निर्जला एकादशी, साल की सबसे बड़ी एकादशी पर दान करने की विधि क्या है, यहां जानें
Nirjala Ekadashi 2025 daan: आज निर्जला एकादशी पर दान का बड़ा महत्व है, इसलिए इस दिन घड़े का दान करना चाहिए। इस दान को कैसे करना है, किस विधि से पूजा करनी है, यहां जान लें

आज है साल की सबसे बड़ी एकादशी। आज जो कोई निर्जला व्रत करता है, उसे सभी 24 एकादशी व्रत का फल मिल जाता है। इस दिन निर्जला एकादशी व्रत करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। अक्षय फल की प्राप्ति होती है। इसमें भगवान नारायण एवं माता लक्ष्मी की विशेष पूजा अर्चना की जाती है। ऐसा कहा जाता है कि निर्जला एकादशी व्रत करने से व्यक्ति इस जीवन में सभी प्रकार के सुखों को भोगता हुआ श्री हरि विष्णु के लोक की प्राप्ति करता है। सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति के साथ-साथ विष्णु लोक की प्राप्ति हो जाती है।
निर्जला एकादशी पर दान कैसे करना चाहिए
इस दिन लोगों के लिए छबील लगाएं। इस दिन पानी से भरा घड़ा, पानी का बर्तन का दान करना चाहिए। यह दान आप निर्जला एकादशी और द्वादशी पर पारण करने के दिन भी ब्राह्मण को दान करना चाहिए। इस दिन अगर आप सामर्ध्यवान हैं, तो आप गऊ दान भी कर सकते हैं। इससे कई गुना फल मिलता है। दान कैसे करें इसका भी प्रश्न उठता है, इसलिए इस दिन दान करते समय जो घड़ा आप लाएं हैं, उसे पहले अच्छे से धोएं, उस पर स्वास्तिक बनाएं, उस पर कलावा बांधे। इसके अलावा हाथ का पंखा, फल, कपड़े आदि पर भी कलावा बांधे और स्वास्तिक लगाएं। भगवान के आगे रखकर संकल्प करें कि मैं आज ये चीजें दान कर रहा हूं और हाथ में संकल्प के लिए लिया गया पानी इन पर छिड़क दें। इसके बाद घड़े के ऊपर लगे ढ़क्कन पर तुलसी और मिश्री आदि रखें। इसके बाद निर्जला एकादशी के दिन कभी भी किसी गरीब व्यक्ति को या मंदिर ये चीजें दान कर सकते हैं।