कुंभ राशि में शनि कब तक रहेंगे वक्री? 5 माह इन राशियों के लिए कष्टकारी
- Saturn Retrograde 2024 Date : जून माह के आखिरी दिनों में कर्मफलदाता शनि कुंभ राशि में वक्री होने जा रहे हैं और आने वाले 5 माह तक वक्री अवस्था में ही रहेंगे। जिससे 12 राशियां भी प्रभावित होंगी।

Shani Vakri 2024: वैदिक ज्योतिष में शनिदेव कर्म और न्यायप्रिय देवता माने जाते हैं। कुंडली में शनि की शुभ स्थिति होने पर व्यक्ति को जीवन के हर क्षेत्र में मनचाही सफलता मिलती है और किसी भी कार्य में बाधा नहीं उत्पन्न होती है। वहीं, शनि की अशुभ दृष्टि राजा को भी रंक बना सकती है। साल 2024 में शनि ग्रह राशि नहीं बदलेंगे। लेकिन जून माह में चाल बदलने जा रहे हैं। दृक पंचांग के अनुसार, 30 जून 2024 को सुबह 12 बजकर 35 मिनट पर कुंभ राशि में वक्री हो जाएंगे। इसके बाद 15 नवंबर 2024 को शनिदेव शाम 07 बजकर 51 मिनट पर सीधी चाल चलेंगे। कुंभ राशि में करीब 139 दिनों तक शनि के वक्री रहने से कुछ राशियों को जबरदस्त लाभ होगा। वहीं, कुछ राशियों के लिए शनि का वक्री होना कष्टकारी साबित हो सकता है। आइए जानते हैं शनि की उलटी चाल से किन राशियों की बढ़ेंगी मुसीबतें...
मेष राशि : वक्री शनि मेष राशि वालों को कष्ट दे सकते हैं। इस दौरान कार्यों में विघ्न-बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। आर्थिक समस्याएं बनी रहेंगी। कड़ी मेहनत के बावजूद अच्छे परिणाम नहीं मिलेंगे। परिजनों से वैचारिक मतभेद संभव है। मन अशांत रहेगा। वैवाहिक जीवन में भी उतार-चढ़ाव आएंगे। रिश्तों में कड़वाहट बढ़ सकती है।
मिथुन राशि : शनि की उलटी चाल का नकारात्मक प्रभाव मिथुन राशि वालों पर पड़ सकता है। धन हानि के योग बनेंगे। व्यापार में नुकसान हो सकता है। इस दौरान सोच-समझकर धन खर्च करें। आर्थिक मामलों में किसी पर आंख मूंदकर भरोसा न करें। बच्चों के सेहत पर ध्यान दें। आने वाले दिनों में चुनौतियां बढ़ेंगी। लेकिन धैर्य बनाए रखें। शांत दिमाग से फैसले लें।
मकर राशि : वक्री शनि मकर राशि वालों की भी मुश्किलें बढ़ाएंगे। नौकरी-कारोबार में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। अनियंत्रित खर्चों से मन परेशान रहेगा। कड़ी मेहनत के बावजूद कार्यों के पॉजिटिव रिस्पान्स नहीं मिलेंगे। अज्ञात भय से मन परेशान रहेगा। गृह-क्लेश बढ़ सकता है। चोट-चपेट लग सकता है। थोड़ा सावधानी बरतें।
मीन राशि : शनि के वक्री होने के बाद मीन राशि वालों को थोड़ा सावधानी बरतनी चाहिए। इस अवधि में क्रोध से बचें। भावनाओं पर नियंत्रण रखें। भावुक होकर कोई फैसला न लें। ऑफिस पॉलिटिक्स के शिकार हो सकते हैं। सहकर्मियों से व्यर्थ के वाद-विवाद से बचें। इस दौरान कोर्ट-कचहरी के मामलों से दूरी बनाएं। धन-संपत्ति को लेकर चल रहे विवादों को ज्यादा बढ़ने न दें।