वीकेएसयू : दो वर्षों में खरीद और खर्च सहित कई मामलों की जांच को पहुंची विप की शिक्षा समिति
-समिति ने रिकॉर्ड को देखा और गहनता से जांच की पदाधिकारी शिक्षा समिति के संयोजक

-समिति ने रिकॉर्ड को देखा और गहनता से जांच की -सात दिनों के भीतर विपत्र में भरकर देनी है जानकारी आरा। निज प्रतिनिधि वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के अलग-अलग मामलों की जांच करने शनिवार को बिहार विधान परिषद की शिक्षा समिति आरा पहुंची। विधान परिषद की शिक्षा समिति ने वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में पिछले दो वित्तीय वर्ष में हुए भुगतान सहित अन्य मामलों के रिकॉर्ड की जांच की। साथ ही इससे संबंधित दस्तावेज को देखा। समिति सुबह 11 बजे सर्किट हाउस पहुंची और सुबह 11.30 बजे से जांच शुरू की। मौके पर वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के सभी विवि पदाधिकारी और संबंधित कर्मचारी रिकॉर्ड के साथ उपस्थित थे।
तीन घंटे से अधिक समय तक रिकॉर्ड की जांच हुई। वित्तीय वर्ष 2023-24 व 2024-25 में विवि की ओर से की गई खरीद और खर्च के साथ ही वेतन-पेंशन भुगतान का विवरण मांगा गया। कमेटी ने इसकी गहनता से जांच करते हुए सभी कागजातों को देखा। मौके पर विवि के कुलपति प्रो शैलेंद्र कुमार चतुर्वेदी, कुलसचिव प्रो रणविजय कुमार, वित्त परामर्शी अरुण कुमार श्रीवास्तव व वित्त पदाधिकारी शैलेश कुमार सहित कॉलेज इंस्पेक्टर प्रो शंभू शरण शर्मा और अन्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे। विद्यान परिषद की कमेटी में ये रहे मौजूद मालूम हो कि जांच को लेकर समिति की ओर से पूर्व में ही जानकारी उपलब्ध करा दी गई थी। इसके बाद विवि की ओर से सभी बिंदुओं पर दस्तावेज तैयार किये गये थे। विवि की ओर से रिकॉर्ड तैयार किया गया था। शनिवार को बैठक में बिहार विधान परिषद की शिक्षा कमेटी के संयोजक डॉ संजीव कुमार सिंह, सदस्य प्रो संजय कुमार सिंह, नवल किशोर यादव, प्रो वीरेंद्र नारायण यादव, कुमार नागेंद्र आदि मौजूद रहे। बता दें कि जांच को लेकर बिहार विधान परिषद की शिक्षा समिति की नौ सदस्यीय कमेटी गठित हुई है। मौके पर स्थानीय निकाय के एमएलसी राधाचरण साह भी मौजूद थे। सात दिनों के अंदर भेजनी है रिपोर्ट विधान परिषद की शिक्षा समिति की ओर से वित्तीय वर्ष (2023-24) और (2024-25) के बीच यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट इनफॉर्मेशन सिस्टम (यूएमआईएस) के संचालन, एजेंसी से हुए अनुबंध, आउट सोर्सिंग एजेंसी अनुबंध, पारिश्रमिक भुगतान, ई-बुक, उत्तरपुस्तिका खरीद आदि की जांच की। कॉलेजों के संबंधन, संबद्ध डिग्री कॉलेजों के अनुदान वितरण, शासी निकाय की भी जांच कर रिकॉर्ड देखा गया। समिति की ओर से विवि को विपत्र उपलब्ध कराया गया। इसे भरकर वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय की ओर से सात दिनों के भीतर बिहार विधान परिषद सचिवालय में उपलब्ध कराना है। विपत्र में यूएमआइएस के संचालन, करार व इसके कार्य की जानकारी, आउटसोर्सिंग एजेंसियों के चयन, अनुबंध व कोटिवार पारिश्रमिक भुगतान, ऑटोमेशन सिस्टम पर खर्च, पुस्तक व ई-बुक क्रय पर खर्च व उत्तर पुस्तिका के क्रय पर खर्च का ब्योरा देना है।
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