंड और संचालन मनीष राज ने किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व बीईओ प्रमोद कुमार झा उपस्थित थे। सर्वप्रथम उपस्थित लोगों के द्वारा पाणिनि के तस्वीर पर श्रद्धासुमन अर्पण किया गया। उसके बाद विनोद कुमार तिवारी ने बताया कि संस्कृत भाषा के महान व्याकरण विज्ञ और अष्टाधायी के सृजक रहे पाणिनि का जीवनकाल कुछ साहित्यकार सातवीं सदी ईसा पूर्व का मानते हैं तो कुछ पांचवी सदी ईसा पूर्व का।
वहीं प्रमोद कुमार झा बताया कि पाणिनी का जन्म अफगानिस्तान में उस स्थान पर, जहां काबुल नदी और सिंधु नदी का संगम स्थल है,शलातुर गांव में हुआ था। यह स्थान अब लहुर कहलाता है। इनके पिता का नाम शर्लक और माता का नाम दाक्षी था। शायद पाणिनी इनका कुल गोत्र का नाम था। अमरनाथ झा ने बताया कि कुछ लोग पाणि नाम की ऋषि पुत्र होने से इनका नाम पाणिनी होना स्वीकार करते हैं । इनकी शिक्षा वर्तमान पाकिस्तान के तक्षशिला में हुई थी। सभाध्यक्ष मांगन मिश्र मार्तंड ने कहा कि शिक्षा प्राप्त करने के बाद वे संस्कृत व्याकरण के निर्माण में जुट गए। वैदिक संस्कृत उस समय बहुत कठिन मानी जाती थी। इस अवसर पर हरिनंदन मेहता, सुनील दास और शिक्षक नागेंद्र शुक्ला ने अपनी स्वरचित कविता सुनाकर उपस्थित श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य अरुण कुमार, शिवनारायण चौधरी,अरविंद ठाकुर, शिवराम शाह, अनवर राज आदि साहित्य प्रेमी उपस्थित थे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।