अररिया : बाढ़ आश्रय स्थल में खाने, रहने, बिजली व टायलेट तक की सुविधा
बिहार में मानसून आ चुका है और प्रशासन संभावित बाढ़ के खतरे को लेकर अलर्ट है। कुर्साकांटा सीओ आलोक कुमार ने बताया कि क्षेत्र में दो बाढ़ आश्रय स्थल बनाए गए हैं। 46 ऊंचे शरण स्थल और 15 नावों की व्यवस्था...

कुर्साकांटा, निज प्रतिनिधि। बिहार में मानसून ने दस्तक दे दी है। इस संभावित बाढ़ को लेकर प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है। कुर्साकांटा सीओ आलोक कुमार ने बताया कि मानसून को देखते हुए संभावित बाढ़ के खतरे से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में है। उन्होंने बताया कि प्रखंड क्षेत्र में दो बाढ़ आश्रय स्थल सौरगांव व रहटमीना में बना हुआ है। इसमें लोगों के रहने की व्यवस्था, पानी पीने, महिला व पुरुष के लिए अलग-अलग शौचालय, रसोई, बिजली व पशु के रखने आदि की भी व्यवस्था है। इसके अलावे बाढ़ शेड़ सहित 46 ऊंचे शरण स्थल को चिह्नित किया गया है।
बाढ़ के दौरान ये आश्रय स्थल लोगों के लिए अधिक उपयोगी होंगे। कुर्साकांटा प्रखंड में 15 नाव है। इनमें से पांच नाव सही है। जबकि 10 नाव की मरम्मती योग्य है। पांच लाइफ जैकेट भी है। इसके साथ ही चार सौ पीस प्लास्टिक भी है। मोटर वोट व जेनरेटर की सुविधा नहीं है। स्वास्थ्य और पशुपालन विभाग को भी अलर्ट कर दिया गया है।
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