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आज है ज्येष्ठ कालाष्टमी व मासिक कृष्ण जन्माष्टमी, जानें पूजन के मुहूर्त व विधि

Jyeshtha Kalashtami and monthly Krishna Janmashtami: इस साल ज्येष्ठ के महीने में एक ही दिन मासिक कृष्ण जन्माष्टमी व कालाष्टमी का व्रत रखा जाएगा। मान्यता अनुसार, जो व्यक्ति इस दिन व्रत रख भगवान शिव व कृष्ण जी की पूजा करता है, उसकी हर मनोकामना पूरी हो सकती है।

Shrishti Chaubey लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीTue, 20 May 2025 08:35 AM
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आज है ज्येष्ठ कालाष्टमी व मासिक कृष्ण जन्माष्टमी, जानें पूजन के मुहूर्त व विधि

Jyeshtha Kalashtami and monthly Krishna Janmashtami, आज है ज्येष्ठ कालाष्टमी व मासिक कृष्ण जन्माष्टमी: हर महीने में एक बार मासिक कृष्ण जन्माष्टमी व कालाष्टमी व्रत पड़ता है। दोनों ही व्रत कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर रखे जाते हैं। जहां मासिक कृष्ण जन्माष्टमी भगवान श्री कृष्ण को समर्पित है, वहीं, कालाष्टमी भगवान भैरवनाथ को समर्पित है। पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि आज 05:52 से शुरू होकर मई 21 को 04:55 ए एम तक रहेगी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन दिन भगवान शिव व श्री कृष्ण की पूरे विधि-विधान से पूजा अर्चना करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं। आइए जानते हैं पूजन के शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और पूजन सामग्री की लिस्ट-

जानें पूजन के मुहूर्त

  • ब्रह्म मुहूर्त 04:05 से 04:46
  • अभिजित मुहूर्त 11:50 से 12:45
  • विजय मुहूर्त 14:35 से 15:29
  • गोधूलि मुहूर्त 19:07 से 19:27
  • अमृत काल 09:07 से 10:43
  • द्विपुष्कर योग 05:28 से 05:51

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चौघड़िया मुहूर्त

  1. चर - सामान्य 08:53 से 10:35
  2. लाभ - उन्नति 10:35 से 12:18
  3. अमृत - सर्वोत्तम 12:18 से 14:00
  4. शुभ - उत्तम 15:43 से 17:25
  5. लाभ - उन्नति 20:25 से 21:43
  6. शुभ - उत्तम 23:00 से 00:18, मई 21
  7. अमृत - सर्वोत्तम 00:18 से 01:35, मई 21

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पूजा-विधि

  • सुबह जल्दी उठें और स्नान कर लें
  • शिव भगवान व श्री कृष्ण का अभिषेक करें
  • प्रभु का पंचामृत सहित गंगाजल से अभिषेक करें
  • अब प्रभु को चंदन, फल और पुष्प अर्पित करें
  • मंदिर में घी का दीपक प्रज्वलित करें
  • चालीसा का पाठ करें
  • पूरी श्रद्धा के साथ आरती करें
  • भोग लगाएं
  • अंत में क्षमा प्रार्थना करें

पूजा-सामग्री

  • फल
  • फूल
  • धतूरा
  • अक्षत
  • धूपबत्ती
  • गंगाजल
  • बिल्वपत्र
  • काला तिल
  • सफेद फूल
  • सफेद चंदन
  • घी का दीपक

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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